मैं यहोवा को निरंतर अपने सामने रखता हूँ; वह मेरे दाहिने हाथ रहता है, इसलिए मैं कभी न डगमगाऊँगा।
इब्रानियों 11:27 - नवीन हिंदी बाइबल विश्वास ही से उसने मिस्र को छोड़ दिया और राजा के क्रोध से नहीं डरा, क्योंकि उस अदृश्य को मानो देखते हुए वह दृढ़ रहा। पवित्र बाइबल विश्वास के कारण ही, राजा के कोप से न डरते हुए उसने मिस्र का परित्याग कर दिया; वह डटा रहा, मानो उसे अदृश्य परमेश्वर दिख रहा हो। Hindi Holy Bible विश्वास ही से राजा के क्रोध से न डर कर उस ने मिसर को छोड़ दिया, क्योंकि वह अनदेखे को मानों देखता हुआ दृढ़ रहा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) विश्वास के कारण उन्होंने मिस्र देश को छोड़ दिया। वह राजा फरओ के क्रोध से भयभीत नहीं हुए, बल्कि दृढ़ बने रहे, मानो वह अदृश्य परमेश्वर को देख रहे थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) विश्वास ही से राजा के क्रोध से न डरकर उसने मिस्र को छोड़ दिया, क्योंकि वह अनदेखे को मानो देखता हुआ दृढ़ रहा। सरल हिन्दी बाइबल यह विश्वास ही था कि मोशेह मिस्र देश को छोड़कर चले गए. उन्हें फ़रोह के क्रोध का कोई भय न था. वह आगे ही बढ़ते चले गए मानो वह उन्हें देख रहे थे, जो अनदेखे हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 विश्वास ही से राजा के क्रोध से न डरकर उसने मिस्र को छोड़ दिया, क्योंकि वह अनदेखे को मानो देखता हुआ दृढ़ रहा। (निर्ग. 2:15, निर्ग. 10:28,29) |
मैं यहोवा को निरंतर अपने सामने रखता हूँ; वह मेरे दाहिने हाथ रहता है, इसलिए मैं कभी न डगमगाऊँगा।
तब तेरे ये सब कर्मचारी मेरे पास आएँगे और मुझे दंडवत् करते हुए कहेंगे, ‘तू अपने सब अनुयायियों सहित निकल जा।’ उसके बाद मैं निकल जाऊँगा।” फिर मूसा बड़े क्रोध में फ़िरौन के पास से चला गया।
तुम उसे इस प्रकार खाना : तुम अपनी कमर बाँधे, अपने पैरों में अपनी जूतियाँ पहने, और अपने हाथ में अपनी लाठी लिए हुए उसे फुर्ती से खाना; वह यहोवा का फसह होगा।
तब सारे इस्राएलियों ने ऐसा ही किया। यहोवा ने मूसा और हारून को जैसी आज्ञा दी थी उन्होंने वैसा ही किया।
तब यहोवा ने मिद्यान देश में मूसा से कहा, “मिस्र को लौट जा; क्योंकि जो लोग तुझे मार डालना चाहते थे वे सब मर गए हैं।”
मेरे नाम के कारण सब लोग तुमसे घृणा करेंगे, परंतु जो अंत तक धीरज धरे रहेगा, उसी का उद्धार होगा।
मेरे नाम के कारण सब लोग तुमसे घृणा करेंगे, परंतु जो अंत तक धीरज धरे रहेगा, उसी का उद्धार होगा।
परंतु अपने आपमें जड़ नहीं पकड़ पाते और थोड़े ही समय के लिए रहते हैं। फिर जब वचन के कारण कष्ट या सताव आता है तो वे तुरंत गिर जाते हैं।
क्योंकि दाऊद उसके विषय में कहता है : मैं निरंतर प्रभु को अपने सामने देखता रहा; क्योंकि वह मेरे दाहिनी ओर है कि मैं डगमगा न जाऊँ।
वह सब बातों को सहता है, सब बातों का विश्वास करता है, सब बातों की आशा रखता है, सब बातों में धीरज धरता है।
हम उन वस्तुओं पर दृष्टि नहीं लगाते जो दृश्य हैं, बल्कि उन वस्तुओं पर जो अदृश्य हैं; क्योंकि जो दृश्य हैं वे थोड़े समय की हैं, परंतु जो अदृश्य हैं वे अनंत काल की हैं।
अब सनातन राजा, अर्थात् अविनाशी, अदृश्य और एकमात्र परमेश्वर का आदर और महिमा युगानुयुग होती रहे। आमीन।
जो एकमात्र अमर है, और अगम्य ज्योति में वास करता है, जिसे किसी मनुष्य ने न तो देखा है और न ही देख सकता है; उसी का आदर और पराक्रम युगानुयुग हो। आमीन।
परंतु उन बीते हुए दिनों को स्मरण करो, जिनमें तुम ज्योति प्राप्त करने के बाद कष्टों के बड़े संघर्ष में भी स्थिर रहे;
ये सब विश्वास की दशा में मरे। इन्होंने प्रतिज्ञा की गई वस्तुओं को प्राप्त नहीं किया पर उन्हें दूर ही से देखकर उनका स्वागत किया और यह मान लिया कि हम पृथ्वी पर परदेशी और यात्री हैं।
देखो, हम धीरज धरनेवालों को धन्य कहते हैं। तुमने अय्यूब के धीरज के विषय में सुना और प्रभु से प्राप्त प्रतिफल को भी देखा है कि प्रभु अत्यंत करुणामय और दयालु है।
तुमने उसे नहीं देखा, फिर भी तुम उससे प्रेम रखते हो, और अब तो उस पर बिना देखे विश्वास करके ऐसे आनंद के साथ मगन होते हो, जो वर्णन से बाहर और महिमा से भरा हुआ है,