रोमियों 12:7 - नवीन हिंदी बाइबल यदि सेवा का हो तो सेवा में लगा रहे; यदि उपदेश देनेवाला हो तो उपदेश दे; पवित्र बाइबल यदि किसी को सेवा करने का उपहार मिला है तो अपने आप को सेवा के लिये अर्पित करे, यदि किसी को उपदेश देने का काम मिला है तो उसे अपने आप को प्रचार में लगाना चाहिए। Hindi Holy Bible यदि सेवा करने का दान मिला हो, तो सेवा में लगा रहे, यदि कोई सिखाने वाला हो, तो सिखाने में लगा रहे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सेवा-कार्य का वरदान मिला, तो सेवा-कार्य में लगे रहें। शिक्षक शिक्षा देने में और पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यदि सेवा करने का दान मिला हो, तो सेवा में लगा रहे; यदि कोई सिखानेवाला हो, तो सिखाने में लगा रहे; सरल हिन्दी बाइबल यदि सेवकाई की, तो सेवकाई में; सिखाने की, तो सिखाने में; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यदि सेवा करने का दान मिला हो, तो सेवा में लगा रहे, यदि कोई सिखानेवाला हो, तो सिखाने में लगा रहे; |
उपदेशक न केवल बुद्धिमान था बल्कि वह लोगों को ज्ञान की बातें भी सिखाता था; उसने बहुत से नीतिवचनों पर चिंतन किया, उनकी जाँच-पड़ताल की, और उन्हें क्रम में रखा।
इसलिए जाओ, और सब जातियों के लोगों को शिष्य बनाओ, और उन्हें पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो,
वह रात को यीशु के पास आया और उससे कहा, “हे रब्बी, हम जानते हैं कि तू परमेश्वर की ओर से आया हुआ गुरु है, क्योंकि जिन चिह्नों को तू दिखाता है उन्हें जब तक परमेश्वर साथ न हो, कोई दिखा नहीं सकता।”
अब जो कलीसिया अंताकिया में थी उसमें कई भविष्यवक्ता और शिक्षक थे : बरनाबास, और शिमोन जो नीगर कहलाता था, और लूकियुस कुरेनी, और मनाहेम जिसका पालन-पोषण चौथाई देश के राजा हेरोदेस के साथ हुआ था, और शाऊल।
और किस प्रकार जो-जो लाभ की बातें थीं उन्हें तुम्हें बताने, और सब के सामने तथा घर-घर तुम्हें सिखाने से मैं नहीं झिझका,
इसलिए अपना और अपने पूरे झुंड का ध्यान रखो, जिसका पवित्र आत्मा ने तुम्हें अध्यक्ष ठहराया है कि तुम परमेश्वर की उस कलीसिया की रखवाली करो, जिसे उसने अपने लहू से खरीदा है।
उन दिनों में जब शिष्यों की संख्या बढ़ने लगी, तो यूनानी बोलनेवाले यहूदी इब्रानी बोलनेवाले यहूदियों पर कुड़कुड़ाने लगे कि प्रतिदिन की सेवा में उनकी विधवाओं की सुधि नहीं ली जाती।
और परमेश्वर ने इन्हें कलीसिया में पहले प्रेरित, दूसरे भविष्यवक्ता और तीसरे शिक्षक नियुक्त किया है; फिर सामर्थ्य के कार्य, चंगाई के वरदान, परोपकार, प्रबंधन, और अन्य भाषाएँ।
हे भाइयो, फिर क्या होना चाहिए? जब तुम एकत्रित होते हो तो हर एक के पास भजन, उपदेश, प्रकाशन, अन्य भाषा या उसका अनुवाद होता है; यह सब तुम्हारी उन्नति के लिए हो।
उसने कुछ को प्रेरित, और कुछ को भविष्यवक्ता, और कुछ को सुसमाचार प्रचारक और कुछ को चरवाहे और शिक्षक नियुक्त करके दे दिया,
इसी कारण मुझे प्रचारक, प्रेरित और गैरयहूदियों के लिए विश्वास तथा सत्य का शिक्षक ठहराया गया—मैं सच कहता हूँ, झूठ नहीं बोलता।
इसलिए आवश्यक है कि अध्यक्ष निर्दोष, एक ही पत्नी का पति, संयमी, समझदार, सम्माननीय, अतिथि-सत्कार करनेवाला और सिखाने में निपुण हो;
तू अपने और अपनी शिक्षा के प्रति सजग रह। उन्हीं बातों पर स्थिर रह, क्योंकि ऐसा करने से तू अपने और अपने सुननेवालों के उद्धार का कारण होगा।
जो प्रवर अच्छा नेतृत्व करते हैं, वे दुगुने आदर के योग्य समझे जाएँ, विशेषकर वे जो वचन के प्रचार और शिक्षा के कार्य में परिश्रम करते हैं।
जो बातें तूने बहुत से गवाहों के सामने मुझसे सुनी हैं, उन्हें ऐसे विश्वासयोग्य मनुष्यों को सौंप दे जो दूसरों को भी सिखाने के योग्य हों।
परमेश्वर के दास को झगड़ालू नहीं होना चाहिए, बल्कि वह सब के साथ भला, शिक्षा देने में निपुण, सहनशील,
वचन का प्रचार कर, समय-असमय तैयार रह, बड़े धैर्य से शिक्षा देते हुए समझा, डाँट और प्रोत्साहित कर।