तेरह अपने पुत्र अब्राम, और अपने पोते लूत जो हारान का पुत्र था, और अपनी बहू अर्थात् अपने पुत्र अब्राम की पत्नी सारै को साथ लेकर कसदियों के ऊर नगर से निकला और कनान देश की ओर चल पड़ा; पर वे हारान देश में पहुँचकर वहीं रहने लगे।
इब्रानियों 11:8 - नवीन हिंदी बाइबल विश्वास ही से अब्राहम जब बुलाया गया तो वह आज्ञा मानकर एक ऐसे स्थान को निकल गया जो उसे उत्तराधिकार में मिलने वाला था। वह नहीं जानता था कि कहाँ जा रहा है, फिर भी निकल गया। पवित्र बाइबल विश्वास के कारण ही, जब इब्राहीम को ऐसे स्थान पर जाने के लिए बुलाया गया था, जिसे बाद में उत्तराधिकार के रूप में उसे पाना था, यद्यपि वह यह जानता तक नहीं था कि वह कहाँ जा रहा है, फिर भी उसने आज्ञा मानी और वह चला गया। Hindi Holy Bible विश्वास ही से इब्राहीम जब बुलाया गया तो आज्ञा मानकर ऐसी जगह निकल गया जिसे मीरास में लेने वाला था, और यह न जानता था, कि मैं किधर जाता हूं; तौभी निकल गया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) विश्वास के कारण अब्राहम ने परमेश्वर का बुलावा स्वीकार किया कि वह उस देश को जाएं जिसको वह विरासत में प्राप्त करने वाले थे। अब्राहम यह न जानते हुए भी कि वह कहाँ जा रहे हैं, उन्होंने उस देश के लिए प्रस्थान किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) विश्वास ही से अब्राहम जब बुलाया गया तो आज्ञा मानकर ऐसी जगह निकल गया जिसे मीरास में लेनेवाला था; और यह न जानता था कि मैं किधर जाता हूँ, तौभी निकल गया। सरल हिन्दी बाइबल यह विश्वास ही था, जिसके द्वारा अब्राहाम ने परमेश्वर के बुलाने पर घर-परिवार का त्याग कर एक अन्य देश को चले जाने के लिए उनकी आज्ञा का पालन किया—वह देश, जो परमेश्वर उन्हें मीरास में देने पर थे. वह यह जाने बिना ही चल पड़े कि वह कहां जा रहे थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 विश्वास ही से अब्राहम जब बुलाया गया तो आज्ञा मानकर ऐसी जगह निकल गया जिसे विरासत में लेनेवाला था, और यह न जानता था, कि मैं किधर जाता हूँ; तो भी निकल गया। (उत्प. 12:1) |
तेरह अपने पुत्र अब्राम, और अपने पोते लूत जो हारान का पुत्र था, और अपनी बहू अर्थात् अपने पुत्र अब्राम की पत्नी सारै को साथ लेकर कसदियों के ऊर नगर से निकला और कनान देश की ओर चल पड़ा; पर वे हारान देश में पहुँचकर वहीं रहने लगे।
अब्राम अपनी पत्नी सारै, अपने भतीजे लूत, अपनी सारी धन-संपत्ति जो उन्होंने इकट्ठी की थी, और उन लोगों को जो उन्होंने हारान में प्राप्त किए थे, साथ लेकर कनान देश के लिए चल पड़ा; और वे कनान देश में आ गए।
फिर यहोवा ने अब्राम को दर्शन देकर कहा, “यह देश मैं तेरे वंश को दूँगा।” इसलिए उसने वहाँ यहोवा के लिए एक वेदी बनाई, जिसने उसे दर्शन दिया था।
फिर उसने उसे बाहर ले जाकर कहा, “अब आकाश की ओर देख, और यदि गिन सके तो उन तारों को गिन।” फिर उसने उससे कहा, “तेरा वंश ऐसा ही होगा।”
मैं तुझे और तेरे बाद तेरे वंश को यह सारा कनान देश, जिसमें तू परदेशी होकर रहता है, निज भूमि के रूप में सदाकाल के लिए दे दूँगा; और मैं उनका परमेश्वर होऊँगा।”
और ऐसा हुआ कि जब परमेश्वर ने मुझे अपने पिता का घर छोड़कर निकलने की आज्ञा दी, तब मैंने उससे कहा, ‘तू मुझ पर इतनी कृपा करना कि हम जहाँ भी जाएँ, तू मेरे विषय में यही कहना कि यह मेरा भाई है।’ ”
और तेरे वंश के कारण पृथ्वी की सारी जातियाँ आशिष पाएँगी, क्योंकि तूने मेरी बात मानी है।”
तू इसी देश में रह और मैं तेरे साथ रहूँगा तथा तुझे आशिष दूँगा; और ये सब देश मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा, और जो शपथ मैंने तेरे पिता अब्राहम से खाई है, उसे पूरी करूँगा।
और उसी के द्वारा हमें अनुग्रह और प्रेरिताई मिली है कि उसके नाम के लिए सब गैरयहूदियों में विश्वास की आज्ञाकारिता उत्पन्न हो,
परंतु सब ने सुसमाचार को नहीं माना। यशायाह कहता है : हे प्रभु, किसने हमारे संदेश पर विश्वास किया?
परंतु परमेश्वर का धन्यवाद हो कि यद्यपि तुम पाप के दास थे, फिर भी मन से उस शिक्षा के आज्ञाकारी हो गए जिसके साँचे में तुम ढाले गए थे,
और परमेश्वर के ज्ञान के विरुद्ध उठनेवाले तर्क-वितर्कों और प्रत्येक ऊँची बात का खंडन करते हैं, और प्रत्येक विचार को बंदी बनाकर मसीह का आज्ञाकारी बना देते हैं;
जिन्होंने विश्वास ही से राज्यों पर विजय प्राप्त की, धार्मिकता के कार्य किए, प्रतिज्ञा की हुई वस्तुएँ प्राप्त कीं, सिंहों के मुँह बंद किए,
और उन सब के लिए, जो उसकी आज्ञा मानते हैं, सिद्ध ठहराया जाकर अनंत उद्धार का स्रोत बन गया,
जब तुमने भाईचारे के निष्कपट प्रेम के लिए अपने मनों को सत्य का पालन करके शुद्ध किया है, तो उत्साहपूर्वक शुद्ध मन से आपस में प्रेम रखो।
हे पत्नियो, अपने-अपने पति के अधीन रहो, जिससे यदि उनमें से कुछ ऐसे हों जो वचन का पालन न करते हों, तो वे तुम्हारे भक्तिपूर्ण पवित्र आचरण को देखकर वचन बिना ही तुम्हारे व्यवहार से जीत लिए जाएँ।
क्योंकि समय आ पहुँचा है कि परमेश्वर के घराने से न्याय का आरंभ हो; और यदि यह हमसे आरंभ होगा, तो उनका परिणाम क्या होगा जो परमेश्वर के सुसमाचार को नहीं मानते?