प्रेरितों के काम 7:38 - नवीन हिंदी बाइबल यह वही है जो जंगल में मंडली के बीच सीनै पहाड़ पर उस स्वर्गदूत के साथ था जिसने उससे बातें कीं, और हमारे पूर्वजों के साथ था; उसने जीवित वचन प्राप्त किए कि उन्हें हम तक पहुँचाए। पवित्र बाइबल यह वही है जो वीराने में सभा के बीच हमारे पूर्वजों और उस स्वर्गदूत के साथ मौजूद था जिसने सिनाई पर्वत पर उससे बातें की थी। इसी ने हमें देने के लिये परमेश्वर से सजीव वचन प्राप्त किये थे। Hindi Holy Bible यह वही है, जिस ने जंगल में कलीसिया के बीच उस स्वर्गदूत के साथ सीनै पहाड़ पर उस से बातें की, और हमारे बाप दादों के साथ था: उसी को जीवित वचन मिले, कि हम तक पहुंचाए। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह वही मूसा हैं जो निर्जन प्रदेश की मंडली में उस स्वर्गदूत के साथ थे, जिसने सीनय पर्वत पर उन से वार्तालाप किया था। वह हमारे पूर्वजों के साथ भी थे। मूसा को जीवन्त दिव्यवाणी प्राप्त हुई, ताकि वह उसे हम लोगों को सुनायें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यह वही है, जिसने जंगल में कलीसिया के बीच उस स्वर्गदूत के साथ सीनै पहाड़ पर उससे बातें कीं और हमारे बापदादों के साथ था, उसी को जीवित वचन मिले कि हम तक पहुँचाए। सरल हिन्दी बाइबल यह वही हैं, जो बंजर भूमि में इस्राएली समुदाय में उस स्वर्गदूत के साथ मौजूद थे, जिसने उनसे सीनाय पर्वत पर बातें की और जो हमारे पूर्वजों के साथ थे तथा मोशेह ने तुम्हें सौंप देने के लिए जिनसे जीवित वचन प्राप्त किए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यह वही है, जिसने जंगल में मण्डली के बीच उस स्वर्गदूत के साथ सीनै पहाड़ पर उससे बातें की, और हमारे पूर्वजों के साथ था, उसी को जीवित वचन मिले, कि हम तक पहुँचाए। (निर्ग. 19:1-6, निर्ग. 20:1-17, व्यव. 5:4-22, व्यव. 9:10,11) |
आत्मा ही है जो जीवन देता है, शरीर से कुछ लाभ नहीं। मैंने तुमसे जो वचन कहे हैं, वे आत्मा हैं और जीवन भी।
“जब चालीस वर्ष बीत गए तो उसे सीनै पहाड़ के जंगल में जलती हुई झाड़ी की ज्वाला के बीच एक स्वर्गदूत दिखाई दिया।
“यह वही मूसा है, जिसका लोगों ने यह कहकर इनकार किया था, ‘तुझे किसने हम पर प्रधान और न्यायी ठहराया है?’ उसी को परमेश्वर ने प्रधान और छुड़ानेवाला ठहराकर उस स्वर्गदूत के द्वारा भेजा जो उसे झाड़ी में दिखाई दिया था।
अर्थात् इस्राएली हैं, और लेपालकपन का अधिकार, महिमा, वाचाएँ, व्यवस्था को प्राप्त करना, उपासना और प्रतिज्ञाएँ उन्हीं की हैं।
फिर व्यवस्था क्यों दी गई? वह अपराधों के कारण बाद में दी गई कि उस वंशज के आने तक रहे जिसकी प्रतिज्ञा की गई थी; और वह स्वर्गदूतों के द्वारा एक मध्यस्थ के हाथ ठहराई गई।
क्योंकि यदि स्वर्गदूतों के द्वारा कहा गया वचन अटल प्रमाणित हुआ, और प्रत्येक अपराध तथा आज्ञा-उल्लंघन का उचित दंड मिला,
परमेश्वर का वचन जीवित, प्रभावशाली और किसी भी दोधारी तलवार से अधिक तेज़ है, जो प्राण और आत्मा, जोड़ों और मज्जा को आर-पार भेदकर अलग करता है, और मन के विचारों और अभिप्रायों को परखता है।
इस समय तक तो तुम्हें गुरु बन जाना चाहिए था, परंतु तुम्हें आवश्यकता है कि कोई तुम्हें परमेश्वर के वचनों के मूल सिद्धांतों को फिर से सिखाए। तुम्हें ठोस भोजन की नहीं परंतु दूध की आवश्यकता है।
यदि कोई बोले, तो ऐसे बोले जैसे वे परमेश्वर के वचन हों; यदि कोई सेवा करे, तो उस सामर्थ्य से करे जो परमेश्वर देता है, ताकि सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर की महिमा हो, क्योंकि महिमा और पराक्रम युगानुयुग उसी का है। आमीन।