और इलीहूद से एलीआज़ार उत्पन्न हुआ, और एलीआज़ार से मत्तान उत्पन्न हुआ, और मत्तान से याकूब उत्पन्न हुआ,
मत्ती 1:16 - नवीन हिंदी बाइबल और याकूब से यूसुफ उत्पन्न हुआ जो मरियम का पति था, और मरियम से यीशु उत्पन्न हुआ जो मसीह कहलाता है। पवित्र बाइबल और याकूब से यूसुफ पैदा हुआ। जो मरियम का पति था। मरियम से यीशु का जन्म हुआ जो मसीह कहलाया। Hindi Holy Bible और याकूब से यूसुफ उत्पन्न हुआ; जो मरियम का पति था जिस से यीशु जो मसीह कहलाता है उत्पन्न हुआ॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और याकूब से यूसुफ उत्पन्न हुआ, जो मरियम का पति था। मरियम से येशु उत्पन्न हुए, जो मसीह कहलाते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) याकूब से यूसुफ उत्पन्न हुआ, जो मरियम का पति था, और मरियम से यीशु जो मसीह कहलाता है, उत्पन्न हुआ। सरल हिन्दी बाइबल और याकोब से योसेफ़ पैदा हुए, जिन्होंने मरियम से विवाह किया, जिनके द्वारा येशु, जिन्हें मसीह कहा जाता है पैदा हुए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 याकूब से यूसुफ उत्पन्न हुआ, जो मरियम का पति था, और मरियम से यीशु उत्पन्न हुआ जो मसीह कहलाता है। |
और इलीहूद से एलीआज़ार उत्पन्न हुआ, और एलीआज़ार से मत्तान उत्पन्न हुआ, और मत्तान से याकूब उत्पन्न हुआ,
जब वे चले गए, तो देखो, प्रभु के एक स्वर्गदूत ने यूसुफ को स्वप्न में दिखाई देकर कहा, “उठ, बालक और उसकी माता को लेकर मिस्र देश को भाग जा, और जब तक मैं तुझसे न कहूँ तब तक वहीं रहना, क्योंकि हेरोदेस इस बालक को मार डालने के लिए उसको ढूँढ़ने वाला है।”
अतः जब वे इकट्ठे हुए तो पिलातुस ने उनसे कहा, “तुम किसे चाहते हो कि मैं तुम्हारे लिए छोड़ दूँ, बरअब्बा को या यीशु को जो मसीह कहलाता है?”
पिलातुस ने उनसे पूछा, “फिर मैं उस यीशु का, जो मसीह कहलाता है, क्या करूँ?” सब ने कहा, “उसे क्रूस पर चढ़ाया जाए!”
क्या यह वही बढ़ई नहीं, जो मरियम का पुत्र और याकूब, योसेस, यहूदा और शमौन का भाई है? क्या इसकी बहनें यहाँ हमारे साथ नहीं?” इस प्रकार उन्हें उससे ठोकर लगी।
एक कुँवारी के पास भेजा गया, जिसकी मँगनी दाऊद के घराने के यूसुफ नामक एक पुरुष से हुई थी, और उस कुँवारी का नाम मरियम था।
उसे देखकर उसके माता-पिता आश्चर्यचकित हुए, और उसकी माता ने उससे कहा, “बेटा, तूने हमारे साथ ऐसा क्यों किया? देख, तेरे पिता और मैं व्याकुल होकर तुझे ढूँढ़ रहे थे।”
और उसने अपने पहलौठे पुत्र को जन्म दिया, तथा उसे कपड़े में लपेटकर चरनी में लिटा दिया, क्योंकि उनके लिए सराय में कोई स्थान नहीं था।
यीशु ने जब अपनी सेवा आरंभ की तो वह लगभग तीस वर्ष का था, और जैसा समझा जाता था, वह यूसुफ का पुत्र था जो एली का,
सब उसकी प्रशंसा करने लगे और उसके मुँह से निकले अनुग्रह के वचनों पर आश्चर्य करते हुए कहने लगे, “क्या यह यूसुफ का पुत्र नहीं?”
स्त्री ने उससे कहा, “मैं जानती हूँ कि मसीह, जो ख्रीष्ट कहलाता है, आने वाला है। जब वह आएगा तो हमें सब कुछ बता देगा।”