और मुझसे आकाश और पृथ्वी के परमेश्वर यहोवा की शपथ खा कि जिन कनानियों के मध्य मैं रहता हूँ, तू उनकी बेटियों में से किसी को मेरे बेटे की पत्नी होने के लिए नहीं चुनेगा।
उत्पत्ति 28:1 - नवीन हिंदी बाइबल तब इसहाक ने याकूब को बुलाकर उसे आशीर्वाद दिया, और यह आज्ञा दी, “तू किसी कनानी लड़की से विवाह न करना। पवित्र बाइबल इसहाक ने याकूब को बुलाया और उसको आशीर्वाद दिया। तब इसहाक ने उसे आदेश दिया। इसहाक ने कहा, “तुम कनानी स्त्री से विवाह नहीं कर सकते। Hindi Holy Bible तब इसहाक ने याकूब को बुलाकर आशीर्वाद दिया, और आज्ञा दी, कि तू किसी कनानी लड़की को न ब्याह लेना। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अतएव इसहाक ने याकूब को बुलाया। उन्होंने उसे आशीर्वाद देते हुए आज्ञा दी, ‘तू कनान देश की कन्याओं में से किसी के साथ विवाह मत करना। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब इसहाक ने याक़ूब को बुलाकर आशीर्वाद दिया, और आज्ञा दी, “तू किसी कनानी लड़की से विवाह न कर लेना। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये यित्सहाक ने याकोब को आशीष दी और कहा: “कनानी कन्याओं से शादी मत करना. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब इसहाक ने याकूब को बुलाकर आशीर्वाद दिया, और आज्ञा दी, “तू किसी कनानी लड़की को न ब्याह लेना। |
और मुझसे आकाश और पृथ्वी के परमेश्वर यहोवा की शपथ खा कि जिन कनानियों के मध्य मैं रहता हूँ, तू उनकी बेटियों में से किसी को मेरे बेटे की पत्नी होने के लिए नहीं चुनेगा।
मेरे स्वामी ने मुझे यह कहकर शपथ खिलाई है, ‘तू मेरे बेटे के लिए उन कनानियों की लड़कियों में से कोई स्त्री लेकर न आना जिनके देश में मैं रहता हूँ।
बल्कि तू मेरे देश में मेरे ही कुटुंबियों के पास जाएगा, और मेरे बेटे इसहाक के लिए एक पत्नी लेकर आएगा।”
तब मेरी पसंद का स्वादिष्ट भोजन बनाकर मेरे पास ले आ कि मैं उसे खाऊँ और मरने से पहले तुझे जी भरके आशीर्वाद दूँ।”
फिर रिबका ने इसहाक से कहा, “इन हित्ती लड़कियों के कारण तो मैं अपने ही जीवन से दुःखी हो गई हूँ; यदि याकूब भी इस देश की किसी लड़की से, अर्थात् किसी हित्ती लड़की से विवाह कर लेता है, तो मेरे जीवन का क्या लाभ?”
एसाव ने देखा कि इसहाक ने याकूब को आशीर्वाद देकर पद्दनराम को भेजा है कि वह वहाँ से अपने लिए पत्नी चुने और उसे आशीर्वाद देते समय यह आज्ञा भी दी है, “तू किसी कनानी लड़की से विवाह न करना,”
तब हम अपनी बेटियाँ तुम्हें विवाह में देंगे, और तुम्हारी बेटियाँ विवाह में लेंगे, और तुम्हारे साथ बसे रहेंगे, और हम एक ही समुदाय के हो जाएँगे।
हम आपस में विवाह किया करें; हमें अपनी बेटियाँ दिया करो, और तुम हमारी बेटियाँ विवाह में लिया करो।
वहाँ यहूदा ने शूआ नामक एक कनानी पुरुष की बेटी को देखा, और उससे विवाह करके उसके पास गया।
फिर उसने यह कहते हुए यूसुफ को आशीर्वाद दिया, “वह परमेश्वर जिसके सामने मेरे पूर्वज अब्राहम और इसहाक चलते थे, वही परमेश्वर जन्म से लेकर आज तक मेरा चरवाहा रहा है;
इस्राएल के बारह गोत्र यही हैं, और उन्हें आशीर्वाद देते समय उनके पिता ने यही कहा। उसने उनमें से प्रत्येक को उसके योग्य आशीर्वाद दिया।
तब परमेश्वर के पुत्रों ने मनुष्य की पुत्रियों को देखा कि वे सुंदर हैं, और उन्होंने जिस-जिस को चाहा उसे अपनी पत्नी बना लिया।