भजन संहिता 19:14 - नवीन हिंदी बाइबल मेरे मुँह के वचन और मेरे हृदय का ध्यान तुझे ग्रहणयोग्य हों, हे यहोवा, मेरी चट्टान और मेरे उद्धारकर्ता! पवित्र बाइबल मुझको आशा है कि, मेरे वचन और चिंतन तुझको प्रसन्न करेंगे। हे यहोवा, तू मेरी चट्टान, और मेरा बचाने वाला है! Hindi Holy Bible मेरे मुंह के वचन और मेरे हृदय का ध्यान तेरे सम्मुख ग्रहण योग्य हों, हे यहोवा परमेश्वर, मेरी चट्टान और मेरे उद्धार करने वाले! पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हे प्रभु, मेरी चट्टान और मेरे उद्धारकर्ता! मेरे मुंह के शब्द तुझे प्रिय लगें और मेरे हृदय का ध्यान तू स्वीकार करे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मेरे मुँह के वचन और मेरे हृदय का ध्यान तेरे सम्मुख ग्रहण योग्य हों, हे यहोवा परमेश्वर, मेरी चट्टान और मेरे उद्धार करनेवाले! सरल हिन्दी बाइबल याहवेह, मेरी चट्टान और मेरे उद्धारक, मेरे मुख का वचन तथा मेरे हृदय का चिंतन आपको स्वीकार्य हो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे यहोवा परमेश्वर, मेरी चट्टान और मेरे उद्धार करनेवाले, मेरे मुँह के वचन और मेरे हृदय का ध्यान तेरे सम्मुख ग्रहणयोग्य हों। |
दुष्ट लोगों के बलिदान से यहोवा घृणा करता है, परंतु सीधे लोगों की प्रार्थना से वह प्रसन्न होता है।
कि मैं गैरयहूदियों के लिए मसीह यीशु का सेवक बनूँ और परमेश्वर के सुसमाचार की सेवा याजक के रूप में करूँ, ताकि गैरयहूदी रूपी मेरी भेंट पवित्र आत्मा के द्वारा पवित्र होकर ग्रहणयोग्य हो।
और उसके पुत्र अर्थात् यीशु के स्वर्ग से आने की प्रतीक्षा करो, जिसे उसने मृतकों में से जिलाया और जो हमें आने वाले प्रकोप से बचाता है।
जिसने अपने आपको हमारे लिए दे दिया ताकि हर प्रकार के अधर्म से हमें छुड़ा ले, और शुद्ध करके अपने लिए एक ऐसी निज प्रजा बना ले जो भले कार्यों को करने में उत्साही हो।
विश्वास ही से हाबिल ने परमेश्वर को कैन से उत्तम बलिदान चढ़ाया, और उसी के द्वारा वह धर्मी समझा गया, क्योंकि परमेश्वर ने उसकी भेंटों के विषय में गवाही दी थी। यद्यपि हाबिल मर गया, फिर भी विश्वास के द्वारा वह अब तक बोलता है।
अतः हम उसके द्वारा परमेश्वर को स्तुति रूपी बलिदान निरंतर चढ़ाते रहें, अर्थात् उन होंठों का फल जो उसके नाम का अंगीकार करते हैं।
तुम भी स्वयं जीवित पत्थरों के समान आत्मिक घर बनते जाते हो कि याजकों का पवित्र समाज बनकर ऐसे आत्मिक बलिदानों को चढ़ाओ जो यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर को ग्रहणयोग्य हों।
तब वे यह नया गीत गाने लगे : तू ही इस पुस्तक को लेने और इसकी मुहरों को खोलने के योग्य है, क्योंकि तूने वध होकर अपने लहू से परमेश्वर के लिए प्रत्येक कुल, भाषा, राष्ट्र और जाति में से लोगों को खरीद लिया,