इसलिए मैंने भी यह उचित समझा कि उन सब बातों को आरंभ से भली-भाँति जाँचकर तेरे लिए क्रमानुसार लिखूँ,
2 तीमुथियुस 3:10 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु तूने मेरी शिक्षा, आचरण, उद्देश्य, विश्वास, सहनशीलता, प्रेम, धीरज, पवित्र बाइबल कुछ भी हो, तूने मेरी शिक्षा का पालन किया है। मेरी जीवन पद्धति, मेरे जीवन के उद्देश्य, मेरे विश्वास, मेरी सहनशीलता, मेरे प्रेम, मेरे धैर्य Hindi Holy Bible पर तू ने उपदेश, चाल चलन, मनसा, विश्वास, सहनशीलता, प्रेम, धीरज, और सताए जाने, और दुख उठाने में मेरा साथ दिया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुमने मेरी शिक्षा, मेरे आचरण, मेरे उद्देश्य, मेरे विश्वास, सहनशीलता, प्रेम और धैर्य का अनुकरण किया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु तू ने उपदेश, चालचलन, मनसा, विश्वास, सहनशीलता, प्रेम, धीरज, और सताए जाने, और दु:ख उठाने में मेरा साथ दिया; सरल हिन्दी बाइबल तुमने मेरी शिक्षा, स्वभाव, उद्देश्य, विश्वास, सताए जाने के समय, प्रेम तथा धीरज और सहनशीलता का भली-भांति अनुसरण किया है इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पर तूने उपदेश, चाल-चलन, मनसा, विश्वास, सहनशीलता, प्रेम, धीरज, उत्पीड़न, और पीड़ा में मेरा साथ दिया, |
इसलिए मैंने भी यह उचित समझा कि उन सब बातों को आरंभ से भली-भाँति जाँचकर तेरे लिए क्रमानुसार लिखूँ,
जब वह वहाँ पहुँचा तो परमेश्वर के अनुग्रह को देखकर आनंदित हुआ, और सब को प्रोत्साहित करने लगा कि वे पूरे मन से प्रभु में बने रहें,
वे प्रेरितों की शिक्षा पाने और संगति रखने, रोटी तोड़ने और प्रार्थना करने में निरंतर लगे रहे।
जब वे उसके पास आए तो उसने उनसे कहा, “तुम स्वयं जानते हो कि पहले दिन से जब मैंने आसिया में पैर रखा, मैं हर समय तुम्हारे साथ किस प्रकार रहा,
“सब यहूदी जानते हैं कि वास्तव में मेरा चाल-चलन अपनी युवावस्था से अर्थात् आरंभ से ही अपनी जाति के बीच और यरूशलेम में कैसा था।
अब हे भाइयो, मैं तुमसे विनती करता हूँ कि उनसे चौकस रहो जो उस शिक्षा के विपरीत जो तुमने प्राप्त की है फूट डालते और ठोकर का कारण बनते हैं, उनसे दूर ही रहो;
जब मैंने ऐसा करना चाहा तो क्या मेरा मन अस्थिर था? या जो निर्णय मैं लेता हूँ, क्या वह शरीर के अनुसार लेता हूँ कि मैं “हाँ, हाँ” भी कहूँ और साथ ही “नहीं, नहीं” भी?
ताकि हम फिर बच्चे न रहें जो मनुष्यों की धूर्तता में उस चतुराई से बनी शिक्षा के हर झोंके से उछाले और भटकाए जाते हैं जो भ्रम की युक्ति की ओर ले जाती है,
परंतु तुम उसकी योग्यता से परिचित हो कि जैसे पुत्र अपने पिता के साथ करता है, वैसे ही उसने मेरे साथ सुसमाचार की सेवा की है।
क्योंकि हमारा सुसमाचार तुम्हारे पास केवल शब्दों में ही नहीं बल्कि सामर्थ्य में और पवित्र आत्मा में तथा पूर्ण आश्वासन के साथ भी पहुँचा। तुम जानते ही हो कि हम तुम्हारे लिए तुम्हारे बीच किस प्रकार से रहते थे।
जैसा मैंने मकिदुनिया जाते समय तुझसे आग्रह किया था, तू इफिसुस में ही रह ताकि कुछ लोगों को आज्ञा दे सके कि वे अन्य प्रकार की शिक्षा न दें,
यदि तू भाइयों को इन बातों का स्मरण कराता रहे तो मसीह यीशु का अच्छा सेवक ठहरेगा, और विश्वास के उन वचनों तथा खरी शिक्षा के द्वारा, जिनका तू पालन करता आया है, तेरा पोषण होता रहेगा।
परंतु हे परमेश्वर के जन, तू इन बातों से भाग; और धार्मिकता, भक्ति, विश्वास, प्रेम, धीरज और नम्रता का पीछा कर।
जवानी की लालसाओं से भाग और जो शुद्ध मन से प्रभु को पुकारते हैं उनके साथ धार्मिकता, विश्वास, प्रेम, और शांति का पीछा कर।
वचन का प्रचार कर, समय-असमय तैयार रह, बड़े धैर्य से शिक्षा देते हुए समझा, डाँट और प्रोत्साहित कर।
क्योंकि ऐसा समय आएगा जब लोग खरी शिक्षा को सहन नहीं करेंगे बल्कि अपने कानों की खुजलाहट के कारण और अपनी अभिलाषाओं के अनुसार अपने लिए गुरु बटोर लेंगे।
मैं अच्छी कुश्ती लड़ चुका हूँ, मैंने अपनी दौड़ पूरी कर ली है, मैंने विश्वास की रखवाली की है।
तुम भिन्न-भिन्न प्रकार की विचित्र शिक्षाओं के द्वारा भरमाए न जाओ; क्योंकि मन का अनुग्रह से दृढ़ रहना भला है, न कि उन भोजन संबंधी नियमों से जिनका पालन करनेवाले लोगों को कुछ लाभ नहीं हुआ।
जबकि ये सब वस्तुएँ इस प्रकार नाश होनेवाली हैं, तो तुम्हें पवित्र आचरण और भक्ति में कैसे लोग होना चाहिए,