“यदि कोई मेरे पास आता है और अपने पिता और माता और पत्नी और संतान और भाइयों और बहनों और यहाँ तक कि अपने प्राण को भी अप्रिय नहीं जानता, तो वह मेरा शिष्य नहीं हो सकता।
प्रकाशितवाक्य 12:11 - नवीन हिंदी बाइबल उन्होंने मेमने के लहू के द्वारा और अपनी साक्षी के वचन के द्वारा उस पर जय प्राप्त की, और अपने प्राणों को प्रिय नहीं जाना, यहाँ तक कि मृत्यु भी सह ली। पवित्र बाइबल उन्होंने मेमने के बलिदान के रक्त और उनके द्वारा दी गई साक्षी से उसे हरा दिया है। उन्होंने अपने प्राणों का परित्याग करने तक अपने जीवन की परवाह नहीं की। Hindi Holy Bible और वे मेम्ने के लोहू के कारण, और अपनी गवाही के वचन के कारण, उस पर जयवन्त हुए, और उन्होंने अपने प्राणों को प्रिय न जाना, यहां तक कि मृत्यु भी सह ली। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) “वे मेमने के रक्त के द्वारा और अपनी साक्षी के वचन के द्वारा शैतान पर विजयी हुए; क्योंकि उन्होंने अपने जीवन का मोह छोड़कर मृत्यु का स्वागत किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वे मेम्ने के लहू के कारण और अपनी गवाही के वचन के कारण उस पर जयवन्त हुए, और उन्होंने अपने प्राणों को प्रिय न जाना, यहाँ तक कि मृत्यु भी सह ली। सरल हिन्दी बाइबल उन्होंने मेमने के लहू तथा अपने गवाही के वचन के द्वारा, उसे हरा दिया है. अंतिम सांस तक उन्होंने अपने जीवन का मोह नहीं किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और वे मेम्ने के लहू के कारण, और अपनी गवाही के वचन के कारण, उस पर जयवन्त हुए, क्योंकि उन्होंने अपने प्राणों को प्रिय न जाना, यहाँ तक कि मृत्यु भी सह ली। |
“यदि कोई मेरे पास आता है और अपने पिता और माता और पत्नी और संतान और भाइयों और बहनों और यहाँ तक कि अपने प्राण को भी अप्रिय नहीं जानता, तो वह मेरा शिष्य नहीं हो सकता।
मैंने ये बातें तुमसे इसलिए कही हैं कि तुम मुझमें शांति पाओ। संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परंतु साहस रखो! मैंने संसार को जीत लिया है।”
परंतु मैं अपने प्राण को अपने लिए मूल्यवान नहीं समझता, बल्कि यह कि मैं अपनी दौड़ को और उस सेवा को पूरा करूँ जो मुझे प्रभु यीशु से मिली है, अर्थात् मैं परमेश्वर के अनुग्रह के सुसमाचार की दृढ़तापूर्वक साक्षी दूँ।
तब पौलुस ने उत्तर दिया, “तुम क्या कर रहे हो? क्यों रो रोकर मेरा दिल तोड़ते हो? मैं तो प्रभु यीशु के नाम के लिए यरूशलेम में न केवल बाँधे जाने, बल्कि मरने के लिए भी तैयार हूँ।”
शांति का परमेश्वर शीघ्र ही शैतान को तुम्हारे पैरों तले कुचल देगा। हमारे प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह तुम पर होता रहे।
परंतु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हमें विजय प्रदान करता है।
बच्चो, तुम परमेश्वर के हो और तुमने झूठे भविष्यवक्ताओं पर जय पाई है, क्योंकि जो तुममें है वह उससे जो संसार में है, कहीं अधिक बढ़कर है।
संसार पर जय पानेवाला कौन है? केवल वह जो यह विश्वास करता है कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र है।
जिसने परमेश्वर के वचन की और यीशु मसीह की साक्षी दी अर्थात् जो कुछ उसने देखा था, उसकी साक्षी दी।
मैं यूहन्ना तुम्हारा भाई और उस क्लेश, राज्य तथा धीरज में तुम्हारा सहभागी हूँ जो यीशु में है। मैं परमेश्वर के वचन और यीशु की गवाही देने के कारण पतमुस नामक द्वीप पर था।
जब वे अपनी गवाही दे चुके होंगे, तब अथाह कुंड में से निकलनेवाला पशु उनसे युद्ध करेगा और उन पर विजयी होकर उन्हें मार डालेगा।
तब अजगर उस स्त्री पर क्रोधित हुआ, और उसकी बाकी संतान से, जो परमेश्वर की आज्ञाओं को मानती है और यीशु की साक्षी पर स्थिर है, युद्ध करने को निकल पड़ा;
तब मैं उसे दंडवत् करने के लिए उसके पैरों पर गिर पड़ा। परंतु उसने मुझसे कहा, “देख, ऐसा मत कर; मैं तेरा और तेरे उन भाइयों का संगी दास हूँ, जो यीशु की साक्षी पर स्थिर हैं; केवल परमेश्वर को ही दंडवत् कर। क्योंकि यीशु की साक्षी भविष्यवाणी की आत्मा है।”
मैंजानता हूँ कि तू कहाँ रहता है—जहाँ शैतान का सिंहासन है। तू मेरे नाम को थामे रहता है और तूने उन दिनों में भी मुझ पर अपने विश्वास का इनकार नहीं किया जब मेरा विश्वासयोग्य साक्षी अंतिपास तुम्हारे बीच उस स्थान पर मार डाला गया, जहाँ शैतान का वास है।
“जिसके पास कान हों वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है : जो जय पाए उसे मैं गुप्त मन्ना में से दूँगा, और उसे एक श्वेत पत्थर भी दूँगा जिस पर एक नया नाम लिखा हुआ होगा, जिसे उसके प्राप्त करनेवाले को छोड़ और कोई न जान पाएगा।
“जिसके पास कान हों वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है : जो जय पाए उसे मैं जीवन के वृक्ष में से, जो परमेश्वर के स्वर्गलोक में है, खाने को दूँगा।
फिर मैंने सिंहासन देखे और उन पर लोग बैठ गए और उन्हें न्याय करने का अधिकार दिया गया। फिर मैंने उन लोगों की आत्माओं को भी देखा जिनके सिर यीशु की गवाही देने और परमेश्वर के वचन के कारण काट दिए गए थे, और जिन्होंने न तो उस पशु की और न ही उसकी मूर्ति की पूजा की थी और न अपने माथे और हाथों पर उसकी छाप लगवाई थी। फिर वे जीवित हो गए और उन्होंने एक हज़ार वर्ष तक मसीह के साथ राज्य किया।
“जो जय पाए मैं उसे अपने परमेश्वर के मंदिर का स्तंभ बनाऊँगा। वह फिर कभी वहाँ से बाहर न निकलेगा, और मैं उस पर अपने परमेश्वर का नाम और अपने परमेश्वर के नगर अर्थात् उस नए यरूशलेम का नाम जो मेरे परमेश्वर के स्वर्ग से उतरेगा, और अपना नया नाम लिखूँगा।
“जो जय पाए उसे मैं अपने साथ अपने सिंहासन पर बैठाऊँगा, जैसे मैं भी जय पाकर अपने पिता के साथ उसके सिंहासन पर बैठा हूँ।
“जो जय पाए उसे इसी प्रकार श्वेत वस्त्र पहनाए जाएँगे, और मैं उसका नाम जीवन की पुस्तक में से कभी नहीं मिटाऊँगा, बल्कि अपने पिता और उसके स्वर्गदूतों के सामने उसका नाम स्वीकार कर लूँगा।
जब उसने पाँचवीं मुहर खोली, तो मैंने वेदी के नीचे उन लोगों के प्राणों को देखा जो परमेश्वर के वचन के कारण और उस गवाही के कारण जो उन्होंने दी थी, वध किए गए थे।