जो तुझे आशीर्वाद देंगे, मैं उन्हें आशिष दूँगा, तथा जो तुझे कोसेगा, मैं उसे शाप दूँगा; और पृथ्वी के सब कुल तुझमें आशिष पाएँगे।”
यूहन्ना 5:46 - नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि यदि तुम मूसा पर विश्वास करते तो मुझ पर भी विश्वास करते, क्योंकि उसने मेरे विषय में लिखा है। पवित्र बाइबल तो तुम मुझमें भी विश्वास करते क्योंकि उसने मेरे बारे में लिखा है। Hindi Holy Bible क्योंकि यदि तुम मूसा की प्रतीति करते, तो मेरी भी प्रतीति करते, इसलिये कि उस ने मेरे विषय में लिखा है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि तुम ने मूसा पर विश्वास किया होता, तो मुझ पर भी विश्वास करते; क्योंकि उन्होंने मेरे विषय में लिखा है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि यदि तुम मूसा का विश्वास करते, तो मेरा भी विश्वास करते, इसलिये कि उसने मेरे विषय में लिखा है। सरल हिन्दी बाइबल यदि तुम वास्तव में मोशेह में विश्वास करते तो मुझमें भी करते क्योंकि उन्होंने मेरे ही विषय में लिखा है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि यदि तुम मूसा पर विश्वास करते, तो मुझ पर भी विश्वास करते, इसलिए कि उसने मेरे विषय में लिखा है। (लूका 24:27) |
जो तुझे आशीर्वाद देंगे, मैं उन्हें आशिष दूँगा, तथा जो तुझे कोसेगा, मैं उसे शाप दूँगा; और पृथ्वी के सब कुल तुझमें आशिष पाएँगे।”
अब्राहम से तो निश्चय ही एक महान और सामर्थी जाति उत्पन्न होगी, और उसके द्वारा पृथ्वी की सारी जातियाँ आशिष पाएँगी।
और तेरे वंश के कारण पृथ्वी की सारी जातियाँ आशिष पाएँगी, क्योंकि तूने मेरी बात मानी है।”
तेरा वंश भूमि के धूलकणों के समान बहुत होगा, और पश्चिम से पूर्व तक, तथा उत्तर से दक्षिण तक चारों ओर फैलता जाएगा; और तेरे तथा तेरे वंश के द्वारा पृथ्वी के सारे कुल आशिष पाएँगे।
और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच, तथा तेरे वंश और इसके वंश के बीच बैर उत्पन्न करूँगा; वह तेरे सिर को कुचलेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।”
जब तक जातियाँ उसके पास उपहार लेकर न आएँ और राज्य-राज्य के लोग उसके अधीन न हो जाएँ, तब तक न तो यहूदा से राजदंड छूटेगा, और न उसके वंश से शासन करने का अधिकार छीना जाएगा।
तब उसने मूसा से और सब भविष्यवक्ताओं से आरंभ करके संपूर्ण पवित्रशास्त्र में से अपने विषय में लिखी बातों का अर्थ उन्हें समझाया।
फिलिप्पुस नतनएल से मिला और उससे कहा, “जिसके विषय में मूसा ने व्यवस्था में और भविष्यवक्ताओं ने भी लिखा है, वह हमें मिल गया है; यूसुफ का पुत्र, नासरत का यीशु।”
परंतु परमेश्वर से सहायता पाकर मैं आज तक खड़ा हूँ और छोटे बड़े सब को साक्षी देता हूँ, और उन बातों को छोड़ कुछ नहीं कहता जो भविष्यवक्ताओं और मूसा ने कहीं कि वे होने वाली हैं,
परंतु जितने व्यवस्था के कार्यों पर निर्भर रहते हैं, वे शाप के अधीन हैं, क्योंकि लिखा है : शापित है वह जो व्यवस्था की पुस्तक में लिखी हुई सब बातों का पालन नहीं करता।
मसीह ने हमारे लिए शाप बनकर हमें व्यवस्था के शाप से छुड़ाया (क्योंकि लिखा है : शापित है वह जो काठ पर लटकाया जाता है।),
इस प्रकार मसीह तक पहुँचाने के लिए व्यवस्था हमारी शिक्षक बनी, ताकि हम विश्वास के द्वारा धर्मी ठहराए जाएँ।