अब्राहम अब वृद्ध हो गया था और उसकी आयु भी बहुत हो गई थी, तथा यहोवा ने उसे सब बातों में आशिष दी थी।
उत्पत्ति 26:12 - नवीन हिंदी बाइबल फिर इसहाक ने उस देश में बोआई की, और उसी वर्ष सौ गुणा उपज पाई; और यहोवा ने उसे आशिष दी, पवित्र बाइबल इसहाक ने उस भूमि पर खेती की और उस साल उसे बहुत फसल हुई। यहोवा ने उस पर बहुत अधिक कृपा की। Hindi Holy Bible फिर इसहाक ने उस देश में जोता बोया, और उसी वर्ष में सौ गुणा फल पाया: और यहोवा ने उसको आशीष दी। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसहाक ने उस देश में भूमि पर अनाज बोया और उसी वर्ष सौ गुना उपज प्राप्त की। प्रभु ने उनको आशिष दी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर इसहाक ने उस देश में जोता बोया, और उसी वर्ष में सौ गुणा फल पाया; और यहोवा ने उसको आशीष दी, सरल हिन्दी बाइबल यित्सहाक ने उस देश में खेती की और उसे उसी वर्ष सौ गुणा उपज मिली, क्योंकि याहवेह ने उसे आशीष दी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर इसहाक ने उस देश में जोता बोया, और उसी वर्ष में सौ गुणा फल पाया; और यहोवा ने उसको आशीष दी, |
अब्राहम अब वृद्ध हो गया था और उसकी आयु भी बहुत हो गई थी, तथा यहोवा ने उसे सब बातों में आशिष दी थी।
यहोवा ने मेरे स्वामी को बड़ी आशिष दी है, इसलिए वह धनी हो गया है; और उसने उसे भेड़-बकरियाँ, गाय-बैल, सोना-चाँदी, दास-दासियाँ, ऊँट और गधे दिए हैं।
अब्राहम की मृत्यु के बाद परमेश्वर ने उसके पुत्र इसहाक को आशिष दी, जो लहैरोई नामक कुएँ के पास रहता था।
कि तू हमें कोई हानि न पहुँचाए, ठीक वैसे ही जैसे हमने तुझे नहीं छुआ, बल्कि तेरे साथ केवल भलाई ही की और तुझे शांति से विदा किया, और अब तू यहोवा की ओर से धन्य है।”
तू इसी देश में रह और मैं तेरे साथ रहूँगा तथा तुझे आशिष दूँगा; और ये सब देश मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा, और जो शपथ मैंने तेरे पिता अब्राहम से खाई है, उसे पूरी करूँगा।
मेरे आने से पहले तेरे पास जो थोड़े से पशु थे, वे अब कितने बढ़ गए हैं, और जहाँ कहीं मेरे पैर पड़े वहाँ यहोवा ने तुझे आशिष दी है। परंतु मैं अपने घराने के लिए कब काम करूँगा?”
देश में बहुत सा अन्न हो, यहाँ तक कि पहाड़ों की चोटियाँ भी अन्न से भरपूर हो जाएँ; उसकी बालें लबानोन के देवदारों के समान झूम उठें, और नगर के लोग मैदान की घास के समान लहलहाएँ।
तू भोर को अपना बीज बो, और साँझ को भी अपना हाथ न रोक; क्योंकि तू नहीं जानता कि कौन सा सफल होगा, यह या वह, अथवा दोनों के दोनों एक समान अच्छे निकलेंगे।
परंतु अच्छी भूमि पर बोया गया बीज वह है, जो वचन को सुनकर और समझकर सचमुच फल लाता है, कोई सौ गुणा, कोई साठ गुणा और कोई तीस गुणा।”
परंतु कुछ अच्छी भूमि पर गिरे; और जब वे उगे और बढ़े तो फलते गए, और कोई तीस गुणा, कोई साठ गुणा और कोई सौ गुणा फल लाया।”