तब उस स्त्री ने उससे ये बातें कहीं, “वह इब्री दास जिसे तू हमारे पास ले आया है, मेरा अपमान करने के लिए मेरे पास आया था;
निर्गमन 23:1 - नवीन हिंदी बाइबल “तू झूठी बात न फैलाना। झूठा गवाह बनने के लिए दुष्ट का साथ न देना। पवित्र बाइबल “लोगों के विरुद्ध झूठ मत बोलो। यदि तुम न्यायालय में गवाह हो तो बुरे व्यक्ति की सहायता के लिए झूठ मत बोलो। Hindi Holy Bible झूठी बात न फैलाना। अन्यायी साक्षी हो कर दुष्ट का साथ न देना। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘तू झूठी अफवाह नहीं फैलाना। विद्वेष-पूर्ण साक्षी देने के लिए दुर्जन से सहयोग मत करना। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “झूठी बात न फैलाना। अन्यायी साक्षी होकर दुष्ट का साथ न देना। सरल हिन्दी बाइबल “तुम झूठी बात न फैलाना. बुरे व्यक्ति की सहायता के लिए झूठी गवाही न देना. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “झूठी बात न फैलाना। अन्यायी साक्षी होकर दुष्ट का साथ न देना। |
तब उस स्त्री ने उससे ये बातें कहीं, “वह इब्री दास जिसे तू हमारे पास ले आया है, मेरा अपमान करने के लिए मेरे पास आया था;
जो छिपकर अपने पड़ोसी की चुगली करे, उसे मैं नाश करूँगा; जिसकी आँखें चढ़ी हों और जिसका मन घमंडी हो, उसे मैं न सहूँगा।
वह अपनी जीभ से निंदा नहीं करता और न अपने पड़ोसी की बुराई करता है, और न ही अपने मित्र को बदनाम करता है।
मुझे मेरे शत्रुओं की इच्छा पर न छोड़, क्योंकि मेरे विरुद्ध झूठे गवाह उठ खड़े हुए हैं, और वे हिंसा से भरे हुए हैं।
तू झूठे मुकदमे से दूर रहना, तथा निर्दोष और धर्मी व्यक्ति को घात न करना, क्योंकि मैं दुष्ट को निर्दोष न ठहराऊँगा।
कुकर्मी मनुष्य दुष्टता की बातों को ध्यान से सुनता है, और झूठा मनुष्य विनाशकारी जीभ की बातों पर कान लगाता है।
जो अपने पड़ोसी के विरुद्ध झूठी साक्षी देता है, वह घन, तलवार और पैने तीर के समान होता है।
तू अपने लोगों के बीच बदनामी करते न फिरना, और न अपने पड़ोसी के प्राण के विरुद्ध खड़ा होना। मैं यहोवा हूँ।
उसने उससे कहा, “कौन सी?” यीशु ने कहा,“यह कि तू हत्या न करना, व्यभिचार न करना, चोरी न करना, झूठी गवाही न देना,
जक्कई ने खड़े होकर प्रभु से कहा, “प्रभु, देख, मैं अपनी आधी संपत्ति कंगालों को देता हूँ, और यदि मैंने छल करके किसी का कुछ लिया है तो उसे चौगुना लौटाए देता हूँ।”
सैनिक भी उससे पूछने लगे, “और हम क्या करें?” उसने उन्हें उत्तर दिया, “किसी पर अत्याचार न करना और न ही झूठा आरोप लगाना, परंतु अपने वेतन में संतुष्ट रहना।”
“क्या हमारी व्यवस्था किसी मनुष्य को जब तक पहले उसकी सुन न ले और जान न ले कि उसने क्या किया है, दोषी ठहराती है?”
फिर हम क्यों न कहें, “आओ हम बुराई करें कि भलाई उत्पन्न हो,” जैसे कि कुछ लोगों द्वारा हम पर यह कहने का झूठा आरोप लगाया जाता है? उनका दोषी ठहराया जाना उचित है।
इसलिए झूठ को छोड़कर प्रत्येक अपने पड़ोसी से सच बोले क्योंकि हम आपस में एक ही देह के अंग हैं।
और विवेक को शुद्ध रखो, ताकि जो लोग तुम्हारे विरोध में बोलते हैं और मसीह में तुम्हारे अच्छे आचरण का अपमान करते हैं, वे लज्जित हों।
तब मैंने स्वर्ग से एक ऊँची आवाज़ को यह कहते हुए सुना : हमारे परमेश्वर का उद्धार, सामर्थ्य और राज्य तथा उसके मसीह का अधिकार अब प्रकट हुआ है, क्योंकि हमारे भाइयों पर दोष लगानेवाले को नीचे फेंक दिया गया है, अर्थात् उसे जो दिन और रात हमारे परमेश्वर के सामने उन पर दोष लगाता रहता था।