जब अब्राहम कड़ी धूप के समय मम्रे के बांजवृक्षों के बीच अपने तंबू के द्वार पर बैठा हुआ था, तब यहोवा उसके सामने प्रकट हुआ।
इब्रानियों 13:2 - नवीन हिंदी बाइबल अतिथि-सत्कार करना न भूलो, क्योंकि इसके द्वारा कुछ लोगों ने अनजाने में ही स्वर्गदूतों का स्वागत-सत्कार किया है। पवित्र बाइबल अतिथियों का सत्कार करना मत भूलो, क्योंकि ऐसा करतेहुए कुछ लोगों ने अनजाने में ही स्वर्गदूतों का स्वागत-सत्कार किया है। Hindi Holy Bible पहुनाई करना न भूलना, क्योंकि इस के द्वारा कितनों ने अनजाने स्वर्गदूतों की पहुनाई की है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप लोग आतिथ्य-सत्कार भूलें नहीं, क्योंकि इसी के कारण कुछ लोगों ने अनजाने ही अपने यहाँ स्वर्गदूतों का सत्कार किया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अतिथि–सत्कार करना न भूलना, क्योंकि इसके द्वारा कुछ लोगों ने अनजाने में स्वर्गदूतों का आदर–सत्कार किया है। सरल हिन्दी बाइबल अपरिचितों का अतिथि-सत्कार करना न भूलो. ऐसा करने के द्वारा कुछ ने अनजाने ही स्वर्गदूतों का अतिथि-सत्कार किया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अतिथि-सत्कार करना न भूलना, क्योंकि इसके द्वारा कितनों ने अनजाने में स्वर्गदूतों का आदर-सत्कार किया है। (1 पत. 4:9) |
जब अब्राहम कड़ी धूप के समय मम्रे के बांजवृक्षों के बीच अपने तंबू के द्वार पर बैठा हुआ था, तब यहोवा उसके सामने प्रकट हुआ।
वे दो दूत साँझ को सदोम पहुँचे; उस समय लूत सदोम के फाटक पर बैठा था। जब लूत ने उन्हें देखा तो वह उनसे भेंट करने के लिए उठा, और भूमि पर गिरकर उन्हें दंडवत् किया।
जो परदेशी तुम्हारे बीच रहता हो उससे अपने देशवासी के समान व्यवहार करना, और उससे अपने समान प्रेम करना; क्योंकि तुम भी मिस्र देश में परदेशी थे। मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ।
क्योंकि मैं भूखा था और तुमने मुझे खाने को दिया, मैं प्यासा था और तुमने मुझे पानी पिलाया, मैं परदेशी था और तुमने मुझे घर में बुलाया,
तब राजा उन्हें उत्तर देगा, ‘मैं तुमसे सच कहता हूँ, तुमने जो मेरे इन छोटे से छोटे भाइयों में से किसी एक के साथ किया, वह मेरे साथ किया।’
मैं परदेशी था और तुमने मुझे घर में नहीं बुलाया, मैं निर्वस्त्र था और तुमने मुझे वस्त्र नहीं पहनाए, मैं बीमार और बंदीगृह में था और तुमने मेरी सुधि नहीं ली।’
जब उसने और उसके घराने ने बपतिस्मा लिया तो उसने यह कहकर विनती की, “यदि तुम मुझे प्रभु की विश्वासिनी मानते हो, तो आकर मेरे घर में ठहरो।” और उसने हमें विवश कर दिया।
मेरा और सारी कलीसिया का आतिथ्य करनेवाला गयुस तुम्हें नमस्कार कहता है। नगर कोषाध्यक्ष इरास्तुस और भाई क्वारतुस भी तुम्हें नमस्कार कहते हैं।
इसलिए आवश्यक है कि अध्यक्ष निर्दोष, एक ही पत्नी का पति, संयमी, समझदार, सम्माननीय, अतिथि-सत्कार करनेवाला और सिखाने में निपुण हो;
वह अच्छे कार्यों के लिए जानी जाती हो, अर्थात् जिसने बच्चों का पालन-पोषण किया हो, अतिथि सेवा की हो, पवित्र लोगों के पैर धोए हों, दुखियों की सहायता की हो, और जो हर भले कार्य में लगी रही हो।
बल्कि अतिथि-सत्कार करनेवाला, भलाई का चाहनेवाला, समझदार, न्यायप्रिय, पवित्र और संयमी हो,