और मेरे कारण तुम्हें शासकों और राजाओं के सामने भी ले जाया जाएगा ताकि उनके और गैरयहूदियों के लिए साक्षी हो।
प्रेरितों के काम 26:28 - नवीन हिंदी बाइबल तब अग्रिप्पा ने पौलुस से कहा, “तू मुझे थोड़े समय में ही मसीही बनाना चाहता है!” पवित्र बाइबल इस पर अग्रिप्पा ने पौलुस से कहा, “क्या तू यह सोचता है कि इतनी सरलता से तू मुझे मसीही बनने को मना लेगा?” Hindi Holy Bible अब अग्रिप्पा ने पौलुस से कहा तू थोड़े ही समझाने से मुझे मसीही बनाना चाहता है? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अग्रिप्पा ने पौलुस से कहा, “थोड़े में ही तुम मुझसे स्वीकार कराओगे कि तुमने मुझे मसीही बना लिया है!” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब अग्रिप्पा ने पौलुस से कहा, “तू थोड़े ही समझाने से मुझे मसीही बनाना चाहता है?” सरल हिन्दी बाइबल अग्रिप्पा ने पौलॉस से कहा, “तुम सोच रहे हो कि तुम शीघ्र ही मुझे मसीही होने के लिए सहमत कर लोगे!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अब अग्रिप्पा ने पौलुस से कहा, “क्या तू थोड़े ही समझाने से मुझे मसीही बनाना चाहता है?” |
और मेरे कारण तुम्हें शासकों और राजाओं के सामने भी ले जाया जाएगा ताकि उनके और गैरयहूदियों के लिए साक्षी हो।
क्योंकि हेरोदेस यूहन्ना को एक धर्मी और पवित्र व्यक्ति जानकर उससे डरता और उसकी रक्षा करता था। वह उसकी बातें सुनकर बहुत घबराता था फिर भी आनंद से उसकी सुनता था।
जब वह उसे मिला तो उसे अंताकिया ले आया। फिर ऐसा हुआ कि पूरे एक वर्ष तक वे कलीसिया के साथ मिलते और बहुत से लोगों को उपदेश देते रहे; और शिष्य सब से पहले अंताकिया में मसीही कहलाए।
जब वह धार्मिकता और संयम और आने वाले न्याय के विषय में चर्चा कर रहा था, तो फेलिक्स ने भयभीत होकर कहा, “अभी तू जा, समय पाकर मैं तुझे फिर बुलवाऊँगा।”
हे राजा अग्रिप्पा, क्या तू भविष्यवक्ताओं पर विश्वास करता है? मैं जानता हूँ कि तू विश्वास करता है।”
इस पर पौलुस ने कहा, “परमेश्वर से मेरी प्रार्थना है कि थोड़े में या अधिक समय में, न केवल तू बल्कि ये सब भी जो आज मेरी बातें सुन रहे हैं, वैसे ही बन जाएँ जैसा मैं भी हूँ—इन बंधनों को छोड़कर।”
हमने लज्जा के गुप्त कार्यों को त्याग दिया; और हम न तो चतुराई से चलते हैं और न ही परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं, बल्कि सत्य को प्रकट करने के द्वारा हम परमेश्वर के सामने प्रत्येक मनुष्य के विवेक में अपने आपको योग्य प्रस्तुत करते हैं।
परंतु यदि कोई मसीही होने के कारण दुःख उठाता है, तो वह लज्जित न हो, बल्कि इस बात के लिए परमेश्वर की महिमा करे।