देख, जैसे दासों की आँखें अपने स्वामी के हाथ की ओर, और दासियों की आँखें अपनी स्वामिनी के हाथ की ओर लगी रहती हैं, वैसे ही हमारी आँखें हमारे परमेश्वर यहोवा की ओर उस समय तक लगी रहेंगी, जब तक वह हम पर अनुग्रह न करे।
नीतिवचन 27:18 - नवीन हिंदी बाइबल जो अंजीर के पेड़ की देखभाल करता है, वह उसका फल खाएगा; और जो अपने स्वामी की सेवा करता है, वह सम्मान पाएगा। पवित्र बाइबल जो कोई अंजीर का पेड़ सिंचता है, वह उसका फल खाता है। वैसे ही जो निज स्वामी की सेवा करता, वह आदर पा लेता है। Hindi Holy Bible जो अंजीर के पेड़ की रक्षा करता है वह उसका फल खाता है, इसी रीति से जो अपने स्वामी की सेवा करता उसकी महिमा होती है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो मनुष्य अंजीर के वृक्ष की देखभाल करता है, उसे उसके फल खाने को मिलते हैं। ऐसे ही जो सेवक अपने मालिक की सेवा करता है, मालिक उसका सम्मान करता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो अंजीर के पेड़ की रक्षा करता है वह उसका फल खाता है, इसी रीति से जो अपने स्वामी की सेवा करता उसकी महिमा होती है। सरल हिन्दी बाइबल अंजीर का फल वही खाता है, जो उस वृक्ष की देखभाल करता है, वह, जो अपने स्वामी का ध्यान रखता है, सम्मानित किया जाएगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो अंजीर के पेड़ की रक्षा करता है वह उसका फल खाता है, इसी रीति से जो अपने स्वामी की सेवा करता उसकी महिमा होती है। |
देख, जैसे दासों की आँखें अपने स्वामी के हाथ की ओर, और दासियों की आँखें अपनी स्वामिनी के हाथ की ओर लगी रहती हैं, वैसे ही हमारी आँखें हमारे परमेश्वर यहोवा की ओर उस समय तक लगी रहेंगी, जब तक वह हम पर अनुग्रह न करे।
बुद्धिमानी से कार्य करनेवाला सेवक, उस पुत्र पर प्रभुता करेगा जो लज्जाजनक कार्य करता है; वह भाइयों के साथ उत्तराधिकार में सहभागी होगा।
यदि तू किसी ऐसे व्यक्ति को देखे जो अपने कार्य में निपुण हो, तो वह राजाओं की सेवा में खड़ा होगा, साधारण लोगों की नहीं।
जैसे पानी चेहरे को प्रतिबिंबित करता है, वैसे ही मनुष्य का मन मनुष्य को प्रतिबिंबित करता है।
परंतु तुममें ऐसा नहीं है, बल्कि जो कोई तुममें बड़ा बनना चाहे, उसे तुम्हारा सेवक बनना होगा;
धन्य हैं वे दास, जिन्हें स्वामी आकर जागते हुए पाए; मैं तुमसे सच कहता हूँ कि वह अपनी कमर कसकर उन्हें भोजन करने के लिए बैठाएगा और आकर उन्हें परोसेगा।
प्रभु ने कहा :“ऐसा विश्वासयोग्य और बुद्धिमान प्रबंधक कौन है, जिसे उसका स्वामी अपने नौकरों के ऊपर नियुक्त करे कि उन्हें उचित समय पर भोजन सामग्री दे?
और उसने उससे कहा, ‘शाबाश, भले दास! क्योंकि तू थोड़े से थोड़े में विश्वासयोग्य रहा, अब दस नगरों का अधिकारी बन।’
यदि कोई मेरी सेवा करे तो मेरे पीछे हो ले, और जहाँ मैं हूँ वहाँ मेरा वह सेवक भी होगा; यदि कोई मेरी सेवा करे तो पिता उसका सम्मान करेगा।
जब वह स्वर्गदूत जिसने उससे बातें की थीं चला गया, तो उसने अपने दो सेवकों और निरंतर अपने पास रहनेवालों में से एक भक्त सैनिक को बुलाया,
बोनेवाला और सींचनेवाला एक समान हैं, और प्रत्येक अपने परिश्रम के अनुसार अपना प्रतिफल पाएगा।
क्या तुम नहीं जानते कि जो मंदिर में सेवा करते हैं वे मंदिर में से खाते हैं; और जो वेदी पर सेवा करते हैं वे वेदी की भेंट में सहभागी होते हैं?
कौन है जो अपने ही खर्च पर सेना में सेवा करता है? कौन है जो अंगूर का बगीचा लगाकर उसका फल नहीं खाता? या कौन है जो भेड़-बकरियों की रखवाली करके उनका दूध नहीं पीता?
हे दासो, सब बातों में अपने शारीरिक स्वामियों की आज्ञा मानो, लोगों को प्रसन्न करनेवालों के समान दिखावे के लिए नहीं, बल्कि प्रभु का भय मानते हुए मन की सीधाई से।
हे सेवको, पूरे भय के साथ अपने-अपने स्वामियों के अधीन रहो, न केवल उनके जो भले और विनम्र हैं, बल्कि उनके भी जो कुटिल हैं।
तुम इसी लिए बुलाए गए हो, क्योंकि मसीह ने भी तुम्हारे लिए दुःख उठाया, और तुम्हारे लिए एक आदर्श छोड़ गया कि तुम उसके पद-चिह्नों पर चलो।