फिर जो तेल याजक की हथेली पर रह जाए उसे वह शुद्ध होनेवाले के सिर पर लगा दे; और याजक उसके लिए यहोवा के सम्मुख प्रायश्चित्त करे।
इब्रानियों 2:17 - नवीन हिंदी बाइबल इस कारण यह आवश्यक था कि वह सब बातों में अपने भाइयों के समान बने, जिससे वह परमेश्वर से संबंधित बातों में दयालु और विश्वासयोग्य महायाजक बनकर लोगों के पापों का प्रायश्चित्त करे। पवित्र बाइबल इसलिए उसे हर प्रकार से उसके भाईयों के जैसा बनाया गया ताकि वह परमेश्वर की सेवा में दयालु और विश्वसनीय महायाजक बन सके। और लोगों को उनके पापों की क्षमा दिलाने के लिए बलि दे सके। Hindi Holy Bible इस कारण उस को चाहिए था, कि सब बातों में अपने भाइयों के समान बने; जिस से वह उन बातों में जो परमेश्वर से सम्बन्ध रखती हैं, एक दयालु और विश्वास योग्य महायाजक बने ताकि लोगों के पापों के लिये प्रायश्चित्त करे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए यह आवश्यक था कि वह सभी बातों में अपने भाई-बहिनों† के सदृश बन जायें, जिससे वह परमेश्वर-सम्बन्धी बातों में मनुष्यों के दयालु और विश्वस्त महापुरोहित के रूप में प्रजा के पापों का प्रायश्चित कर सकें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस कारण उस को चाहिए था, कि सब बातों में अपने भाइयों के समान बने; जिससे वह उन बातों में जो परमेश्वर से सम्बन्ध रखती हैं, एक दयालु और विश्वासयोग्य महायाजक बने ताकि लोगों के पापों के लिये प्रायश्चित करे। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये हर एक पक्ष में मसीह येशु का मनुष्य के समान बन जाना ज़रूरी था, कि सबके पापों के लिए वह प्रायश्चित बलि होने के लिए परमेश्वर के सामने कृपालु, और विश्वासयोग्य महापुरोहित बन जाएं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस कारण उसको चाहिए था, कि सब बातों में अपने भाइयों के समान बने; जिससे वह उन बातों में जो परमेश्वर से सम्बंध रखती हैं, एक दयालु और विश्वासयोग्य महायाजक बने ताकि लोगों के पापों के लिये प्रायश्चित करे। |
फिर जो तेल याजक की हथेली पर रह जाए उसे वह शुद्ध होनेवाले के सिर पर लगा दे; और याजक उसके लिए यहोवा के सम्मुख प्रायश्चित्त करे।
इस प्रकार वह इस्राएलियों की अशुद्धताओं, अपराधों, और उनके सब पापों के कारण पवित्रस्थान के लिए प्रायश्चित्त करे, और मिलापवाले तंबू के लिए भी वह ऐसा ही करे जो उनके साथ उनकी अशुद्धताओं के बीच रहता है।
परंतु जिस पापबलि के लहू में से कुछ भी लहू मिलापवाले तंबू के भीतर पवित्रस्थान में प्रायश्चित्त करने के लिए लाया जाए, उसका मांस कभी न खाया जाए, बल्कि उसे आग में जला दिया जाए।
मूसा ने उसे बलि किया, और अपनी उंगली से उसका कुछ लहू लेकर वेदी के सीगों पर चारों ओर लगाया, और वेदी को पवित्र किया। तब उसने बचे हुए लहू को वेदी के पाये पर उंडेला, और उसके लिए प्रायश्चित्त करके उसे पवित्र किया।
क्योंकि जब शत्रु होने पर भी उसके पुत्र की मृत्यु के द्वारा परमेश्वर से हमारा मेल हुआ, तो फिर मेल-मिलाप हो जाने पर हम निश्चय ही उसके जीवन के द्वारा उद्धार पाएँगे।
और क्रूस पर शत्रुता का नाश करके उसके द्वारा दोनों का एक देह में परमेश्वर के साथ मेल-मिलाप कराए।
क्योंकि पवित्र करनेवाला और पवित्र किए जानेवाले सब एक ही मूल से हैं, इसी कारण वह उन्हें भाई कहने से लज्जित नहीं होता,
अतः जैसे बच्चे लहू और मांस में सहभागी हैं, वैसे ही वह स्वयं भी उनमें सहभागी हुआ, ताकि मृत्यु के द्वारा मृत्यु पर अधिकार रखनेवाले, अर्थात् शैतान को निष्फल कर दे,
क्योंकि यह तो निश्चित है कि वह स्वर्गदूतों को नहीं बल्कि अब्राहम के वंश को संभालता है।
इसलिए हे पवित्र भाइयो, तुम जो स्वर्गीय बुलाहट में सहभागी हो, यीशु पर ध्यान दो जिसे हम प्रेरित और महायाजक मानते हैं।
वह अपने नियुक्त करनेवाले के प्रति विश्वासयोग्य रहा, जैसा मूसा भी परमेश्वर के सारे घराने में रहा।
परमेश्वर के सारे घराने में मूसा एक सेवक के समान विश्वासयोग्य रहा कि उन बातों का साक्षी हो जिनका वर्णन बाद में होने वाला था।
जबकि हमारे पास ऐसा बड़ा महायाजक है जो आकाशमंडल से होकर गया, अर्थात् परमेश्वर का पुत्र यीशु, तो आओ, हम अपने विश्वास के अंगीकार को दृढ़ता से थामे रहें।
क्योंकि हमारा महायाजक ऐसा नहीं है जो हमारी निर्बलताओं में हमसे सहानुभूति न रख सके। वह सब बातों में हमारे समान परखा तो गया, फिर भी निष्पाप निकला।
प्रत्येक महायाजक मनुष्यों में से लिया जाता है और मनुष्यों ही के लिए परमेश्वर से संबंधित बातों के विषय में नियुक्त किया जाता है कि वह पापों के लिए भेंट और बलिदान चढ़ाए।
वह अज्ञानियों और भटके हुओं के साथ कोमलता से व्यवहार कर सकता है, क्योंकि वह स्वयं भी निर्बलता से घिरा रहता है।
इसी प्रकार, मसीह ने भी महायाजक बनने की महिमा स्वयं नहीं ली, बल्कि उसे उसने दी जिसने उससे कहा था : तू मेरा पुत्र है, आज ही मैंने तुझे उत्पन्न किया है।
जहाँ यीशु ने हमारे अग्रदूत के रूप में मलिकिसिदक की रीति के अनुसार सदा के लिए महायाजक बनकर प्रवेश किया।
हमारे लिए ऐसा ही महायाजक उपयुक्त था जो पवित्र, निर्दोष, निर्मल, पापियों से अलग, और स्वर्ग से भी ऊँचा हो।
व्यवस्था तो निर्बल मनुष्यों को महायाजक नियुक्त करती है, परंतु शपथ का वह वचन, जो व्यवस्था के बाद आया, उस पुत्र को नियुक्त करता है जो सदा के लिए सिद्ध किया गया है।
अब जो बातें हम कह रहे हैं उनमें मुख्य बात यह है कि हमारा एक ऐसा महायाजक है जो स्वर्ग में महामहिम के सिंहासन के दाहिनी ओर विराजमान है,
प्रत्येक महायाजक को भेंट और बलिदान चढ़ाने के लिए नियुक्त किया जाता है; इसलिए आवश्यक है कि इस महायाजक के पास भी चढ़ाने के लिए कुछ हो।
परंतु जब मसीह आने वाली अच्छी बातों के महायाजक के रूप में प्रकट हुआ, तो उसने और भी श्रेष्ठ तथा सिद्ध तंबू से होकर प्रवेश किया, जो हाथों का बनाया हुआ अर्थात् इस सृष्टि का नहीं है।