कनानियों की सीमा सीदोन से लेकर गरार के मार्ग से होते हुए गाज़ा तक, और फिर सदोम, अमोरा, अदमा और सबोयीम के मार्ग से होते हुए लाशा तक थी।
उत्पत्ति 20:1 - नवीन हिंदी बाइबल फिर अब्राहम वहाँ से निकलकर नेगेव प्रदेश की ओर गया, तथा कादेश और शूर के बीच बस गया। जब अब्राहम गरार देश में रह रहा था, पवित्र बाइबल इब्राहीम ने उस जगह को छोड़ दिया और नेगेव की यात्रा की। इब्राहीम कादेश और शूर के बीच गरार में बस गया। Hindi Holy Bible फिर इब्राहीम वहां से कूच कर दक्खिन देश में आकर कादेश और शूर के बीच में ठहरा, और गरार में रहने लगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब्राहम ने वहाँ से नेगेब क्षेत्र की ओर प्रस्थान किया। वह शूर मरुस्थल और कादेश मरूद्यान के मध्य बस गए। वह गरार नगर में प्रवास करने लगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर अब्राहम वहाँ से निकल कर दक्खिन देश में आकर कादेश और शूर के बीच में ठहरा, और गरार में रहने लगा। सरल हिन्दी बाइबल फिर अब्राहाम नेगेव देश की ओर गये तथा कादेश और शूर के बीच में रहने लगे, कुछ समय तक वे गेरार में रहे, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर अब्राहम वहाँ से निकलकर दक्षिण देश में आकर कादेश और शूर के बीच में ठहरा, और गरार में रहने लगा। |
कनानियों की सीमा सीदोन से लेकर गरार के मार्ग से होते हुए गाज़ा तक, और फिर सदोम, अमोरा, अदमा और सबोयीम के मार्ग से होते हुए लाशा तक थी।
तब अब्राम अपनी पत्नी और अपनी सारी धन-संपत्ति के साथ मिस्र से निकलकर नेगेव को गया; और लूत भी उसके साथ था।
तब वे वहाँ से लौटकर एन्मिशपात (अर्थात् कादेश) में आए, और उन्होंने अमालेकियों के सारे देश को और उन एमोरियों को भी जीत लिया, जो हसासोन-तामार में रहते थे।
जब अब्राहम कड़ी धूप के समय मम्रे के बांजवृक्षों के बीच अपने तंबू के द्वार पर बैठा हुआ था, तब यहोवा उसके सामने प्रकट हुआ।
उसके वंश हवीला से शूर तक, जो मिस्र के सामने अश्शूर के मार्ग में है, बस गए। उनकी अपने सब भाई-बंधुओं के साथ शत्रुता बनी रही।
फिर ऐसा हुआ कि उस देश में अकाल पड़ा, यह उस अकाल से अलग था जो पहले अब्राहम के दिनों में पड़ा था। इसलिए इसहाक पलिश्तियों के राजा अबीमेलेक के पास गरार को गया।
तब गरार के चरवाहों ने इसहाक के चरवाहों से झगड़ा किया और कहा, “यह पानी हमारा है।” इसलिए उसने उस कुएँ का नाम एसेक रखा; क्योंकि उन्होंने उससे झगड़ा किया था।
तब मूसा इस्राएलियों को लाल समुद्र से आगे ले गया, और वे शूर नामक जंगल में आए। वे तीन दिन तक जंगल में चलते रहे, परंतु उन्हें कहीं पानी न मिला।