Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




उत्पत्ति 18:15 - नवीन हिंदी बाइबल

15 तब सारा डर के मारे यह कहकर मुकर गई, “मैं नहीं हँसी,” परंतु उसने कहा, “नहीं, तू तो हँसी थी।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

15 लेकिन सारा ने कहा, “मैं हंसी नहीं।” (उसने ऐसा कहा, क्योंकि वह डरी हुई थी।) लेकिन यहोवा ने कहा, “नहीं, मैं मानता हूँ कि तुम्हारा कहना सही नहीं है। तुम ज़रूर हँसी।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

15 तब सारा डर के मारे यह कह कर मुकर गई, कि मैं नहीं हंसी। उसने कहा, नहीं; तू हंसी तो थी॥

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

15 सारा अपनी बात से मुकर गई; क्‍योंकि वह डर गई थी। वह बोली, ‘मैं नहीं हंसी।’ प्रभु ने कहा, ‘नहीं, तू अवश्‍य हंसी थी।’

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

15 तब सारा डर के मारे यह कहकर मुकर गई, “मैं नहीं हँसी।” उसने कहा, “नहीं; तू हँसी तो थी।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

15 तब साराह डर गयी, और यह कहकर झूठ बोलने लगी, “मैं नहीं हंसी थी.” तब परमेश्वर के दूत ने कहा, “तुम ज़रूर हंसी थी.”

अध्याय देखें प्रतिलिपि




उत्पत्ति 18:15
17 क्रॉस रेफरेंस  

इसलिए यह कहना, ‘मैं उसकी बहन हूँ,’ जिससे तेरे कारण मेरा भला हो, और तेरे कारण मेरा प्राण बच जाए।”


क्या यहोवा के लिए कुछ भी कठिन है? मैं निर्धारित समय पर, अर्थात् एक वर्ष के बाद तेरे पास फिर आऊँगा, और सारा के पास एक पुत्र होगा।”


फिर वे पुरुष वहाँ से चल पड़े और उन्होंने सदोम की ओर दृष्‍टि की; और अब्राहम उन्हें विदा करने के लिए उनके साथ-साथ चला।


तब यहोवा ने कैन से पूछा, “तेरा भाई हाबिल कहाँ है?” उसने कहा, “मुझे पता नहीं; क्या मैं अपने भाई का रखवाला हूँ?”


तो क्या परमेश्‍वर इसे नहीं जानता, क्योंकि वह तो मन की गुप्‍त बातों को जानता है।


परंतु हम दिन भर तेरे निमित्त मार डाले जाते हैं, और वध होनेवाली भेड़ों के समान समझे जाते हैं।


सच्‍चाई सदा बनी रहेगी, परंतु झूठ पल भर का ही होता है।


जो अपने अपराध छिपाता है वह सफल नहीं होगा, परंतु जो उन्हें मानकर छोड़ देता है उस पर दया की जाएगी।


तब यीशु ने तुरंत अपने आत्मा में जानकर कि वे अपने मन में इस प्रकार विचार कर रहे हैं, उनसे कहा,“तुम अपने-अपने मन में क्यों यह विचार कर रहे हो?


तब उस दासी ने जो द्वारपालिन थी, पतरस से कहा, “कहीं तू भी तो इस मनुष्य के शिष्यों में से नहीं?” उसने कहा, “मैं नहीं हूँ।”


और उसे आवश्यकता नहीं थी कि मनुष्य के विषय में कोई साक्षी दे, क्योंकि वह जानता था कि मनुष्य के मन में क्या है।


अब हम जानते हैं कि व्यवस्था जो भी कहती है उन्हीं से कहती है जो व्यवस्था के अधीन हैं, ताकि प्रत्येक मुँह बंद किया जाए और सारा संसार परमेश्‍वर को लेखा देनेवाला ठहरे;


और अपने मन के आत्मिक स्वभाव में नए बनते जाओ,


आपस में झूठ मत बोलो, क्योंकि तुमने अपने पुराने मनुष्यत्व को उसके कार्यों के साथ उतार फेंका है


यदि हम कहें कि हममें पाप नहीं, तो हम अपने आपको धोखा देते हैं और हममें सत्य नहीं।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों