यहोवा और उसके अभिषिक्त के विरुद्ध पृथ्वी के राजा मिलकर, और शासक आपस में सम्मति करके कहते हैं,
मत्ती 27:1 - नवीन हिंदी बाइबल जब भोर हुआ, तो सब मुख्य याजकों और लोगों के धर्मवृद्धों ने यीशु के विरुद्ध सम्मति की, कि उसे मार डालें; पवित्र बाइबल अलख सुबह सभी प्रमुख याजकों और यहूदी बुज़ुर्ग नेताओं ने यीशु को मरवा डालने के लिए षड्यन्त्र रचा। Hindi Holy Bible जब भोर हुई, तो सब महायाजकों और लोगों के पुरनियों ने यीशु के मार डालने की सम्मति की। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब प्रात:काल हुआ तब सब महापुरोहितों और समाज के धर्मवृद्धों ने परस्पर परामर्श किया कि येशु को मार डाला जाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब भोर हुई तो सब प्रधान याजकों और लोगों के पुरनियों ने यीशु को मार डालने की सम्मति की। सरल हिन्दी बाइबल प्रातःकाल सभी प्रधान पुरोहितों तथा पुरनियों ने आपस में येशु को मृत्यु दंड देने की सहमति की. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब भोर हुई, तो सब प्रधान याजकों और लोगों के प्राचीनों ने यीशु के मार डालने की सम्मति की। |
यहोवा और उसके अभिषिक्त के विरुद्ध पृथ्वी के राजा मिलकर, और शासक आपस में सम्मति करके कहते हैं,
मैंने बहुतों से अपनी निंदा सुनी है; चारों ओर भय ही भय है। उन्होंने मिलकर मेरे विरुद्ध सम्मति की और मेरे प्राण लेने का षड्यंत्र रचा।
क्योंकि मेरे शत्रु मेरे विरुद्ध बातें करते हैं और वे मेरे प्राण की ताक में हैं। उन्होंने यह कहकर आपस में सम्मति की है :
“हे पाखंडी शास्त्रियो और फरीसियो, तुम पर हाय! क्योंकि तुम मनुष्यों के लिए स्वर्ग के राज्य का द्वार बंद कर देते हो; और न तो तुम स्वयं उसमें प्रवेश करते हो और न ही उन्हें जो प्रवेश कर रहे हैं, प्रवेश करने देते हो।
भोर होते ही धर्मवृद्धों और शास्त्रियों के साथ मुख्य याजकों और संपूर्ण महासभा ने सम्मति की और यीशु को बाँधकर ले गए, तथा पिलातुस के हाथों सौंप दिया।
उस समय वहाँ कुछ लोग थे जो यीशु को उन गलीलियों के विषय में बताने लगे, जिनका लहू पिलातुस ने उन्हीं के बलिदानों में मिलाया था।
जब दिन हुआ तो लोगों के प्रमुख, जिनमें मुख्य याजक और शास्त्री दोनों थे, इकट्ठे हुए, और उसे अपनी महासभा में ले गए,
अतः वे यीशु को काइफा के पास से राजभवन में ले गए; यह भोर का समय था। परंतु उन्होंने राजभवन में प्रवेश नहीं किया ताकि वे अशुद्ध न हों और फसह का भोज खा सकें।
यह सुनकर वे भोर को ही मंदिर में जाकर उपदेश देने लगे। जब महायाजक तथा उसके साथी आए तो उन्होंने महासभा और इस्राएलियों के सब धर्मवृद्धों को इकट्ठा किया, और बंदीगृह से प्रेरितों को लाने का आदेश भेजा।