तब लूत ने आँखें उठाकर यरदन नदी की सारी तराई को देखा कि वह सोअर के मार्ग तक यहोवा की वाटिका, और मिस्र देश के समान भली-भाँति सिंची हुई है—तब तक यहोवा ने सदोम और अमोरा को नष्ट नहीं किया था।
उत्पत्ति 19:17 - नवीन हिंदी बाइबल और ऐसा हुआ कि जब वे उन्हें बाहर ले आए तो उनमें से एक ने कहा, “अपने प्राण बचाकर भागो! पीछे मुड़कर न देखना, और न ही तराई में कहीं रुकना। उस पहाड़ पर भाग जाओ, नहीं तो तुम भी नष्ट हो जाओगे।” पवित्र बाइबल इसलिए दोनों ने लूत और उसके परिवार को नगर के बाहर पहुँचा दिया। जब वे बाहर हो गए तो उनमें से एक ने कहा, “अपना जीवन बचाने के लिए अब भागो। नगर को मुड़कर भी मत देखो। इस घाटी में किसी जगह न रूको। तब तक भागते रहो जब तक पहाड़ों में न जा पहुँचो। अगर तुम ऐसा नहीं करते, तो तुम नगर के साथ नष्ट हो जाओगे।” Hindi Holy Bible और ऐसा हुआ कि जब उन्होंने उन को बाहर निकाला, तब उसने कहा अपना प्राण ले कर भाग जा; पीछे की और न ताकना, और तराई भर में न ठहरना; उस पहाड़ पर भाग जाना, नहीं तो तू भी भस्म हो जाएगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दूतों ने उन्हें नगर के बाहर लाकर उनसे कहा, ‘अपने प्राण बचा कर भाग जाओ। पीछे मुड़कर न देखना, और न घाटी में कहीं रुकना। पहाड़ की ओर भागो। अन्यथा तुम भी भस्म हो जाओगे।’ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और ऐसा हुआ कि जब उन्होंने उनको बाहर निकाला, तब कहा, “अपना प्राण लेकर भाग जा; पीछे की ओर न ताकना, और तराई भर में न ठहरना; उस पहाड़ पर भाग जाना, नहीं तो तू भी भस्म हो जाएगा।” सरल हिन्दी बाइबल जब वे उन्हें बाहर ले आए, तो उनमें से एक ने उन्हें आदेश दिया, “अपने प्राण बचाकर भागो! पलट कर मत देखना तथा मैदान में कहीं मत रुकना! पहाड़ों पर चले जाओ, अन्यथा तुम सभी इसकी चपेट में आ जाओगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और ऐसा हुआ कि जब उन्होंने उनको बाहर निकाला, तब उसने कहा, “अपना प्राण लेकर भाग जा; पीछे की ओर न ताकना, और तराई भर में न ठहरना; उस पहाड़ पर भाग जाना, नहीं तो तू भी भस्म हो जाएगा।” |
तब लूत ने आँखें उठाकर यरदन नदी की सारी तराई को देखा कि वह सोअर के मार्ग तक यहोवा की वाटिका, और मिस्र देश के समान भली-भाँति सिंची हुई है—तब तक यहोवा ने सदोम और अमोरा को नष्ट नहीं किया था।
सिद्दीम की तराई तो अस्फाल्ट के गड्ढों से भरी थी; और ऐसा हुआ कि जब सदोम और अमोरा के राजा वहाँ से भागे तो वे उनमें गिर पड़े, और जो लोग बच गए थे वे पहाड़ पर भाग गए।
फुर्ती से वहाँ भाग जा; क्योंकि जब तक तू वहाँ न पहुँचे, तब तक मैं कुछ न कर सकूँगा।” इस कारण उस नगर का नाम सोअर पड़ा।
फिर लूत सोअर नगर से निकलकर अपनी दोनों बेटियों समेत पहाड़ पर रहने लगा, क्योंकि वह सोअर में रहने से डरता था। इस प्रकार वह और उसकी दोनों बेटियाँ वहाँ एक गुफा में रहने लगे।
परंतु जब उसने बहुत से फरीसियों और सदूकियों को बपतिस्मा लेने के लिए अपनी ओर आते देखा तो उनसे कहा, “हे साँप के बच्चो, तुम्हें आने वाले प्रकोप से भागने की चेतावनी किसने दी?
परंतु यीशु ने उससे कहा,“जो कोई हल पर हाथ रखकर पीछे की ओर देखता है, वह परमेश्वर के राज्य के योग्य नहीं।”
तो हम ऐसे महान उद्धार की उपेक्षा करके कैसे बच सकते हैं? इस उद्धार का वर्णन सर्वप्रथम प्रभु के द्वारा किया गया, और सुननेवालों के द्वारा हमारे सामने इसकी पुष्टि हुई।