और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच, तथा तेरे वंश और इसके वंश के बीच बैर उत्पन्न करूँगा; वह तेरे सिर को कुचलेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।”
याकूब 4:4 - नवीन हिंदी बाइबल हे व्यभिचारिणियो, क्या तुम नहीं जानतीं कि संसार से मित्रता का अर्थ परमेश्वर से शत्रुता रखना है? इसलिए यदि कोई संसार का मित्र बनना चाहता है, तो वह स्वयं को परमेश्वर का शत्रु बनाता है। पवित्र बाइबल ओ, विश्वास विहीन लोगो! क्या तुम नहीं जानते कि संसार से प्रेम करना परमेश्वर से घृणा करने जैसा ही है? जो कोई इस दुनिया से दोस्ती रखना चाहता है, वह अपने आपको परमेश्वर का शत्रु बनाता है। Hindi Holy Bible हे व्यभिचारिणयों, क्या तुम नहीं जानतीं, कि संसार से मित्रता करनी परमेश्वर से बैर करना है सो जो कोई संसार का मित्र होना चाहता है, वह अपने आप को परमेश्वर का बैरी बनाता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) व्यभिचारियों के सदृश आचरण करने वाले अनिष्ठावान लोगो! क्या तुम यह नहीं जानते कि संसार से मित्रता रखने का अर्थ है परमेश्वर से बैर करना? जो संसार का मित्र होना चाहता है, वह परमेश्वर का शत्रु बन जाता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे व्यभिचारिणियो, क्या तुम नहीं जानतीं कि संसार से मित्रता करनी परमेश्वर से बैर करना है? अत: जो कोई संसार का मित्र होना चाहता है, वह अपने आप को परमेश्वर का बैरी बनाता है। सरल हिन्दी बाइबल अरे विश्वासघातियो! क्या तुम्हें यह मालूम नहीं कि संसार से मित्रता परमेश्वर से शत्रुता है? इसलिये उसने, जो संसार की मित्रता से बंधा हुआ है, अपने आपको परमेश्वर का शत्रु बना लिया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे व्यभिचारिणियों, क्या तुम नहीं जानतीं, कि संसार से मित्रता करनी परमेश्वर से बैर करना है? इसलिए जो कोई संसार का मित्र होना चाहता है, वह अपने आपको परमेश्वर का बैरी बनाता है। (1 यूह. 2:15,16) |
और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच, तथा तेरे वंश और इसके वंश के बीच बैर उत्पन्न करूँगा; वह तेरे सिर को कुचलेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।”
जब तू चोर को देखता है तो उसके साथ मिल जाता है, और परस्त्रीगामियों के साथ सहभागी होता है।
देख, जो तुझसे दूर हैं, वे नाश होंगे; जो तेरे प्रति विश्वासयोग्य नहीं हैं, उन सब को तूने नष्ट कर दिया है।
इस पर उसने उनसे कहा,“बुरी और व्यभिचारी पीढ़ी चिह्न ढूँढ़ती है, परंतु योना भविष्यवक्ता के चिह्न को छोड़ उसे कोई चिह्न नहीं दिया जाएगा।
बुरी और व्यभिचारी पीढ़ी चिह्न ढूँढ़ती है, परंतु योनाके चिह्न को छोड़ उसे कोई चिह्न नहीं दिया जाएगा।” फिर वह उन्हें छोड़कर चला गया।
“कोई भी दो स्वामियों की सेवा नहीं कर सकता; क्योंकि वह या तो एक से घृणा करेगा और दूसरे से प्रेम रखेगा, या एक से मिला रहेगा और दूसरे को तुच्छ जानेगा; तुम परमेश्वर और धन दोनों की सेवा नहीं कर सकते।
अब मेरे उन शत्रुओं को जो नहीं चाहते थे कि मैं उन पर राज्य करूँ, यहाँ लाओ और मेरे सामने उन्हें मार डालो।’ ”
यदि तुम संसार के होते, तो संसार अपनों से प्रेम करता। परंतु तुम संसार के नहीं हो, बल्कि संसार में से मैंने तुम्हें चुन लिया, इसलिए संसार तुमसे घृणा करता है।
मैंने तेरा वचन उन्हें दिया है और संसार ने उनसे घृणा की, क्योंकि जैसे मैं संसार का नहीं, वैसे ही वे भी संसार के नहीं हैं।
संसार तुमसे घृणा नहीं कर सकता; परंतु वह मुझसे घृणा करता है, क्योंकि मैं उसके विरुद्ध साक्षी देता हूँ कि उसके कार्य बुरे हैं।
क्योंकि जब शत्रु होने पर भी उसके पुत्र की मृत्यु के द्वारा परमेश्वर से हमारा मेल हुआ, तो फिर मेल-मिलाप हो जाने पर हम निश्चय ही उसके जीवन के द्वारा उद्धार पाएँगे।
क्योंकि शरीर पर मन लगाना तो परमेश्वर से शत्रुता करना है, वह न तो परमेश्वर की व्यवस्था के अधीन है, और न हो सकता है;
कहाँ है ज्ञानवान? कहाँ है शास्त्री? कहाँ है इस युग का विवादी? क्या परमेश्वर ने इस संसार के ज्ञान को मूर्खता नहीं ठहराया?
क्योंकि परमेश्वर के ज्ञान में जब यह संसार अपने ज्ञान से परमेश्वर को न जान सका, तो परमेश्वर को यह अच्छा लगा कि इस प्रचार की मूर्खता के द्वारा विश्वास करनेवालों का उद्धार करे।
अब क्या मैं मनुष्यों की कृपा पाने का प्रयास कर रहा हूँ या परमेश्वर की? या फिर, क्या मैं मनुष्यों को प्रसन्न करना चाहता हूँ? यदि मैं अब तक मनुष्यों को प्रसन्न करता रहता तो मसीह का दास न होता।
हमारे परमेश्वर और पिता की दृष्टि में शुद्ध और निर्मल भक्ति यह है कि अनाथों और विधवाओं के दुःख में उनकी सुधि लें, और अपने आपको इस संसार से निष्कलंक रखें।