2 कुरिन्थियों 8:21 - नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि हम उन बातों पर ध्यान देते हैं जो केवल प्रभु की दृष्टि में ही नहीं बल्कि मनुष्यों की दृष्टि में भी भली हैं। पवित्र बाइबल क्योंकि हमें अपनी अच्छी साख बनाए रखनेकी चिंता है। न केवल प्रभु के आगे, बल्कि लोगों के बीच भी। Hindi Holy Bible क्योंकि जो बातें केवल प्रभु ही के निकट नहीं, परन्तु मनुष्यों के निकट भी भली हैं हम उन की चिन्ता करते हैं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि न केवल प्रभु की दृष्टि में, बल्कि मनुष्यों की दृष्टि में भी हम अच्छा आचरण करने का ध्यान रखते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि जो बातें केवल प्रभु ही के निकट नहीं, परन्तु मनुष्यों के निकट भी भली हैं हम उनकी चिन्ता करते हैं। सरल हिन्दी बाइबल हमारा उद्देश्य न केवल वह है, जो प्रभु की दृष्टि में शोभनीय और भला है परंतु मनुष्यों की दृष्टि में भी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि जो बातें केवल प्रभु ही के निकट नहीं, परन्तु मनुष्यों के निकट भी भली हैं हम उनकी चिन्ता करते हैं। |
वे अपने सब कार्य लोगों को दिखाने के लिए करते हैं; इसलिए वे अपने तावीज़ों को चौड़ा करते हैं और अपने वस्त्र की झालरों को बढ़ाते हैं,
उसी प्रकार अपनी ज्योति को मनुष्यों के सामने चमकने दो ताकि वे तुम्हारे भले कार्यों को देखकर तुम्हारे पिता की जो स्वर्ग में है, महिमा करें।
“सावधान रहो! तुम मनुष्यों के सामने उन्हें दिखाने के लिए अपने धार्मिकता के कार्य न करो, नहीं तो अपने पिता से, जो स्वर्ग में है, कुछ भी प्रतिफल न पाओगे।
बुराई के बदले किसी से बुराई न करो; उन बातों पर ध्यान दो जो सब लोगों की दृष्टि में भली हैं।
जो इस प्रकार मसीह की सेवा करता है वह परमेश्वर को भावता है और मनुष्यों को ग्रहणयोग्य होता है।
क्योंकि हम उन बहुतों के समान नहीं जो परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं, बल्कि हम सच्चाई के साथ और परमेश्वर के भेजे हुओं के रूप में परमेश्वर को उपस्थित जानकर मसीह में बोलते हैं।
हम इस बात से सावधान रहते हैं कि हमारे द्वारा इस उदारता के दान की सेवा के विषय में हम पर कोई दोष न लगाए;
हम उनके साथ अपने भाई को भी भेज रहे हैं जिसको हमने बार-बार परखा है और बहुत सी बातों में उत्साही पाया है और अब तुम पर बहुत भरोसा करने के कारण उसका उत्साह और भी अधिक बढ़ गया है।
अंततः हे भाइयो, जो बातें सच्ची हैं, जो आदरणीय हैं, जो न्यायसंगत हैं, जो पवित्र हैं, जो सुहावनी हैं, जो सराहनीय हैं, यदि कोई सद्गुण या प्रशंसायोग्य बातें हैं, तो उन पर ध्यान लगाया करो।
और यह भी आवश्यक है कि बाहर के लोगों में उसका अच्छा नाम हो, ऐसा न हो कि वह निंदित होकर शैतान के फंदे में फँस जाए।
इसलिए मैं यह चाहता हूँ कि जवान विधवाएँ विवाह करें, संतान उत्पन्न करें, घर संभालें, और विरोधी को निंदा करने का कोई अवसर न दें;
अन्य लोगों के बीच तुम्हारा आचरण भला रहे, ताकि वे जिस विषय में तुम्हें कुकर्मी कहकर तुम्हारी निंदा करते हैं, वे कृपादृष्टि के दिन तुम्हारे भले कार्यों को देखकर परमेश्वर की महिमा करें।