तब अब्राहम तुरंत तंबू में सारा के पास गया और कहा, “जल्दी से तीन सआ मैदा गूँध, और फुलके बना ले।”
उत्पत्ति 18:5 - नवीन हिंदी बाइबल फिर मैं रोटी ले आऊँगा, ताकि आप खाकर तृप्त हो जाएँ, और उसके बाद आगे बढ़ें; क्योंकि आप अपने दास के यहाँ आए हैं।” उन्होंने कहा, “जैसा तू कहता है वैसा ही कर।” पवित्र बाइबल मैं आप लोगों के लिए कुछ भोजन लाता हूँ और आप लोग जितना चाहें खाएं। इसके बाद आप लोग अपनी यात्रा आरम्भ कर सकते हैं।” तीनों ने कहा, “यह बहुत अच्छा है। तुम जैसा कहते हो, करो।” Hindi Holy Bible फिर मैं एक टुकड़ा रोटी ले आऊं और उससे आप अपने जीव को तृप्त करें; तब उसके पश्चात आगे बढें: क्योंकि आप अपने दास के पास इसी लिये पधारे हैं। उन्होंने कहा, जैसा तू कहता है वैसा ही कर। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब तक मैं रोटी ले आऊंगा कि आप उसे खाकर अपने को ताजा करें। उसके पश्चात् आप आगे चले जाना। आप तो अपने सेवक के पास आए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जैसा तुम कहते हो, वैसा ही करो।’ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर मैं एक टुकड़ा रोटी ले आऊँ, और उससे आप अपने अपने जीव को तृप्त करें, तब उसके पश्चात् आगे बढ़ें; क्योंकि आप अपने दास के पास इसी लिये पधारे हैं।” उन्होंने कहा, “जैसा तू कहता है वैसा ही कर।” सरल हिन्दी बाइबल मैं आपके लिए भोजन तैयार करता हूं, ताकि आप खाकर तरो ताजा हो सकें और फिर अपनी आगे की यात्रा में जाएं—क्योंकि आप अपने सेवक के यहां आए हैं. उन्होंने अब्राहाम से कहा, “वैसा ही करो, जैसा कि तुमने कहा है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर मैं एक टुकड़ा रोटी ले आऊँ, और उससे आप अपने-अपने जीव को तृप्त करें; तब उसके पश्चात् आगे बढ़ें क्योंकि आप अपने दास के पास इसी लिए पधारे हैं।” उन्होंने कहा, “जैसा तू कहता है वैसा ही कर।” |
तब अब्राहम तुरंत तंबू में सारा के पास गया और कहा, “जल्दी से तीन सआ मैदा गूँध, और फुलके बना ले।”
सुनो, मेरी दो पुत्रियाँ हैं जो कुँवारी हैं। मैं उन्हें तुम्हारे पास ले आता हूँ, और तुम जैसा चाहो वैसा व्यवहार उनसे करो; पर इन पुरुषों के साथ कुछ न करो, क्योंकि ये मेरी छत तले आए हैं।”
याकूब ने कहा, “नहीं नहीं, मेरी विनती सुन, यदि तेरी कृपादृष्टि मुझ पर हो तो मेरे हाथ से यह भेंट ग्रहण कर; क्योंकि मैंने तेरा दर्शन पाकर मानो परमेश्वर का दर्शन पाया है, और तूने मुझे स्वीकार किया है।
अर्थात् दाखमधु जो मनुष्य के हृदय को आनंदित करता है, तेल जो उसके मुख को चमकाता है, और रोटी जो मनुष्य के हृदय को बल देती है।