पहले महीने के चौदहवें दिन की साँझ से लेकर इक्कीसवें दिन की साँझ तक तुम अख़मीरी रोटी खाया करना।
मरकुस 14:12 - नवीन हिंदी बाइबल अख़मीरी रोटी के पर्व के पहले दिन, जब फसह के मेमने का बलिदान किया जाता था, उसके शिष्यों ने उससे पूछा, “तू कहाँ चाहता है कि हम जाकर तेरे खाने के लिए फसह का भोज तैयार करें?” पवित्र बाइबल बिना खमीर की रोटी के उत्सव से एक दिन पहले, जब फ़सह (मेमने) की बलि दी जाया करती थी उसके शिष्यों ने उससे पूछा, “तू क्या चाहता है कि हम कहाँ जा कर तेरे खाने के लिये फ़सह भोज की तैयारी करें?” Hindi Holy Bible अखमीरी रोटी के पर्व्व के पहिले दिन, जिस में वे फसह का बलिदान करते थे, उसके चेलों ने उस से पूछा, तू कहां चाहता है, कि हम जाकर तेरे लिये फसह खाने की तैयारी करें? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) बेखमीर रोटी के पर्व के पहले दिन, जब पास्का-पर्व के मेमने की बलि चढ़ायी जाती है, शिष्यों ने येशु से कहा, “आप क्या चाहते हैं? हम कहाँ जा कर आपके लिए पास्का-पर्व के भोज की तैयारी करें?” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अखमीरी रोटी के पर्व के पहले दिन, जिसमें वे फसह का बलिदान करते थे, उसके चेलों ने उससे पूछा, “तू कहाँ चाहता है कि हम जाकर तेरे लिये फसह खाने की तैयारी करें?” सरल हिन्दी बाइबल अखमीरी रोटी के उत्सव के पहले दिन, जो फ़सह बलि अर्पण की बेला होती थी, शिष्यों ने मसीह येशु से पूछा, “हम आपके लिए फ़सह कहां तैयार करें—आपकी इच्छा क्या है?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अख़मीरी रोटी के पर्व के पहले दिन, जिसमें वे फसह का बलिदान करते थे, उसके चेलों ने उससे पूछा, “तू कहाँ चाहता है, कि हम जाकर तेरे लिये फसह खाने की तैयारी करें?” (निर्ग. 12:6, निर्ग. 12:15) |
पहले महीने के चौदहवें दिन की साँझ से लेकर इक्कीसवें दिन की साँझ तक तुम अख़मीरी रोटी खाया करना।
इस महीने के चौदहवें दिन तक उसे रखे रहना, और उस दिन साँझ के समय इस्राएल की सारी मंडली के लोग उसे बलि करें।
फिर मूसा ने लोगों से कहा, “इस दिन को स्मरण रखो, जिसमें तुम दासत्व के घर, अर्थात् मिस्र से निकल आए हो; यहोवा तुम्हें बड़े भुजबल के द्वारा उस स्थान से निकाल लाया है। इसमें कोई ख़मीरी वस्तु न खाई जाए।
इस पर यीशु ने उससे कहा,“अभी ऐसा ही होने दे, क्योंकि इस प्रकार सारी धार्मिकता को पूरा करना हमारे लिए उचित है।” तब उसने उसकी बात मान ली।
दो दिन के बाद फसह और अख़मीरी रोटी का पर्व था। मुख्य याजक और शास्त्री इस खोज में थे कि यीशु को किस प्रकार छल से पकड़कर मार डालें।
यह सुनकर वे प्रसन्न हुए और उसे रुपए देने की प्रतिज्ञा की। तब वह इस खोज में लग गया कि किस प्रकार अवसर पाकर उसे पकड़वा दे।
तब उसने अपने दो शिष्यों को भेजा और उनसे कहा,“नगर में जाओ और वहाँ तुम्हें पानी का घड़ा उठाए हुए एक मनुष्य मिलेगा; उसके पीछे चले जाना,
परंतु जब समय पूरा हुआ तो परमेश्वर ने अपने पुत्र को भेजा, जो स्त्री से जन्मा और व्यवस्था के अधीन उत्पन्न हुआ,