“हे नासमझ लोगो, तुम कब तक नासमझी से प्रीति रखोगे? ठट्ठा करनेवाले कब तक ठट्ठा करने से प्रसन्न रहेंगे, और मूर्ख कब तक ज्ञान से बैर रखेंगे?
नीतिवचन 18:2 - नवीन हिंदी बाइबल मूर्ख तो समझदारी की बातों से नहीं, बल्कि अपने ही मन की बातों को प्रकट करने से प्रसन्न होता है। पवित्र बाइबल मूर्ख सुख वह शेखचिल्ली बनने में लेता है। सोचता नहीं है कभी वे पूर्ण होंगी या नहीं। सुख उसे समझदारी के बातें नहीं देती। Hindi Holy Bible और सब प्रकार की खरी बुद्धि से बैर करता है। मूर्ख का मन समझ की बातों में नहीं लगता, वह केवल अपने मन की बात प्रगट करना चाहता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मूर्ख मनुष्य का मन समझ की बातों में नहीं लगता; वह सदा अपनी ही राय प्रकट करता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मूर्ख का मन समझ की बातों में नहीं लगता, वह केवल अपने मन की बात प्रगट करना चाहता है। सरल हिन्दी बाइबल विवेकशीलता में मूर्ख की कोई रुचि नहीं होती. उसे तो मात्र अपने ही विचार व्यक्त करने की धुन रहती है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मूर्ख का मन समझ की बातों में नहीं लगता, वह केवल अपने मन की बात प्रगट करना चाहता है। |
“हे नासमझ लोगो, तुम कब तक नासमझी से प्रीति रखोगे? ठट्ठा करनेवाले कब तक ठट्ठा करने से प्रसन्न रहेंगे, और मूर्ख कब तक ज्ञान से बैर रखेंगे?
समझदार मनुष्य ज्ञान को छिपाए रखता है, परंतु मूर्ख अपने मन की मूर्खता का प्रदर्शन करता है।
प्रत्येक समझदार मनुष्य बुद्धि से कार्य करता है, परंतु मूर्ख अपनी मूर्खता का प्रदर्शन करता है।
जब मूर्ख बुद्धि को चाहता ही नहीं तो उसने उसे खरीदने के लिए अपने हाथ में दाम क्यों ले रखा है?
मार्ग पर चलते हुए भी मूर्ख में समझ का अभाव होता है, और वह सब को दिखा देता है कि वह मूर्ख है।
और देखो, सारा नगर यीशु से मिलने के लिए निकल आया और उसे देखकर विनती की, कि वह उनके क्षेत्र की सीमा से चला जाए।
अतः तुम भी, जबकि आत्मिक वरदानों के लिए उत्साही हो, प्रयत्न करो कि कलीसिया की उन्नति के लिए उनसे भरपूर हो जाओ।
अब मूर्तियों को चढ़ाई हुई वस्तुओं के विषय में : हम जानते हैं कि हम सब के पास ज्ञान है। ज्ञान घमंड उत्पन्न करता है, परंतु प्रेम से उन्नति होती है।