मत्ती 21:15 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु जब मुख्य याजकों और शास्त्रियों ने इन चमत्कारों को देखा जिन्हें यीशु ने किया और यह भी कि बच्चे मंदिर-परिसर में “दाऊद के पुत्र को होशन्ना” कहकर चिल्ला रहे हैं तो क्रोधित हो गए पवित्र बाइबल तब प्रमुख याजकों और यहूदी धर्मशास्त्रियों ने उन अद्भुत कामों को देखा जो उसने किये थे और मन्दिर में बच्चों को ऊँचे स्वर में कहते सुना: “होशन्ना! दाऊद का वह पुत्र धन्य है।” Hindi Holy Bible परन्तु जब महायाजकों और शास्त्रियों ने इन अद्भुत कामों को, जो उस ने किए, और लड़कों को मन्दिर में दाऊद की सन्तान को होशाना पुकारते हुए देखा, तो क्रोधित होकर उस से कहने लगे, क्या तू सुनता है कि ये क्या कहते हैं? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब महापुरोहितों और शास्त्रियों ने उनके आश्चर्यपूर्ण कार्य देखे और बालकों को मन्दिर में यह जयघोष करते सुना − “दाऊद के वंशज की जय!” तो वे क्रुद्ध हो गए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु जब प्रधान याजकों और शास्त्रियों ने इन अद्भुत कामों को, जो उसने किए, और लड़कों को मन्दिर में ‘दाऊद के सन्तान को होशाना’ पुकारते हुए देखा, तो वे क्रोधित हुए, सरल हिन्दी बाइबल जब प्रधान पुरोहितों तथा शास्त्रियों ने देखा कि येशु ने अद्भुत काम किए हैं और बच्चे मंदिर में, “दावीद की संतान की होशान्ना” के नारे लगा रहे हैं, तो वे अत्यंत गुस्सा हुए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु जब प्रधान याजकों और शास्त्रियों ने इन अद्भुत कामों को, जो उसने किए, और लड़कों को मन्दिर में दाऊद की सन्तान को होशाना पुकारते हुए देखा, तो क्रोधित हुए, |
जब वह मंदिर-परिसर में आकर उपदेश दे रहा था, तो मुख्य याजक और लोगों के धर्मवृद्ध उसके पास आकर कहने लगे, “तू ये कार्य किस अधिकार से करता है? और यह अधिकार तुझे किसने दिया?”
उसके आगे और पीछे चलनेवाले लोग यह नारे लगा रहे थे : दाऊद के पुत्र को होशन्ना! धन्य है वह, जो प्रभु के नाम से आता है; सर्वोच्च स्थान में होशन्ना।
जब भोर हुआ, तो सब मुख्य याजकों और लोगों के धर्मवृद्धों ने यीशु के विरुद्ध सम्मति की, कि उसे मार डालें;
परंतु मुख्य याजकों और धर्मवृद्धों ने लोगों को उकसाया कि वे बरअब्बा को माँग लें और यीशु का नाश कराएँ।
जब यीशु वहाँ से आगे बढ़ा, तो दो अंधे व्यक्ति चिल्लाते हुए उसके पीछे आए, “दाऊद के पुत्र, हम पर दया कर।”
जब मुख्य याजकों और शास्त्रियों ने यह सुना तो वे उसे नाश करने का अवसर ढूँढ़ने लगे; परंतु वे उससे डरते थे, क्योंकि सब लोग उसके उपदेश से आश्चर्यचकित थे।
एक दिन ऐसा हुआ जब यीशु मंदिर में लोगों को उपदेश दे रहा था और सुसमाचार सुना रहा था, तो मुख्य याजक और शास्त्री, धर्मवृद्धों के साथ आ खड़े हुए,
मुख्य याजक और शास्त्री इस खोज में थे कि यीशु को कैसे मार डालें, क्योंकि वे लोगों से डरते थे।
जब दिन हुआ तो लोगों के प्रमुख, जिनमें मुख्य याजक और शास्त्री दोनों थे, इकट्ठे हुए, और उसे अपनी महासभा में ले गए,
मुख्य याजकों और फरीसियों ने यह आदेश दे रखा था कि यदि कोई जानता है कि वह कहाँ है तो बताए, ताकि वे उसे पकड़ सकें।
तब फरीसियों ने आपस में कहा, “तुम देखते हो कि हमसे कुछ नहीं बन पड़ता; देखो, संसार उसके पीछे चल पड़ा है।”
जब यीशु ने जान लिया कि फरीसियों ने सुना है, कि यीशु यूहन्ना से अधिक शिष्य बनाता और बपतिस्मा देता है,
क्या पवित्रशास्त्र ने नहीं कहा कि मसीह दाऊद के वंश से और उस बैतलहम गाँव से आएगा, जहाँ का दाऊद था?”