उसने कहा, “लड़के पर हाथ मत बढ़ा, और न ही उसे कोई हानि पहुँचा। मैं अब जान गया हूँ कि तू परमेश्वर का भय मानता है, क्योंकि तूने अपने पुत्र अर्थात् अपने एकलौते पुत्र को भी मुझे देने से इनकार नहीं किया।”
निर्गमन 18:21 - नवीन हिंदी बाइबल फिर तू इन सब लोगों में से ऐसे पुरुषों को छाँट ले जो योग्य हों, अर्थात् परमेश्वर का भय माननेवाले, सच्चे, और अन्याय के लाभ से घृणा करनेवाले; और तू उन पुरुषों को हज़ार-हज़ार, सौ-सौ, पचास-पचास, और दस-दस लोगों पर प्रधान नियुक्त कर दे। पवित्र बाइबल किन्तु तुम्हें लोगों में से अच्छे लोगों को चुनना चाहिए। “तुम्हें अपने विश्वासपात्र आदमियों का चुनाव करना चाहिए अर्थात् उन आदमियों का जो परमेश्वर का सम्मान करते हों। उन आदमियों को चुनो जो धन के लिए अपना निर्णय न बदलें। इन आदमियों को लोगों का प्रशासक बनाओ। हज़ार, सौ, पचास और दस लोगों पर भी प्रशासक होने चाहिए। Hindi Holy Bible फिर तू इन सब लोगों में से ऐसे पुरूषों को छांट ले, जो गुणी, और परमेश्वर का भय मानने वाले, सच्चे, और अन्याय के लाभ से घृणा करने वाले हों; और उन को हज़ार-हज़ार, सौ-सौ, पचास-पचास, और दस-दस मनुष्यों पर प्रधान नियुक्त कर दे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब तुम सब इस्राएली लोगों में योग्य, परमेश्वर के भक्त, सत्य-निष्ठ और घूस से घृणा करने वाले व्यक्ति चुनो। ऐसे व्यक्तियों को हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास एवं दस-दस के समूह पर शासक नियुक्त करो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर तू इन सब लोगों में से ऐसे पुरुषों को छाँट ले, जो गुणी, और परमेश्वर का भय मानने वाले, सच्चे, और अन्याय के लाभ से घृणा करने वाले हों; और उनको हज़ार–हज़ार, सौ–सौ, पचास–पचास, और दस–दस मनुष्यों पर प्रधान नियुक्त कर दे। सरल हिन्दी बाइबल साथ ही तुम इन लोगों में से कुछ ऐसे लोगों को चुन लो—जो सच्चाई से परमेश्वर के भय और श्रद्धा में जीने वाले हों, तथा अन्याय के लाभ से नफरत करते हों. इस प्रकार के व्यक्तियों को अलग करके, लोगों को झुंड में बांटकर, जवाबदारी उनको दे दो, जो हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास तथा दस-दस लोगों का झुंड हो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर तू इन सब लोगों में से ऐसे पुरुषों को छाँट ले, जो गुणी, और परमेश्वर का भय माननेवाले, सच्चे, और अन्याय के लाभ से घृणा करनेवाले हों; और उनको हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास, और दस-दस मनुष्यों पर प्रधान नियुक्त कर दे। |
उसने कहा, “लड़के पर हाथ मत बढ़ा, और न ही उसे कोई हानि पहुँचा। मैं अब जान गया हूँ कि तू परमेश्वर का भय मानता है, क्योंकि तूने अपने पुत्र अर्थात् अपने एकलौते पुत्र को भी मुझे देने से इनकार नहीं किया।”
तीसरे दिन यूसुफ ने उनसे कहा, “एक काम करो तब जीवित रहोगे; क्योंकि मैं परमेश्वर का भय मानता हूँ।
और मिस्र देश तेरे सामने है; इस देश के सब से अच्छे भाग में अपने पिता और अपने भाइयों को बसा दे। वे गोशेन देश में बस जाएँ; और यदि तू उनमें से योग्य पुरुषों को जानता हो तो उन्हें मेरे पशुधन पर अधिकारी नियुक्त कर दे।”
वह अपना रुपया ब्याज पर नहीं देता और न निर्दोष को हानि पहुँचाने के लिए घूस लेता है। जो कोई ऐसी चाल चलता है वह कभी नहीं डगमगाएगा।
तब मूसा ने यहोशू से कहा, “हमारे लिए कुछ पुरुषों को चुन ले, और बाहर जाकर अमालेकियों से लड़; मैं कल परमेश्वर की लाठी अपने हाथ में लिए हुए पहाड़ी की चोटी पर खड़ा रहूँगा।”
उसने सारे इस्राएल में से योग्य पुरुषों को चुनकर उन्हें हज़ार-हज़ार, सौ-सौ, पचास-पचास, और दस-दस लोगों पर प्रधान नियुक्त किया।
देश में विद्रोह की स्थिति होने पर उसके कई शासक बन बैठते हैं, परंतु एक समझदार और ज्ञानवान मनुष्य के कारण देश में स्थिरता रहती है।
जब सब कुछ सुन लिया गया है तो निष्कर्ष यह है : परमेश्वर का भय मान और उसकी आज्ञाओं का पालन कर, क्योंकि यही मनुष्य का संपूर्ण कर्त्तव्य है।
“किसी नगर में एक न्यायाधीश रहता था जो परमेश्वर का भय नहीं मानता था और न ही किसी मनुष्य की परवाह करता था।
कुछ समय तक तो वह नहीं माना, परंतु बाद में उसने अपने मन में कहा, ‘भले ही मैं परमेश्वर से नहीं डरता और न ही किसी मनुष्य की परवाह करता हूँ,
इसलिए, हे भाइयो, अपने में से सात सुनाम पुरुषों को चुन लो जो पवित्र आत्मा और बुद्धि से परिपूर्ण हों, कि उन्हें हम इस कार्य के लिए नियुक्त करें।