भजन संहिता 22:1 - नवीन हिंदी बाइबल हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तूने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी सहायता करने से, और मेरे कराहने के शब्दों से दूर क्यों है? पवित्र बाइबल हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर! तूने मुझे क्यों त्याग दिया है? मुझे बचाने के लिये तू क्यों बहुत दूर है? मेरी सहायता की पुकार को सुनने के लिये तू बहुत दूर है। Hindi Holy Bible हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी पुकार से और मेरी सहायता करने से क्यों दूर रहता है? मेरा उद्धार कहां है? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मेरे परमेश्वर! हे मेरे परमेश्वर! तूने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी सहायता क्यों नहीं करता? तू मेरा कराहना क्यों नहीं सुनता? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तूने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी पुकार से और मेरी सहायता करने से क्यों दूर रहता है? मेरा उद्धार कहाँ है? सरल हिन्दी बाइबल मेरे परमेश्वर, मेरे परमेश्वर, क्यों आपने मेरा परित्याग कर दिया? मुझे मुक्त करने में इतना विलंब क्यों हो रहा है? क्यों मेरे कराहने का स्वर आप सुन नहीं पा रहे? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तूने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी पुकार से और मेरी सहायता करने से क्यों दूर रहता है? मेरा उद्धार कहाँ है? |
कुत्तों ने मुझे घेर लिया है, कुकर्मियों की भीड़ ने मुझे चारों ओर से घेर लिया है; उन्होंने मेरे हाथों और मेरे पैरों को छेदा है।
क्योंकि यहोवा न्यायप्रिय है और अपने भक्तों को नहीं त्यागता; उनकी तो रक्षा सदा की जाती है, परंतु दुष्टों का वंश नाश किया जाएगा।
“परमेश्वर ने उसे त्याग दिया है; उसका पीछा करके उसे पकड़ लो, क्योंकि उसे छुड़ानेवाला कोई नहीं है।”
लगभग तीन बजे यीशु ने ऊँची आवाज़ में पुकारकर कहा,“एली, एली, लमा शबक्तनी?” जिसका अर्थ है,“हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तूने मुझे क्यों छोड़ दिया?”
तीन बजे, यीशु ने ऊँची आवाज़ में पुकारा,“इलोई, इलोई, लमा शबक्तनी?” जिसका अर्थ है,“हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तूने मुझे क्यों छोड़ दिया?”
यीशु अत्यंत व्याकुल होकर और भी यत्न से प्रार्थना करने लगा; और उसका पसीना लहू की बड़ी-बड़ी बूँदों के समान भूमि पर गिर रहा था।
फिर उसने उनसे कहा,“ये मेरी वे बातें हैं, जो मैंने तुम्हारे साथ रहते हुए तुमसे कही थीं कि मूसा की व्यवस्था और भविष्यवक्ताओं और भजनों की पुस्तक में मेरे विषय में लिखी गई सब बातों का पूरा होना अवश्य है।”
तुम्हारा जीवन लोभ-रहित हो और जो तुम्हारे पास है उसमें संतुष्ट रहो। उसने स्वयं कहा है : मैं तुझे कभी न छोड़ूँगा, और न कभी त्यागूँगा।
यीशु ने अपनी देह में रहने के दिनों में ऊँचे स्वर से पुकारकर और आँसू बहा बहाकर, उससे जो उसे मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थनाएँ और विनतियाँ कीं; और भक्ति के कारण उसकी सुनी गई।