इन बातों के बाद ऐसा हुआ कि परमेश्वर ने यह कहकर अब्राहम की परीक्षा ली, “हे अब्राहम!” उसने कहा, “क्या आज्ञा।”
उत्पत्ति 37:13 - नवीन हिंदी बाइबल तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा, “तेरे भाई शकेम में भेड़-बकरियाँ चरा रहे हैं। देख, मैं तुझे उनके पास भेजता हूँ,” और उसने उससे कहा, “जो आज्ञा।” पवित्र बाइबल याकूब ने यूसुफ से कहा, “शकेम जाओ। तुम्हारे भाई मेरी भेड़ों के साथ वहाँ हैं।” यूसुफ ने उत्तर दिया, “मैं जाऊँगा।” Hindi Holy Bible तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा, तेरे भाई तो शकेम ही में भेड़-बकरी चरा रहें होंगे, सो जा, मैं तुझे उनके पास भेजता हूं। उसने उससे कहा जो आज्ञा मैं हाजिर हूं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) याकूब ने यूसुफ से कहा, ‘तेरे भाई शकेम नगर के मैदान में भेड़-बकरी चरा रहे हैं। आ, मैं तुझे उनके पास भेजूँगा।’ यूसुफ ने अपने पिता से कहा, ‘मैं तैयार हूँ।’ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा, “तेरे भाई शकेम ही में भेड़–बकरी चरा रहे होंगे। इसलिये जा, मैं तुझे उनके पास भेजता हूँ।” उसने उससे कहा, “जो आज्ञा मैं हाज़िर हूँ।” सरल हिन्दी बाइबल इस्राएल ने योसेफ़ से कहा, “तुम्हारे भाई शेकेम में भेड़-बकरी चरा रहे हैं न? मैं तुम्हें उनके पास भेजना चाहता हूं.” योसेफ़ ने कहा, “मैं चला जाता हूं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा, “तेरे भाई तो शेकेम ही में भेड़-बकरी चरा रहे होंगे, इसलिए जा, मैं तुझे उनके पास भेजता हूँ।” उसने उससे कहा, “जो आज्ञा मैं हाजिर हूँ।” |
इन बातों के बाद ऐसा हुआ कि परमेश्वर ने यह कहकर अब्राहम की परीक्षा ली, “हे अब्राहम!” उसने कहा, “क्या आज्ञा।”
तब यहोवा के दूत ने स्वर्ग से उसे पुकारकर कहा, “अब्राहम, हे अब्राहम!” उसने कहा, “क्या आज्ञा?”
जब इसहाक बूढ़ा हो गया, और उसकी आँखें इतनी धुंधली हो गईं कि वह देख भी नहीं सकता था, तब उसने अपने बड़े पुत्र एसाव को बुलाकर कहा, “हे मेरे पुत्र,” उसने कहा, “क्या आज्ञा।”
तब वह अपने पिता के पास गया और कहा, “हे मेरे पिता,” उसने कहा, “हाँ बोल, मेरे पुत्र, तू कौन है?”
तब याकूब जो पद्दनराम से चला था, कनान देश के शकेम नगर के पास सुरक्षित पहुँचा, और वहाँ उसने नगर के सामने तंबू खडे़ किए।
“देखो, मैं तुम्हें भेड़ों के समान भेड़ियों के बीच में भेजता हूँ; इसलिए साँपों के समान चतुर और कबूतरों के समान भोले बनो।
तब अंगूर के बगीचे के स्वामी ने कहा, ‘मैं क्या करूँ? मैं अपने प्रिय पुत्र को भेजूँगा; हो सकता है किवे उसका सम्मान करें।’