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इब्रानियों 6:11 - नवीन हिंदी बाइबल

हम चाहते हैं कि तुममें से प्रत्येक अपनी आशा के पूर्ण निश्‍चय के लिए अंत तक ऐसा ही प्रयत्‍न करता रहे,

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पवित्र बाइबल

हम चाहते हैं कि तुममें से हर कोई जीवन भर ऐसा ही कठिन परिश्रम करता रहे। यदि तुम ऐसा करते हो तो तुम निश्चय ही उसे पा जाओगे जिसकी तुम आशा करते रहे हो।

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Hindi Holy Bible

पर हम बहुत चाहते हैं, कि तुम में से हर एक जन अन्त तक पूरी आशा के लिये ऐसा ही प्रयत्न करता रहे।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

मैं चाहता हूँ कि आपकी आशा परिपूर्ण हो जाने तक आप लोगों में हर एक व्यक्‍ति यही तत्‍परता दिखलाता रहे।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

पर हम बहुत चाहते हैं कि तुम में से हर एक जन अन्त तक पूरी आशा के लिये ऐसा ही प्रयत्न करता रहे।

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सरल हिन्दी बाइबल

हमारी यही इच्छा है कि तुममें से हर एक में ऐसा उत्साह प्रदर्शित हो कि अंत तक तुममें आशा का पूरा निश्चय स्पष्ट दिखाई दे.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

पर हम बहुत चाहते हैं, कि तुम में से हर एक जन अन्त तक पूरी आशा के लिये ऐसा ही प्रयत्न करता रहे।

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इब्रानियों 6:11
36 क्रॉस रेफरेंस  

परंतु जो अंत तक धीरज धरे रहेगा, उसी का उद्धार होगा।


हे माननीय थियुफिलुस, क्योंकि बहुत से लोगों ने हमारे बीच में हुई घटनाओं के विवरण को व्यवस्थित करने का कार्य अपने हाथों में लिया,


प्रोत्साहित करनेवाला हो तो प्रोत्साहित करे। दान देनेवाला उदारता से दे, नेतृत्व करनेवाला उत्साह से नेतृत्व करे, दया करनेवाला सहर्ष दया करे।


अब जो आशा का परमेश्‍वर है, वह तुम्हारे विश्‍वास करने में तुम्हें संपूर्ण आनंद और शांति से भर दे, जिससे तुम पवित्र आत्मा के सामर्थ्य के द्वारा आशा से भरपूर हो जाओ।


अब विश्‍वास, आशा और प्रेम, ये तीनों स्थाई हैं; पर इनमें सब से बड़ा प्रेम है।


इसलिए हे मेरे प्रिय भाइयो, दृढ़ और अटल रहो तथा प्रभु के कार्य में सदैव बढ़ते जाओ, क्योंकि तुम जानते हो कि तुम्हारा परिश्रम प्रभु में व्यर्थ नहीं है।


क्योंकि आत्मा के द्वारा हम विश्‍वास से उस धार्मिकता की उत्सुकतापूर्वक प्रतीक्षा करते हैं जिसकी हमें आशा है।


हम भलाई करने में निरुत्साहित न हों, क्योंकि यदि हम शिथिल न पड़ें तो उचित समय पर कटनी काटेंगे।


अतः हममें जितने भी परिपक्‍व हैं, यही विचार रखें। और यदि किसी बात में तुम्हारा विचार अलग हो तो परमेश्‍वर उसे भी तुम पर प्रकट करेगा;


यह तभी होगा यदि तुम विश्‍वास में दृढ़ होकर स्थिर बने रहो और उस सुसमाचार की आशा को न छोड़ो जिसे तुमने सुना, जिसका प्रचार आकाश के नीचे सारी सृष्‍टि में किया गया, और जिसका मैं पौलुस सेवक बना।


यह उस आशा के कारण है जो तुम्हारे लिए स्वर्ग में रखी है जिसके विषय में तुमने सत्य के वचन अर्थात् उस सुसमाचार में पहले ही सुना है


ताकि प्रेम में एक साथ बँधकर और समझ के पूर्ण आश्‍वासन के समस्त धन को प्राप्‍त करके उनके मन प्रोत्साहित हों, जिससे वे परमेश्‍वर के भेद अर्थात् मसीह को पहचान लें,


क्योंकि हमारा सुसमाचार तुम्हारे पास केवल शब्दों में ही नहीं बल्कि सामर्थ्य में और पवित्र आत्मा में तथा पूर्ण आश्‍वासन के साथ भी पहुँचा। तुम जानते ही हो कि हम तुम्हारे लिए तुम्हारे बीच किस प्रकार से रहते थे।


और तुम वास्तव में समस्त मकिदुनिया के सब भाइयों के साथ ऐसा ही प्रेम रखते हो। परंतु हे भाइयो, हम तुम्हें प्रोत्साहित करते हैं कि इसमें और अधिक बढ़ते जाओ,


परंतु हे भाइयो, तुम भलाई करने में साहस न छोड़ो।


तो आओ, हम सच्‍चे मन और विश्‍वास के पूर्ण आश्‍वासन के साथ, और विवेक के दोष को दूर करने के लिए हृदयों पर छिड़काव लेकर तथा देह को शुद्ध जल से धोकर परमेश्‍वर के पास आएँ।


यदि हम अपने आरंभिक विश्‍वास को अंत तक दृढ़ता से थामे रहते हैं, तो हम मसीह के सहभागी बन जाते हैं।


परंतु मसीह परमेश्‍वर के घराने पर एक पुत्र के समान विश्‍वासयोग्य रहा; और यदि हम अपने साहस और अपने आशा के गर्व पर दृढ़ रहें तो हम ही उसका घराना हैं।


तुम मसीह के द्वारा उस परमेश्‍वर पर विश्‍वास करते हो, जिसने मसीह को मृतकों में से जिलाया और उसे महिमा दी कि तुम्हारा विश्‍वास और आशा परमेश्‍वर पर हो।


इसलिए हे भाइयो, अपनी बुलाहट और चुने जाने को प्रमाणित करने का अत्यधिक प्रयत्‍न करो, क्योंकि ऐसा करने से तुम कभी ठोकर नहीं खाओगे।


इसलिए, हे प्रियो, जब तुम इन बातों की प्रतीक्षा करते हो, तो यत्‍न करो कि तुम शांतिपूर्ण हृदय के साथ उसके सामने निष्कलंक और निर्दोष पाए जाओ,


हम जानते हैं कि हम मृत्यु में से निकलकर जीवन में प्रवेश कर चुके हैं क्योंकि हम भाइयों से प्रेम रखते हैं। जो प्रेम नहीं रखता वह मृत्यु में बना रहता है।


इसी से हम जानेंगे कि हम सत्य के हैं और यदि हमारा मन हमें दोषी ठहराएगा तो हम उसके सामने अपने-अपने मन को आश्‍वस्त कर सकेंगे,


वह जो जय पाए, और मेरे कार्यों को अंत तक करता रहे, उसे मैं जाति-जाति पर अधिकार दूँगा,