उसने जाकर मुख्य याजकों और मंदिर के सुरक्षा अधिकारियों के साथ बातचीत की कि किस प्रकार यीशु को उनके हाथ पकड़वाए।
प्रेरितों के काम 5:24 - नवीन हिंदी बाइबल जब मंदिर-परिसर के मुख्य सुरक्षा अधिकारी और मुख्य याजकों ने ये बातें सुनीं तो उनके विषय में बड़ी दुविधा में पड़ गए कि अब क्या होगा। पवित्र बाइबल मन्दिर के रखवालों के मुखिया ने और महायाजकों ने जब ये शब्द सुने तो वे उनके बारे में चक्कर में पड़ गये और सोचने लगे, “अब क्या होगा।” Hindi Holy Bible जब मन्दिर के सरदार और महायाजकों ने ये बातें सुनीं, तो उन के विषय में भारी चिन्ता में पड़ गए कि यह क्या हुआ चाहता है? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब मन्दिर-आरक्षी के नायक और महापुरोहितों ने यह समाचार सुना, तब वे चिन्ता में पड़ गये कि प्रेरितों का क्या हुआ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब मन्दिर के सरदार और प्रधान याजकों ने ये बातें सुनीं, तो उनके विषय में भारी चिन्ता में पड़ गए कि उनका क्या हुआ! सरल हिन्दी बाइबल इस समाचार ने मंदिर के प्रधान रक्षक तथा प्रधान पुरोहितों को घबरा दिया. वे विचार करने लगे कि इस परिस्थिति का परिणाम क्या होगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब मन्दिर के सरदार और प्रधान याजकों ने ये बातें सुनीं, तो उनके विषय में भारी चिन्ता में पड़ गए कि उनका क्या हुआ! |
उसने जाकर मुख्य याजकों और मंदिर के सुरक्षा अधिकारियों के साथ बातचीत की कि किस प्रकार यीशु को उनके हाथ पकड़वाए।
तब यीशु ने मुख्य याजकों और मंदिर के सुरक्षा अधिकारियों और धर्मवृद्धों से, जो उसके विरुद्ध आए थे, कहा,“क्या तुम मुझे डाकू समझकर तलवारों और लाठियों के साथ आए हो?
तब फरीसियों ने आपस में कहा, “तुम देखते हो कि हमसे कुछ नहीं बन पड़ता; देखो, संसार उसके पीछे चल पड़ा है।”
जब वे लोगों से बातें कर रहे थे तो याजक और मंदिर का मुख्य सुरक्षा अधिकारी और सदूकी उनके विरुद्ध आ खड़े हुए।
तब उन्होंने उनको और धमकाकर छोड़ दिया, क्योंकि लोगों के कारण वे समझ नहीं पा रहे थे कि उन्हें कैसे दंड दें, इसलिए कि जो कुछ हुआ था उसके कारण सब लोग परमेश्वर की महिमा कर रहे थे।
“हमने बंदीगृह को पूरी सुरक्षा के साथ बंद किया हुआ और पहरेदारों को द्वारों पर खड़े हुए पाया, परंतु जब उन्हें खोला तो हमें भीतर कोई नहीं मिला।”
फिर किसी ने आकर उन्हें बताया, “देखो, जिन लोगों को तुमने बंदीगृह में डाला था, वे मंदिर में खड़े होकर लोगों को उपदेश दे रहे हैं।”
तब मुख्य सुरक्षा अधिकारी सिपाहियों के साथ जाकर उन्हें ले आया, पर बलपूर्वक नहीं, क्योंकि वे लोगों से डरते थे कि कहीं लोग उन पर पथराव न कर दें।