प्रेरितों के काम 25:10 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु पौलुस ने कहा, “मैं कैसर के न्यायासन के सामने खड़ा हूँ, मेरा न्याय यहीं होना चाहिए। मैंने यहूदियों का कुछ बुरा नहीं किया, जैसा कि तू भी अच्छी तरह जानता है। पवित्र बाइबल पौलुस ने कहा, “इस समय मैं कैसर की अदालत के सामने खड़ा हूँ। मेरा न्याय यहीं किया जाना चाहिये। मैंने यहूदियों के साथ कुछ बुरा नहीं किया है, इसे तू भी बहुत अच्छी तरह जानता है। Hindi Holy Bible पौलुस ने कहा; मैं कैसर के न्याय आसन के साम्हने खड़ा हूं: मेरे मुकद्दमें का यहीं फैसला होना चाहिए: जैसा तू अच्छी तरह जानता है, यहूदियों का मैं ने कुछ अपराध नहीं किया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पौलुस ने उत्तर दिया, “मैं सम्राट के न्यायासन के सम्मुख खड़ा हूं। मेरा न्याय यहीं होना चाहिए। आप अच्छी तरह जानते हैं कि मैंने यहूदियों के विरुद्ध कोई अपराध नहीं किया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पौलुस ने कहा, “मैं कैसर के न्याय–आसन के सामने खड़ा हूँ; मेरे मुक़द्दमे का यहीं फैसला होना चाहिए। जैसा तू अच्छी तरह जानता है, यहूदियों का मैं ने कुछ अपराध नहीं किया। सरल हिन्दी बाइबल इस पर पौलॉस ने उत्तर दिया, “मैं कयसर के न्यायालय में खड़ा हूं. ठीक यही है कि मेरी सुनवाई यहीं हो. मैंने यहूदियों के विरुद्ध कोई अपराध नहीं किया है; यह तो आपको भी भली-भांति मालूम है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पौलुस ने कहा, “मैं कैसर के न्याय आसन के सामने खड़ा हूँ; मेरे मुकद्दमे का यहीं फैसला होना चाहिए। जैसा तू अच्छी तरह जानता है, यहूदियों का मैंने कुछ अपराध नहीं किया। |
जब वह न्यायासन पर बैठा था, तो उसकी पत्नी ने उसके पास यह कहला भेजा, “तू उस धर्मी जन के साथ कुछ न कर, क्योंकि आज उसके कारण मैंने स्वप्न में बहुत दुःख उठाया है।”
तब मुझे पता चला कि वे अपनी व्यवस्था के विवादों के विषय में उस पर आरोप लगा रहे हैं, परंतु उसमें मृत्युदंड या बंदी बनाए जाने योग्य कोई दोष नहीं।
अतः जब वे यहाँ एकत्रित हुए तो मैंने बिना देर किए अगले ही दिन न्यायासन पर बैठकर उस मनुष्य को ले आने का आदेश दिया।
परंतु मैंने जान लिया कि इसने मृत्युदंड के योग्य कोई कार्य नहीं किया, और अब जबकि इसने स्वयं ही महाराजाधिराज से अपील की है तो मैंने उसे भेजने का निर्णय किया है।
वह उनके बीच आठ या दस दिन रहकर कैसरिया को चला गया। अगले दिन उसने न्यायासन पर बैठकर आदेश दिया कि पौलुस को लाया जाए।
और वहाँ से निकलकर आपस में यह कहने लगे, “इस मनुष्य ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है जो मृत्युदंड या बंदी बनाए जाने के योग्य हो।”
उन्होंने मेरी जाँच-पड़ताल करके मुझे छोड़ देना चाहा क्योंकि उन्हें मुझमें मृत्युदंड का कोई कारण नहीं मिला।
हमने लज्जा के गुप्त कार्यों को त्याग दिया; और हम न तो चतुराई से चलते हैं और न ही परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं, बल्कि सत्य को प्रकट करने के द्वारा हम परमेश्वर के सामने प्रत्येक मनुष्य के विवेक में अपने आपको योग्य प्रस्तुत करते हैं।