यदि लोग तुम्हें ग्रहण न करें, तो उस नगर से निकलते हुए अपने पैरों से धूल झाड़ दो ताकि उनके विरुद्ध साक्षी हो।”
फिलिप्पियों 2:29 - नवीन हिंदी बाइबल अतः तुम बड़े आनंद के साथ प्रभु में उसका स्वागत करो, और ऐसे लोगों का आदर किया करो; पवित्र बाइबल इसलिए प्रभु में बड़ी प्रसन्नता के साथ उसका स्वागत करो और ऐसे लोगों का आधिकाधिक आदर करते रहो। Hindi Holy Bible इसलिये तुम प्रभु में उस से बहुत आनन्द के साथ भेंट करना, और ऐसों का आदर किया करना। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप प्रभु में पूर्ण आनन्द के साथ उसका स्वागत करें। आप को ऐसे लोगों का सम्मान करना चाहिए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये तुम प्रभु में उससे बहुत आनन्द के साथ भेंट करना, और ऐसों का आदर किया करना, सरल हिन्दी बाइबल प्रभु में आनंदपूर्वक उसका स्वागत-सत्कार करना, उसके जैसे व्यक्तियों का आदर किया करो, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए तुम प्रभु में उससे बहुत आनन्द के साथ भेंट करना, और ऐसों का आदर किया करना, |
यदि लोग तुम्हें ग्रहण न करें, तो उस नगर से निकलते हुए अपने पैरों से धूल झाड़ दो ताकि उनके विरुद्ध साक्षी हो।”
मैं तुमसे सच-सच कहता हूँ, जो मेरे भेजे हुए को ग्रहण करता है, वह मुझे ग्रहण करता है, और जो मुझे ग्रहण करता है, वह मेरे भेजनेवाले को ग्रहण करता है।”
वे प्रतिदिन एक मन होकर मंदिर-परिसर में निरंतर इकट्ठा होते, घर-घर रोटी तोड़ते, आनंद तथा मन की सीधाई से भोजन करते,
उन्होंने अनेक प्रकार से हमारा सम्मान किया; और जब हम जहाज़ से रवाना होने वाले थे तो उन्होंने हमारी आवश्यकता की वस्तुएँ जहाज़ पर रख दीं।
और यदि उन्हें भेजा न जाए तो वे कैसे प्रचार करें? जैसा लिखा है : उनके पैर कितने सुहावने हैं जो भली बातों का सुसमाचार सुनाते हैं।
कि तुम उसका प्रभु में वैसे ही स्वागत करो जैसे पवित्र लोगों का करते हो; और जिस किसी बात में उसे तुम्हारी आवश्यकता हो उसकी सहायता करो, क्योंकि वह भी बहुतों की और स्वयं मेरी सहायक रही है।
यदि तीमुथियुस आ जाए, तो ध्यान रखना कि वह तुम्हारे साथ निर्भय होकर रहे, क्योंकि वह भी मेरे समान प्रभु का कार्य कर रहा है।
क्योंकि जो अपनी प्रशंसा करता है वह नहीं, बल्कि जिसकी प्रशंसा प्रभु करता है, वही ग्रहणयोग्य होता है।
हमें अपने हृदय में स्थान दो। हमने न तो किसी के साथ अन्याय किया है, न किसी को बिगाड़ा है, और न ही किसी का अनुचित लाभ उठाया है।
मैंने उसे और भी उत्सुकता से इसलिए भेजा है कि तुम उसे फिर से देखकर आनंदित हो जाओ और मेरा दुःख भी कम हो जाए।
मेरा साथी बंदी अरिस्तर्खुस तुम्हें नमस्कार कहता है और मरकुस भी जो बरनाबास का संबंधी है (जिसके विषय में तुम्हें आज्ञा मिली है कि यदि वह तुम्हारे पास आए तो तुम उसका स्वागत करना),
अब हे भाइयो, हम तुमसे विनती करते हैं कि जो तुम्हारे बीच परिश्रम करते हैं, और प्रभु में तुम्हारे ऊपर अधिकारी हैं तथा तुम्हें शिक्षा देते हैं, उनका सम्मान करो;
जो प्रवर अच्छा नेतृत्व करते हैं, वे दुगुने आदर के योग्य समझे जाएँ, विशेषकर वे जो वचन के प्रचार और शिक्षा के कार्य में परिश्रम करते हैं।
अपने अगुवों की आज्ञा मानो और उनके अधीन रहो; वे तो यह जानकर कि उन्हें लेखा देना है, तुम्हारे प्राणों की चौकसी करते हैं, इसलिए उन्हें यह कार्य आनंद से करने दो न कि आहें भरते हुए, क्योंकि इस दशा में तुम्हें कोई लाभ नहीं होगा।
इसलिए जब मैं आऊँगा, तो जो कार्य वह करता है, अर्थात् हमारे विषय में बुरी-बुरी बातें बकना, उनका स्मरण दिलाऊँगा। उसे इससे भी संतोष नहीं, वह भाइयों को स्वीकार नहीं करता, और जो करना भी चाहते हैं उन्हें रोकता है और कलीसिया से निकाल देता है।