मैंने उसे बुद्धि, प्रवीणता, ज्ञान, और सब प्रकार के शिल्प कौशल के साथ परमेश्वर के आत्मा से भरा है,
2 पतरस 3:15 - नवीन हिंदी बाइबल और हमारे प्रभु के धीरज को उद्धार का अवसर समझो, जैसा हमारे प्रिय भाई पौलुस ने भी उस ज्ञान के अनुसार जो उसे मिला, तुम्हें लिखा है। पवित्र बाइबल हमारे प्रभु के धीरज को उद्धार समझो। जैसा कि हमारे प्रिय बन्धु पौलुस ने परमेश्वर के द्वारा दिए गए विवेक के अनुसार तुम्हें लिखा था। Hindi Holy Bible और हमारे प्रभु के धीरज को उद्धार समझो, जैसे हमारे प्रिय भाई पौलुस न भी उस ज्ञान के अनुसार जो उसे मिला, तुम्हें लिखा है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि हमारे प्रभु अपनी सहनशीलता के कारण देर करते हैं, तो इसे अपनी मुक्ति में सहायक समझें, जैसा कि हमारे प्रिय भाई पौलुस ने अपने को प्रदत्त प्रज्ञ के अनुसार आप को लिखा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और हमारे प्रभु के धीरज को उद्धार समझो, जैसा हमारे प्रिय भाई पौलुस ने भी उस ज्ञान के अनुसार जो उसे मिला, तुम्हें लिखा है। सरल हिन्दी बाइबल हमारे प्रभु के धीरज को उद्धार समझो—ठीक जैसे हमारे प्रिय भाई पौलॉस ने उन्हें दिए गए ज्ञान के अनुसार तुम्हें लिखा है, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और हमारे प्रभु के धीरज को उद्धार समझो, जैसा हमारे प्रिय भाई पौलुस ने भी उस ज्ञान के अनुसार जो उसे मिला, तुम्हें लिखा है। |
मैंने उसे बुद्धि, प्रवीणता, ज्ञान, और सब प्रकार के शिल्प कौशल के साथ परमेश्वर के आत्मा से भरा है,
देख, मैंने दान के गोत्र के ओहोलीआब को, जो अहीसामाक का पुत्र है, उसके साथ नियुक्त किया है। मैंने प्रत्येक कुशल शिल्पकार को बुद्धि प्रदान की है ताकि वे उन सब वस्तुओं को बना सकें जिनकी मैंने तुझे आज्ञा दी है :
यहोवा ने उसे परमेश्वर के आत्मा के साथ-साथ बुद्धि, समझ, ज्ञान और सब प्रकार की कार्यकुशलता से परिपूर्ण किया है,
यहोवा ने उन्हें ऐसी कार्यकुशलता से परिपूर्ण किया है कि वे गढ़नेवाले और नक्काशी करनेवाले, तथा नीले, बैंजनी और लाल रंग के कपड़ों पर, और महीन मलमल पर कढ़ाई करनेवाले और बुनाई करनेवाले हों, अर्थात् वे सब प्रकार के शिल्पकार्य करनेवाले और कलात्मक नमूने बनानेवाले हों।
जिस मनुष्य से वह प्रसन्न होता है, उसे वह बुद्धि, ज्ञान और आनंद प्रदान करता है; परंतु पापी को वह धन का संचय करने और उसका ढेर लगाने का कार्य देता है कि उसे उस मनुष्य को दे जो परमेश्वर को प्रसन्न करता है। यह भी व्यर्थ और वायु को पकड़ने के समान है।
क्योंकि मैं तुम्हें ऐसे शब्द और बुद्धि दूँगा जिसका सामना या खंडन तुम्हारा कोई भी विरोधी न कर सकेगा।
इसलिए हमें सर्वसम्मति से यह उचित लगा कि हम कुछ लोगों को चुनकर अपने प्रिय बरनाबास और पौलुस के साथ तुम्हारे पास भेजें।
और उसने समस्त संकटों से उसे छुड़ाकर मिस्र के राजा फ़िरौन के सामने अनुग्रह और बुद्धि प्रदान की, और फ़िरौन ने उसे मिस्र और अपने सारे घराने पर प्रधान नियुक्त किया।
तब हनन्याह ने जाकर उस घर में प्रवेश किया और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, “भाई शाऊल, प्रभु अर्थात् उस यीशु ने जिसने तुझे मार्ग में आते समय दर्शन दिया था, मुझे भेजा है ताकि तू फिर से देखने लगे और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।”
अथवा क्या तू यह नहीं समझता कि परमेश्वर की कृपा तुझे पश्चात्ताप की ओर ले जाती है? और क्या तू उसकी कृपा और सहनशीलता और धैर्य के धन को तुच्छ जानता है?
क्योंकि एक को आत्मा के द्वारा बुद्धि का वचन, तो दूसरे को उसी आत्मा के द्वारा ज्ञान का वचन दिया जाता है,
उन्हीं बातों को हम बताते भी हैं, मनुष्यों के ज्ञान के सिखाए हुए शब्दों में नहीं बल्कि आत्मिक बातों की तुलना आत्मिक बातों से करके आत्मा के द्वारा सिखाए हुए शब्दों में।
परमेश्वर के उस अनुग्रह के अनुसार जो मुझे दिया गया, मैंने कुशल राजमिस्त्री के समान नींव डाली, और दूसरा उस पर निर्माण करता है। परंतु प्रत्येक सावधान रहे कि वह उस पर कैसा निर्माण करता है।
अर्थात् वह भेद जो प्रकाशन के द्वारा मुझ पर प्रकट किया गया था, जैसे मैंने पहले ही संक्षेप में लिखा है।
फिर भी मुझ पर इसलिए दया हुई कि मसीह यीशु मुझ सब से बड़े पापी में अपनी पूर्ण सहनशीलता दिखाए, जिससे मैं उन लोगों के लिए आदर्श बनूँ जो अनंत जीवन के लिए उस पर विश्वास करेंगे।
तुममें से यदि किसी को बुद्धि की कमी हो तो वह परमेश्वर से माँगे, जो बिना उलाहना दिए सब को उदारता से देता है, और वह उसे दी जाएगी।
परंतु जो ज्ञान ऊपर से आता है वह पहले पवित्र है, फिर शांतिप्रिय, विनम्र, विचारशील, दया और अच्छे फलों से भरा हुआ, पक्षपात-रहित और निष्कपट है;
जो उस समय आज्ञा न माननेवाले थे, जब परमेश्वर नूह के दिनों में धीरज से प्रतीक्षा कर रहा था और जहाज़ बनाया जा रहा था। उस जहाज़ में थोड़े ही लोग अर्थात् आठ लोग पानी से बचाए गए।
कि तुम पवित्र भविष्यवक्ताओं के द्वारा पहले से कही गई बातों को तथा प्रभु और उद्धारकर्ता की उस आज्ञा को स्मरण रखो जो तुम्हें प्रेरितों के द्वारा दी गई थी।
प्रभु अपनी प्रतिज्ञा पूरी करने में देर नहीं करता, जैसा कुछ लोग समझते हैं; परंतु प्रभु तुम्हारे विषय में धीरज धरता है और नहीं चाहता कि कोई नाश हो, बल्कि यह कि सब लोगों को पश्चात्ताप का अवसर मिले।