और वह दूत जो मुझे सारी बुराई से छुड़ाता आया है, वही इन लड़कों को आशिष दे; और ये मेरे नाम तथा मेरे पूर्वजों अब्राहम और इसहाक के नाम से पहचाने जाएँ और पृथ्वी पर बहुतायत से बढ़ें।”
2 तीमुथियुस 3:11 - नवीन हिंदी बाइबल तथा उन सतावों और दुःखों में मेरा साथ दिया, जो अंताकिया, इकुनियुम और लुस्त्रा में मुझ पर पड़े। मैंने कैसे-कैसे सताव सहे, परंतु प्रभु ने मुझे उन सब से बचाया। पवित्र बाइबल मेरी उन यातनाओं और पीड़ाओं में मेरा साथ दिया है तुम तो जानते ही हो कि अंताकिया, इकुनियुम और लुस्त्रा में मुझे कितनी भयानक यातनाएँ दी गयी थीं जिन्हें मैंने सहा था। किन्तु प्रभु ने उन सबसे मेरी रक्षा की। Hindi Holy Bible और ऐसे दुखों में भी जो अन्ताकिया और इकुनियुम और लुस्त्रा में मुझ पर पड़े थे और और दुखों में भी, जो मैं ने उठाए हैं; परन्तु प्रभु ने मुझे उन सब से छुड़ा लिया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुम जानते हो कि अन्ताकिया, इकोनियुम तथा लुस्त्रा जैसे नगरों में मुझ पर क्या-क्या अत्याचार हुए और मुझे कितना सताया गया। मैंने कितने अत्याचार सहे! किन्तु प्रभु सब में मेरी रक्षा करता रहा है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और ऐसे दु:खों में भी जो अन्ताकिया और इकुनियुम और लुस्त्रा में मुझ पर पड़े थे, और अन्य दु:खों में भी जो मैं ने उठाए हैं; परन्तु प्रभु ने मुझे उन सबसे छुड़ा लिया। सरल हिन्दी बाइबल तथा तुम्हें मालूम है कि अंतियोख़, इकोनियॉन तथा लुस्त्रा नगरों में मुझ पर कैसे-कैसे अत्याचार हुए, फिर भी उन सभी में से प्रभु ने मुझे निकाला है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और ऐसे दुःखों में भी जो अन्ताकिया और इकुनियुम और लुस्त्रा में मुझ पर पड़े थे। मैंने ऐसे उत्पीड़नों को सहा, और प्रभु ने मुझे उन सबसे छुड़ाया। (भज. 34:19) |
और वह दूत जो मुझे सारी बुराई से छुड़ाता आया है, वही इन लड़कों को आशिष दे; और ये मेरे नाम तथा मेरे पूर्वजों अब्राहम और इसहाक के नाम से पहचाने जाएँ और पृथ्वी पर बहुतायत से बढ़ें।”
यहोवा उनकी सहायता करता और उन्हें बचाता है। वह उन्हें दुष्टों से छुड़ाकर उनका उद्धार करता है, क्योंकि वे उसमें शरण लेते हैं।
क्योंकि उसने मुझसे प्रेम किया है, इसलिए मैं उसे छुड़ाऊँगा; मैं उसकी रक्षा करूँगा, क्योंकि उसने मेरे नाम को जान लिया है।
वे पिरगा से निकलकर पिसिदिया के अंताकिया में पहुँचे, और सब्त के दिन आराधनालय में जाकर बैठ गए।
परंतु भीड़ को देखकर यहूदी ईर्ष्या से भर गए और निंदा करते हुए पौलुस द्वारा कही बातों का विरोध करने लगे।
लुस्त्रा में एक व्यक्ति था। उसके पैर निर्बल थे और वह बैठा रहता था। वह जन्म से ही लंगड़ा था, और कभी नहीं चला था।
अर्थात् पूरी दीनता से और आँसू बहाते हुए और उन परीक्षाओं में जो यहूदियों के षड्यंत्रों के कारण मुझ पर आईं, मैं प्रभु की सेवा करता रहा;
जब विवाद बहुत बढ़ गया तो सेनापति ने इस डर से कि कहीं वे पौलुस के टुकड़े-टुकड़े न कर दें, सैनिकों को आदेश दिया कि वे नीचे जाकर उसे उनके बीच से बलपूर्वक निकालें और छावनी में ले आएँ।
परंतु परमेश्वर से सहायता पाकर मैं आज तक खड़ा हूँ और छोटे बड़े सब को साक्षी देता हूँ, और उन बातों को छोड़ कुछ नहीं कहता जो भविष्यवक्ताओं और मूसा ने कहीं कि वे होने वाली हैं,
जिससे मैं यहूदिया के विश्वास न करनेवाले लोगों से बचा रहूँ और यरूशलेम में मेरी सेवा पवित्र लोगों को ग्रहणयोग्य हो,
क्योंकि जैसे मसीह के दुःख हममें बहुतायत से हैं वैसे ही हमारी शांति भी मसीह के द्वारा बहुतायत से है।
तुम्हारे विषय में हमारी आशा दृढ़ है, क्योंकि हम जानते हैं कि जिस प्रकार तुम हमारे दुःखों में सहभागी हो, उसी प्रकार हमारी शांति में भी सहभागी हो।
इस कारण मसीह के लिए मैं निर्बलताओं में, अपमानों में, कठिनाइयों में, सतावों और विपत्तियों में प्रसन्न हूँ; क्योंकि जब मैं निर्बल होता हूँ, तभी बलवान होता हूँ।
मैं अच्छी कुश्ती लड़ चुका हूँ, मैंने अपनी दौड़ पूरी कर ली है, मैंने विश्वास की रखवाली की है।
तो स्पष्ट है कि प्रभु धर्मियों को परीक्षा में से निकालना और अधर्मियों को न्याय के दिन तक दंड की दशा में रखना भी जानता है,