परंतु उन्होंने कहा, “पर्व के समय नहीं, कहीं ऐसा न हो कि लोगों के बीच में उपद्रव हो जाए।”
मत्ती 27:15 - नवीन हिंदी बाइबल राज्यपाल की यह रीति थी कि पर्व के समय किसी एक बंदी को, जिसे लोग चाहते थे, छोड़ देता था। पवित्र बाइबल फसह पर्व के अवसर पर राज्यपाल का रिवाज़ था कि वह किसी भी एक कैदी को, जिसे भीड़ चाहती थी, उनके लिए छोड़ दिया करता था। Hindi Holy Bible और हाकिम की यह रीति थी, कि उस पर्व्व में लोगों के लिये किसी एक बन्धुए को जिसे वे चाहते थे, छोड़ देता था। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पर्व के ऐसे अवसर पर राज्यपाल लोगों की इच्छानुसार एक बन्दी को रिहा किया करता था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हाकिम की यह रीति थी कि उस पर्व में लोगों के लिये किसी एक बन्दी को जिसे वे चाहते थे, छोड़ देता था। सरल हिन्दी बाइबल उत्सव पर परंपरा के अनुसार राज्यपाल की ओर से उस बंदी को, जिसे लोग चाहते थे, छोड़ दिया जाता था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और राज्यपाल की यह रीति थी, कि उस पर्व में लोगों के लिये किसी एक बन्दी को जिसे वे चाहते थे, छोड़ देता था। |
परंतु उन्होंने कहा, “पर्व के समय नहीं, कहीं ऐसा न हो कि लोगों के बीच में उपद्रव हो जाए।”
परंतु पतरस बाहर द्वार पर खड़ा रहा। अतः वह दूसरा शिष्य भी जो महायाजक का परिचित था, बाहर निकल आया और द्वारपालिन से कहकर पतरस को भीतर ले गया।
जब दो वर्ष पूरे हो गए तो पुरकियुस फेस्तुस, फेलिक्स का उत्तराधिकारी बना; और फेलिक्स यहूदियों को प्रसन्न करने की इच्छा से पौलुस को बंदीगृह में ही छोड़ गया।
तब फेस्तुस ने यहूदियों को प्रसन्न करने की इच्छा से पौलुस से कहा, “क्या तू चाहता है कि यरूशलेम में जाकर वहाँ मेरे सामने इन बातों का न्याय हो?”