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मत्ती 9:13 - नवीन हिंदी बाइबल

तुम जाकर इसका अर्थ सीखो : मैं दया चाहता हूँ, बलिदान नहीं;क्योंकि मैं धर्मियों को नहीं बल्कि पापियों कोबुलाने आया हूँ।”

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पवित्र बाइबल

इसलिये तुम लोग जाओ और समझो कि शास्त्र के इस वचन का अर्थ क्या है, ‘मैं बलिदान नहीं चाहता बल्कि दया चाहता हूँ।’ मैं धर्मियों को नहीं, बल्कि पापियों को बुलाने आया हूँ।”

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Hindi Holy Bible

सो तुम जाकर इस का अर्थ सीख लो, कि मैं बलिदान नहीं परन्तु दया चाहता हूं; क्योंकि मैं धमिर्यों को नहीं परन्तु पापियों को बुलाने आया हूं॥

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

जा कर सीखो कि इस कथन का क्‍या अर्थ है : ‘मैं बलिदान नहीं, बल्‍कि दया चाहता हूँ।’ मैं धार्मिकों को नहीं, पापियों को बुलाने आया हूँ।”

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

इसलिये तुम जाकर इसका अर्थ सीख लो : ‘मैं बलिदान नहीं परन्तु दया चाहता हूँ।’ क्योंकि मैं धर्मियों को नहीं, परन्तु पापियों को बुलाने आया हूँ।”

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सरल हिन्दी बाइबल

अब जाओ और इस कहावत का अर्थ समझो: ‘मैं बलिदान से नहीं, पर दया से प्रसन्‍न होता हूं,’ क्योंकि मैं धर्मियों को नहीं परंतु पापियों को बुलाने के लिए इस पृथ्वी पर आया हूं.”

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

इसलिए तुम जाकर इसका अर्थ सीख लो, कि मैं बलिदान नहीं परन्तु दया चाहता हूँ; क्योंकि मैं धर्मियों को नहीं परन्तु पापियों को बुलाने आया हूँ।” (होशे 6:6)

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मत्ती 9:13
39 क्रॉस रेफरेंस  

धार्मिकता और न्याय का अनुसरण करना यहोवा को बलिदान से भी अधिक ग्रहणयोग्य है।


परंतु यीशु ने उनसे कहा,“क्या तुमने नहीं पढ़ा कि जब दाऊद अपने साथियों के साथ था और उसे भूख लगी, तो उसने क्या किया?


या क्या तुमने व्यवस्था में नहीं पढ़ा कि सब्त के दिनों में याजक मंदिर में सब्त के दिन की विधि को तोड़ने पर भी निर्दोष रहते हैं?


यदि तुमने इसका अर्थ जाना होता, ‘मैं बलिदान नहीं परंतु दया चाहता हूँ,’तो तुम निर्दोषों पर दोष न लगाते।


इस पर उसने कहा,“क्या तुमने नहीं पढ़ा कि सृष्‍टिकर्ता ने आरंभ से उन्हें नर और नारी बनाया


यीशु ने उनसे कहा,“क्या तुमने कभी पवित्रशास्‍त्र में नहीं पढ़ा : जिस पत्थर को राजमिस्‍त्रियों ने ठुकरा दिया, वही कोने का प्रमुख पत्थर बन गया? यह प्रभु की ओर से हुआ, और हमारी दृष्‍टि में अद्भुत है।


“पश्‍चात्ताप करो, क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है।”


इसलिए पश्‍चात्ताप के योग्य फल लाओ


उस समय से यीशु ने प्रचार करना और यह कहना आरंभ किया,“पश्‍चात्ताप करो, क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है।”


अब मृतकों के जिलाए जाने के विषय में क्या तुमने मूसा की पुस्तक में झाड़ी का वर्णन नहीं पढ़ा कि किस प्रकार परमेश्‍वर ने उससे कहा था : मैं अब्राहम का परमेश्‍वर, इसहाक का परमेश्‍वर और याकूब का परमेश्‍वर हूँ।


इसलिए उससे संपूर्ण मन, संपूर्ण समझ और संपूर्ण शक्‍ति से प्रेम रखना तथा अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रखना, सारे होमबलियों और बलिदानों से बढ़कर है।”


यह सुनकर यीशु ने उनसे कहा,“वैद्य की आवश्यकता स्वस्थ लोगों को नहीं बल्कि बीमारों को है। मैं धर्मियों को नहीं बल्कि पापियों को बुलाने आया हूँ।”


उसने उससे कहा,“व्यवस्था में क्या लिखा है? तू उसे कैसे पढ़ता है?”


मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूँढ़ने और उनका उद्धार करने आया है।”


और यरूशलेम से लेकर सब जातियों में उसके नाम से पापों की क्षमा के लिए पश्‍चात्तापका प्रचार किया जाएगा;


यीशु ने उनको उत्तर दिया,“वैद्य की आवश्यकता स्वस्थ लोगों को नहीं बल्कि बीमारों को है;


मैं धर्मियों को नहीं बल्कि पापियों को पश्‍चात्ताप के लिए बुलाने आया हूँ।”


इस पर यीशु ने उनसे कहा,“क्या तुम्हारी व्यवस्था में यह नहीं लिखा है : मैंने कहा, ‘तुम ईश्‍वर हो’?


ये सुनकर वे चुप हो गए और परमेश्‍वर की महिमा करते हुए कहने लगे, “तब तो परमेश्‍वर ने गैरयहूदियों को भी पश्‍चात्ताप का वह दान दिया है जो जीवन की ओर ले जाता है।”


पतरस ने उनसे कहा, “पश्‍चात्ताप करो, और तुममें से हर एक अपने पापों की क्षमा के लिए यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले, और तुम पवित्र आत्मा का दान पाओगे;


और यहूदियों और यूनानियों, दोनों को परमेश्‍वर के प्रति पश्‍चात्ताप और हमारे प्रभु यीशु पर विश्‍वास करने के विषय में दृढ़तापूर्वक साक्षी देता रहा।


इसलिए पश्‍चात्ताप करो और लौट आओ कि तुम्हारे पाप मिटाए जाएँ,


उसी को परमेश्‍वर ने प्रभु और उद्धारकर्ता ठहराकर अपने दाहिनी ओर ऊँचा उठाया कि वह इस्राएल को पश्‍चात्ताप और पापों की क्षमा प्रदान करे।


प्रभु अपनी प्रतिज्ञा पूरी करने में देर नहीं करता, जैसा कुछ लोग समझते हैं; परंतु प्रभु तुम्हारे विषय में धीरज धरता है और नहीं चाहता कि कोई नाश हो, बल्कि यह कि सब लोगों को पश्‍चात्ताप का अवसर मिले।