ऐसा कार्य करना तुझसे दूर रहे कि तू दुष्ट के साथ-साथ धर्मी को भी मार डाले, तथा धर्मी और दुष्ट दोनों की दशा एक समान हो जाए। यह बात तुझसे दूर ही रहे। क्या सारी पृथ्वी का न्यायी वह न करेगा जो न्यायसंगत हो?”
इब्रानियों 2:10 - नवीन हिंदी बाइबल परमेश्वर को, जिसके लिए और जिसके द्वारा सब कुछ है, यह उचित लगा कि वह अपने अनेक पुत्रों को महिमा में लाने के लिए उनके उद्धार के कर्ता को दुःख उठाने के द्वारा सिद्ध करे। पवित्र बाइबल अनेक पुत्रों को महिमा प्रदान करते हुए उस परमेश्वर के लिए जिसके द्वारा और जिसके लिए सब का अस्तित्व बना हुआ है, उसे यह शोभा देता है कि वह उनके छुटकारे के विधाता को यातनाओं के द्वारा सम्पूर्ण सिद्ध करे। Hindi Holy Bible क्योंकि जिस के लिये सब कुछ है, और जिस के द्वारा सब कुछ है, उसे यही अच्छा लगा कि जब वह बहुत से पुत्रों को महिमा में पहुंचाए, तो उन के उद्धार के कर्ता को दुख उठाने के द्वारा सिद्ध करे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर, जिसके कारण और जिसके द्वारा सब कुछ होता है, बहुत-से पुत्र-पुत्रियों को महिमा तक ले जाना चाहता था। इसलिए यह उचित था कि वह उन सब की मुक्ति के प्रवर्तक को, अर्थात् येशु को दु:खभोग द्वारा पूर्ण सिद्ध बनाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि जिसके लिये सब कुछ है और जिसके द्वारा सब कुछ है, उसे यही अच्छा लगा कि जब वह बहुत से पुत्रों को महिमा में पहुँचाए, तो उनके उद्धार के कर्ता को दु:ख उठाने के द्वारा सिद्ध करे। सरल हिन्दी बाइबल यह सही ही था कि परमेश्वर, जिनके लिए तथा जिनके द्वारा हर एक वस्तु का अस्तित्व है, अनेक संतानों को महिमा में प्रवेश कराने के द्वारा उनके उद्धारकर्ता को दुःख उठाने के द्वारा सिद्ध बनाएं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि जिसके लिये सब कुछ है, और जिसके द्वारा सब कुछ है, उसे यही अच्छा लगा कि जब वह बहुत से पुत्रों को महिमा में पहुँचाए, तो उनके उद्धार के कर्ता को दुःख उठाने के द्वारा सिद्ध करे। |
ऐसा कार्य करना तुझसे दूर रहे कि तू दुष्ट के साथ-साथ धर्मी को भी मार डाले, तथा धर्मी और दुष्ट दोनों की दशा एक समान हो जाए। यह बात तुझसे दूर ही रहे। क्या सारी पृथ्वी का न्यायी वह न करेगा जो न्यायसंगत हो?”
यहोवा ने हर वस्तु को एक उद्देश्य के लिए रचा है, यहाँ तक कि दुष्ट को विपत्ति के दिन के लिए।
परंतु उसने उनसे कहा,“जाकर उस लोमड़ी से कह दो, ‘देख, मैं आज और कल दुष्टात्माओं को निकालता और बीमारों को स्वस्थ करता हूँ, और तीसरे दिन मैं अपना कार्य पूरा करूँगा।’
सर्वोच्च स्थान में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में शांति हो, जिनसे वह प्रसन्न है।
उसने उनसे कहा,“इस प्रकार लिखा है कि मसीह दुःख उठाएगा और तीसरे दिन मृतकों में से जी उठेगा,
और न केवल उस जाति के लिए बल्कि इसलिए भी कि परमेश्वर की तितर-बितर हुई संतानों को एक कर दे।
और जीवन के कर्ता को मार डाला; पर परमेश्वर ने उसे मृतकों में से जिला दिया, जिसके हम साक्षी हैं।
उसी को परमेश्वर ने प्रभु और उद्धारकर्ता ठहराकर अपने दाहिनी ओर ऊँचा उठाया कि वह इस्राएल को पश्चात्ताप और पापों की क्षमा प्रदान करे।
क्योंकि सब कुछ उसी की ओर से, और उसी के द्वारा, और उसी के लिए है। उसकी महिमा युगानुयुग होती रहे। आमीन।
ताकि अपनी महिमा का धन दया के उन पात्रों पर प्रकट करे, जिन्हें उसने महिमा के लिए पहले से तैयार किया था
बल्कि हम भेद में परमेश्वर के उस गुप्त ज्ञान का वर्णन करते हैं जिसे परमेश्वर ने सनातन से हमारी महिमा के लिए ठहराया है।
फिर भी हमारे लिए तो एक ही परमेश्वर है, अर्थात् पिता, जिसकी ओर से सब कुछ है और हम भी उसी के लिए हैं; और एक ही प्रभु है, अर्थात् यीशु मसीह, जिसके द्वारा सब कुछ है और हम भी उसी के द्वारा हैं।
हम सब उघाड़े मुँह से प्रभु का तेज मानो दर्पण में देखते हुए प्रभु अर्थात् आत्मा के द्वारा उसी तेजस्वी रूप में अंश-अंश करके बदलते जाते हैं।
क्योंकि हमारा पल-भर का यह हल्का सा क्लेश हमारे लिए ऐसी अनंत और अपार महिमा उत्पन्न करता है, जो अतुल्य है।
यह सब परमेश्वर की ओर से हुआ है, जिसने मसीह के द्वारा अपने साथ हमारा मेल-मिलाप कर लिया, और हमें मेल-मिलाप की सेवा सौंप दी है;
और मैं तुम्हारा पिता होऊँगा, और तुम मेरे पुत्र और पुत्रियाँ होगे। सर्वशक्तिमान प्रभु यह कहता है।
ताकि वह आने वाले युगों में उस कृपा से जो मसीह यीशु में हम पर है, अपने अनुग्रह का अपार धन दिखाए।
ताकि अब कलीसिया के द्वारा आकाश के प्रधानों और अधिकारियों पर परमेश्वर के विभिन्न प्रकार के ज्ञान को प्रकट किया जाए।
इसलिए मैं चुने हुओं के कारण सब कुछ सह लेता हूँ कि वे भी उस उद्धार को, जो मसीह यीशु में है, अनंत महिमा के साथ प्राप्त करें।
और विश्वास के कर्ता और सिद्ध करनेवाले यीशु की ओर ताकते रहें, जिसने उस आनंद के लिए जो उसके सामने रखा था, लज्जा की चिंता किए बिना क्रूस के दुःख को सह लिया, और परमेश्वर के सिंहासन के दाहिनी ओर जा बैठा।
जहाँ यीशु ने हमारे अग्रदूत के रूप में मलिकिसिदक की रीति के अनुसार सदा के लिए महायाजक बनकर प्रवेश किया।
हमारे लिए ऐसा ही महायाजक उपयुक्त था जो पवित्र, निर्दोष, निर्मल, पापियों से अलग, और स्वर्ग से भी ऊँचा हो।
व्यवस्था तो निर्बल मनुष्यों को महायाजक नियुक्त करती है, परंतु शपथ का वह वचन, जो व्यवस्था के बाद आया, उस पुत्र को नियुक्त करता है जो सदा के लिए सिद्ध किया गया है।
उन पर यह प्रकट किया गया था कि वे इन बातों में अपनी नहीं बल्कि तुम्हारी सेवा कर रहे हैं। ये बातें अब तुम्हें उनके द्वारा बताई गईं, जिन्होंने स्वर्ग से भेजे गए पवित्र आत्मा के द्वारा तुम्हें सुसमाचार सुनाया था। स्वर्गदूत भी इन बातों को देखने की लालसा करते हैं।
अतः तुम्हारे सह-प्रवर और मसीह के दुःखों के साक्षी तथा उस प्रकट होनेवाली महिमा के सहभागी के रूप में मैं तुम्हारे बीच जो प्रवर हैं उन्हें समझाता हूँ :
अब परमेश्वर जो समस्त अनुग्रह का दाता है, और जिसने तुम्हें मसीह में अपनी अनंत महिमा के लिए बुलाया है, वह तुम्हारे थोड़ी देर तक दुःख उठाने के बाद स्वयं तुम्हें सिद्ध, ढृढ़, बलवंत और स्थिर करेगा।
हे हमारे प्रभु और परमेश्वर! तू ही महिमा, आदर और सामर्थ्य के योग्य है, क्योंकि तूने ही सब वस्तुओं को सृजा है, और तेरी ही इच्छा से वे सृजी गईं और अस्तित्व में हैं।
इन बातों के बाद मैंने दृष्टि की, और देखो, प्रत्येक जाति, कुल, राष्ट्र और भाषा बोलनेवालों की एक बड़ी भीड़, जिसे कोई गिन नहीं सकता था, श्वेत वस्त्र पहने और अपने हाथों में खजूर की डालियाँ लिए हुए सिंहासन और मेमने के सामने खड़ी थी।