तब सारा डर के मारे यह कहकर मुकर गई, “मैं नहीं हँसी,” परंतु उसने कहा, “नहीं, तू तो हँसी थी।”
उत्पत्ति 18:16 - नवीन हिंदी बाइबल फिर वे पुरुष वहाँ से चल पड़े और उन्होंने सदोम की ओर दृष्टि की; और अब्राहम उन्हें विदा करने के लिए उनके साथ-साथ चला। पवित्र बाइबल तब वे पुरुष जाने के लिए उठे। उन्होंने सदोम की ओर देखा और उसी ओर चल पड़े। इब्राहीम उनको विदा करने के लिए कुछ दूर तक उनके साथ गया। Hindi Holy Bible फिर वे पुरूष वहां से चल कर, सदोम की ओर ताकने लगे: और इब्राहीम उन्हें विदा करने के लिये उनके संग संग चला। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे पुरुष वहाँ से उठे, और उन्होंने सदोम नगर की ओर दृष्टि की। अब्राहम उन्हें विदा करने के लिए उनके साथ गए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर वे पुरुष वहाँ से चले और सदोम की ओर दृष्टि की; और अब्राहम उन्हें विदा करने के लिये उनके संग संग चला। सरल हिन्दी बाइबल इसके बाद वे व्यक्ति जाने के लिए उठे और सोदोम की ओर देखने लगे, अब्राहाम उनको विदा करने के लिए उनके साथ साथ चल रहे थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर वे पुरुष वहाँ से चलकर, सदोम की ओर दृष्टि की; और अब्राहम उन्हें विदा करने के लिये उनके संग-संग चला। |
तब सारा डर के मारे यह कहकर मुकर गई, “मैं नहीं हँसी,” परंतु उसने कहा, “नहीं, तू तो हँसी थी।”
जब अब्राहम ने अपनी आँखें ऊपर उठाईं तो देखा कि तीन पुरुष उसके सामने खड़े हैं; उन्हें देखते ही वह उनसे भेंट करने के लिए तंबू के द्वार से दौड़ा, और उसने भूमि पर गिरकर उन्हें दंडवत् किया,
वे दो दूत साँझ को सदोम पहुँचे; उस समय लूत सदोम के फाटक पर बैठा था। जब लूत ने उन्हें देखा तो वह उनसे भेंट करने के लिए उठा, और भूमि पर गिरकर उन्हें दंडवत् किया।
अतः कलीसिया ने उन्हें विदा किया; और वे फीनीके और सामरिया से होकर गैरयहूदियों के मन-परिवर्तन का वर्णन करते हुए गए जिससे सब भाई बहुत आनंदित हुए।
वे विशेषकर इस बात से शोकित थे, जो उसने कही थी कि तुम मेरा मुँह फिर न देखोगे। तब उन्होंने उसे जहाज़ तक पहुँचाया।
फिर ऐसा हुआ कि जब वे दिन पूरे हुए तो हम वहाँ से निकलकर चल दिए; और वे सब स्त्रियों तथा बच्चों समेत नगर के बाहर तक हमारे साथ आए, और समुद्र तट पर हमने घुटने टेककर प्रार्थना की,
कि जब कभी मैं स्पेन को जाऊँ तो तुम्हारे पास आऊँ; क्योंकि मैं आशा करता हूँ कि जाते हुए तुमसे भेंट हो, चाहे थोड़े समय के लिए ही सही तुम्हारी संगति से मुझे तृप्ति मिले, और फिर वहाँ से तुम्हारे द्वारा भेजा जाऊँ।
उन्होंने कलीसिया के सामने तेरे प्रेम की साक्षी दी है। अच्छा होगा कि तू उन्हें इस रीति से विदा करे जो परमेश्वर को ग्रहणयोग्य हो;