और कहा, “हे मेरे प्रभु, यदि मुझ पर आपकी कृपादृष्टि हो तो अपने दास के पास से चले न जाना।
उत्पत्ति 47:25 - नवीन हिंदी बाइबल उन्होंने कहा, “तूने हमें बचा लिया है; हमारे स्वामी की कृपादृष्टि हम पर बनी रहे, और हम फ़िरौन के दास बने रहेंगे।” पवित्र बाइबल लोगों ने कहा, “आपने हम लोगों का जीवन बचा लिया है। हम लोग आपके और फ़िरौन के दास होने में प्रसन्न हैं।” Hindi Holy Bible उन्होंने कहा, तू ने हम को बचा लिया है: हमारे प्रभु के अनुग्रह की दृष्टि हम पर बनी रहे, और हम फिरौन के दास हो कर रहेंगे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे बोले, ‘आपने हमारी जीवन-रक्षा की है। यदि हमारे स्वामी हम पर कृपा दृष्टि बनाए रखें, तो हम फरओ के गुलाम बने रहेंगे।’ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उन्होंने कहा, “तू ने हमको बचा लिया है; हमारे प्रभु के अनुग्रह की दृष्टि हम पर बनी रहे, और हम फ़िरौन के दास होकर रहेंगे।” सरल हिन्दी बाइबल तब लोगों ने कहा, “आपने हमारा जीवन बचा लिया; यदि हमारे स्वामी की दया हम पर बनी रहे और हम फ़रोह के दास बने रहेंगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उन्होंने कहा, “तूने हमको बचा लिया है; हमारे प्रभु के अनुग्रह की दृष्टि हम पर बनी रहे, और हम फ़िरौन के दास होकर रहेंगे।” |
और कहा, “हे मेरे प्रभु, यदि मुझ पर आपकी कृपादृष्टि हो तो अपने दास के पास से चले न जाना।
उन दूतों ने याकूब के पास लौटकर यह कहा, “हम तेरे भाई एसाव के पास गए थे और वह भी चार सौ पुरुषों को अपने साथ लेकर तुझसे भेंट करने के लिए आ रहा है।”
एसाव ने कहा, “तो फिर अपने साथियों में से कुछ को मैं तेरे साथ छोड़ जाता हूँ।” उसने कहा, “इसकी क्या आवश्यकता है? बस इतना हो कि मेरे प्रभु की कृपादृष्टि मुझ पर बनी रहे।”
फ़िरौन ने यूसुफ का नाम सापनत्पानेह रखा; और ओन नगर के याजक पोतीपेरा की बेटी आसनत से उसका विवाह करा दिया। अतः यूसुफ सारे मिस्र देश का दौरा करने लगा।
कटनी के समय तुम्हें पाँचवाँ भाग फ़िरौन को देना होगा, बाकी चार भाग तुम्हारे होंगे ताकि तुम उसे खेत में बो सको, और अपने घराने, तथा अपने बाल-बच्चों के साथ भोजन के रूप में खा सको।”
अतः यूसुफ ने मिस्र की भूमि के विषय में ऐसा नियम बनाया, जो आज तक चला आता है कि पाँचवाँ भाग फ़िरौन का होगा। केवल याजकों की भूमि ही फ़िरौन की नहीं हुई।
तुम लोग तो मेरे साथ बुराई करना चाहते थे, परंतु परमेश्वर ने उसी को भलाई में बदलने का विचार किया, ताकि बहुत से लोगों के प्राण बच जाएँ, जैसा कि आज प्रकट है।
और तू प्रत्येक प्रजाति में से दो-दो जीवित प्राणियों को अर्थात् एक नर और एक मादा को अपने साथ जहाज़ में ले जाना, जिससे वे भी तेरे साथ जीवित बचे रहें।