तब वह उन नगरों को धिक्कारने लगा जिनमें उसके अधिकांश सामर्थ्य के कार्य किए गए थे, क्योंकि उन लोगों ने पश्चात्ताप नहीं किया था :
मरकुस 16:14 - नवीन हिंदी बाइबल इसके बाद जब वे ग्यारह भोजन करने बैठे थे, यीशु वहाँ प्रकट हुआ और उसने उनके अविश्वास तथा मन की कठोरता को धिक्कारा, क्योंकि उन्होंने उन लोगों का विश्वास नहीं किया जिन्होंने उसे जी उठने के बाद देखा था। पवित्र बाइबल बाद में, जब उसके ग्यारहों शिष्य भोजन कर रहे थे, वह उनके सामने प्रकट हुआ और उसने उन्हें उनके अविश्वास और मन की जड़ता के लिए डाँटा फटकारा क्योंकि इन्होंने उनका विश्वास ही नहीं किया था जिन्होंने जी उठने के बाद उसे देखा था। Hindi Holy Bible पीछे वह उन ग्यारहों को भी, जब वे भोजन करने बैठे थे दिखाई दिया, और उन के अविश्वास और मन की कठोरता पर उलाहना दिया, क्योंकि जिन्हों ने उसके जी उठने के बाद उसे देखा था, इन्होंने उन की प्रतीति न की थी। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसके बाद येशु ने ‘ग्यारह’ प्रेरितों को उनके भोजन करते समय दर्शन दिया और उनके अविश्वास और मन की कठोरता के लिए उनकी भत्र्सना की; क्योंकि उन्होंने उन लोगों पर विश्वास नहीं किया था, जिन्होंने येशु को उनके जी उठने के बाद देखा था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पीछे वह उन ग्यारहों को भी, जब वे भोजन करने बैठे थे दिखाई दिया, और उनके अविश्वास और मन की कठोरता पर उलाहना दिया, क्योंकि जिन्होंने उसके जी उठने के बाद उसे देखा था, इन्होंने उनकी प्रतीति न की थी। सरल हिन्दी बाइबल तब वह ग्यारह शिष्यों पर भी प्रकट हुए. वे सब चौकी पर बैठे हुए थे. उन्होंने शिष्यों के अविश्वास तथा मन की कठोरता की उल्लाहना की क्योंकि उन्होंने उनके जीवित होने के बाद देखनेवालों का विश्वास नहीं किया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पीछे वह उन ग्यारह चेलों को भी, जब वे भोजन करने बैठे थे दिखाई दिया, और उनके अविश्वास और मन की कठोरता पर उलाहना दिया, क्योंकि जिन्होंने उसके जी उठने के बाद उसे देखा था, इन्होंने उसका विश्वास न किया था। |
तब वह उन नगरों को धिक्कारने लगा जिनमें उसके अधिकांश सामर्थ्य के कार्य किए गए थे, क्योंकि उन लोगों ने पश्चात्ताप नहीं किया था :
यीशु ने उनसे कहा,“तुम्हारे अविश्वास के कारण; क्योंकि मैं तुमसे सच कहता हूँ, यदि तुम्हारा विश्वास राई के दाने के बराबर भी हो, और तुम इस पहाड़ से कहो, ‘यहाँ से हटकर वहाँ जा’ तो वह हट जाएगा; और तुम्हारे लिए कुछ भी असंभव नहीं होगा।”
तब उसने उनसे कहा,“क्या तुम भी ऐसे नासमझ हो? क्या तुम नहीं जानते कि कोई भी वस्तु जो बाहर से मनुष्य के भीतर जाती है, वह उसे अशुद्ध नहीं कर सकती?
तब उसने उनसे कहा,“हे निर्बुद्धियो, और भविष्यवक्ताओं की सब बातों पर विश्वास करने में मंदमतियो!
अतः अन्य शिष्य उससे कहने लगे, “हमने प्रभु को देखा है।” परंतु उसने उनसे कहा, “जब तक मैं उसके हाथों में कीलों के छेद न देख लूँ और उन कीलों के छेद में अपनी उँगली न डाल लूँ और उसकी पसली में अपना हाथ न डाल लूँ, तब तक मैं बिलकुल विश्वास नहीं करूँगा।”
आठ दिन के बाद उसके शिष्य फिर घर के भीतर थे और थोमा उनके साथ था। तब द्वार बंद होने पर भी यीशु आया और उनके बीच में खड़े होकर कहा,“तुम्हें शांति मिले।”
फिर उसने थोमा से कहा,“अपनी उँगली यहाँ ला और मेरे हाथों को देख, और अपना हाथ लाकर मेरी पसली में डाल, और अविश्वासी नहीं बल्कि विश्वासी हो।”
इन बातों के बाद यीशु ने तिबिरियास झील के तट पर अपने आपको शिष्यों पर फिर प्रकट किया; और उसने इस प्रकार प्रकट किया :
अपने दुःख-भोग के बाद यीशु ने बहुत से ठोस प्रमाणों से अपने आपको उन पर जीवित प्रकट किया, और वह चालीस दिन तक उन्हें दिखाई देता रहा और परमेश्वर के राज्य की बातें बताता रहा।
जिनसे मैं प्रीति रखता हूँ, उन्हें मैं झिड़कता और ताड़ना देता हूँ। इसलिए सरगर्म हो जा और पश्चात्ताप कर।