जब शतपति और उसके साथ यीशु का पहरा देनेवालों ने भूकंप और उन घटनाओं को देखा तो अत्यंत डर गए और कहने लगे, “सचमुच, यह परमेश्वर का पुत्र था।”
प्रेरितों के काम 13:12 - नवीन हिंदी बाइबल तब राज्यपाल ने जो हुआ उसे देखकर, और प्रभु के उपदेश से आश्चर्यचकित होकर विश्वास किया। पवित्र बाइबल सो नगर-पति ने, जो कुछ घटा था, जब उसे देखा तो उसने विश्वास धारण किया। वह प्रभु सम्बन्धी उपदेशों से बहुत चकित हुआ। Hindi Holy Bible तब सूबेदार ने जो कुछ हुआ था, देखकर और प्रभु के उपदेश से चकित होकर विश्वास किया॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह घटना देख कर राज्यपाल ने विश्वास किया। वह प्रभु की शिक्षा से चकित था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब हाकिम ने जो हुआ था उसे देखकर और प्रभु के उपदेश से चकित होकर विश्वास किया। सरल हिन्दी बाइबल इस घटना को देख राज्यपाल ने प्रभु में विश्वास किया, क्योंकि प्रभु की शिक्षाओं ने उसे चकित कर दिया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब हाकिम ने जो कुछ हुआ था, देखकर और प्रभु के उपदेश से चकित होकर विश्वास किया। |
जब शतपति और उसके साथ यीशु का पहरा देनेवालों ने भूकंप और उन घटनाओं को देखा तो अत्यंत डर गए और कहने लगे, “सचमुच, यह परमेश्वर का पुत्र था।”
सब उसकी प्रशंसा करने लगे और उसके मुँह से निकले अनुग्रह के वचनों पर आश्चर्य करते हुए कहने लगे, “क्या यह यूसुफ का पुत्र नहीं?”
सब लोगों पर भय छा गया और वे परमेश्वर की महिमा करते हुए कहने लगे, “एक महान भविष्यवक्ता हमारे बीच में उठ खड़ा हुआ है,” और “परमेश्वर ने अपने लोगों की सुधि ली है।”
यह सुनकर गैरयहूदी आनंदित हुए और प्रभु के वचन की बड़ाई करने लगे, और जितने अनंत जीवन के लिए ठहराए गए थे, उन्होंने विश्वास किया;
वह राज्यपाल सिरगियुस पौलुस के साथ था, जो एक समझदार पुरुष था। उसने बरनाबास और शाऊल को अपने पास बुलाकर परमेश्वर का वचन सुनना चाहा;
परंतु इलीमास अर्थात् वह जादूगर (उसके नाम का यही अर्थ है) उनका विरोध करने लगा और उसने राज्यपाल को विश्वास करने से बहकाना चाहा।
पौलुस और बरनाबास अंताकिया में ही रहे और अन्य बहुत लोगों के साथ वे भी प्रभु के वचन की शिक्षा देते और उसका सुसमाचार सुनाते रहे।
कुछ दिनों के बाद पौलुस ने बरनाबास से कहा, “जिस-जिस नगर में हमने प्रभु के वचन का प्रचार किया था, आओ, फिर से वहाँ जाकर भाइयों को देखें कि वे कैसे हैं।”
परंतु जब गल्लियो अखाया का राज्यपाल था, तो यहूदी एकजुट होकर पौलुस पर चढ़ आए और उसे न्यायासन के सामने लाकर कहा,
दो वर्ष तक ऐसा होता रहा, जिससे आसिया में रहनेवाले सब यहूदियों और यूनानियों ने प्रभु का वचन सुना।
फिर भी यदि देमेत्रियुस और उसके साथ के कारीगरों को किसी के विरुद्ध कोई शिकायत है, तो न्यायालय खुले हैं और राज्यपाल भी हैं; वहाँ वे एक दूसरे पर आरोप लगाएँ।
उस स्थान के आस-पास की भूमि उस द्वीप के मुखिया की थी, जिसका नाम पुबलियुस था। उसने हमारा स्वागत किया और तीन दिन तक मित्रभाव से हमारा अतिथि-सत्कार किया।
अतः जब वे साक्षी देकर प्रभु का वचन सुना चुके तो यरूशलेम को लौट पड़े, और सामरिया के बहुत से गाँवों में सुसमाचार सुनाते गए।