आकाशमंडल की रचना यहोवा के वचन से, और उसके सारे गणों की रचना उसी के मुँह की श्वास से हुई है।
1 यूहन्ना 5:7 - नवीन हिंदी बाइबल जो साक्षी देते हैं तीन हैं, पवित्र बाइबल साक्षी देने वाले तीन हैं। Hindi Holy Bible और जो गवाही देता है, वह आत्मा है; क्योंकि आत्मा सत्य है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस प्रकार ये तीन साक्षी देते हैं − पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और जो गवाही देता है, वह आत्मा है; क्योंकि आत्मा सत्य है। सरल हिन्दी बाइबल सच तो यह है कि गवाह तीन हैं: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और यह आत्मा है जो गवाही देता है, क्योंकि आत्मा सत्य है। |
आकाशमंडल की रचना यहोवा के वचन से, और उसके सारे गणों की रचना उसी के मुँह की श्वास से हुई है।
अभी वह यह कह ही रहा था कि देखो, एक उजला बादल उन पर छा गया, और देखो उस बादल में से आवाज़ आई, “यह मेरा प्रिय पुत्र है जिससे मैं अति प्रसन्न हूँ; इसकी सुनो।”
परंतु यदि वह न सुने, तो एक या दो जन को अपने साथ ले जा, ताकि हर बात की पुष्टि दो या तीन गवाहों के मुँह से हो जाए।
इसलिए जाओ, और सब जातियों के लोगों को शिष्य बनाओ, और उन्हें पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो,
हे पिता, अपने नाम की महिमा कर।” तब आकाश से एक आवाज़ आई, “मैंने उसकी महिमा की है और फिर उसकी महिमा करूँगा।”
अर्थात् सत्य का आत्मा, जिसे संसार ग्रहण नहीं कर सकता, क्योंकि वह न तो उसे देखता और न ही जानता है। तुम उसे जानते हो, क्योंकि वह तुम्हारे साथ रहता है और वह तुममें होगा।
“जब वह सहायक आएगा जिसे मैं पिता की ओर से तुम्हारे पास भेजूँगा, अर्थात् सत्य का आत्मा जो पिता की ओर से आता है, तब वह मेरे विषय में साक्षी देगा;
क्योंकि जिस प्रकार पिता अपने में जीवन रखता है, उसी प्रकार उसने होने दिया कि पुत्र भी अपने में जीवन रखे;
मैं अपने विषय में साक्षी देता हूँ, और पिता भी जिसने मुझे भेजा है, मेरे विषय में साक्षी देता है।”
यीशु ने उत्तर दिया,“यदि मैं अपने आपको महिमा दूँ तो मेरी महिमा कुछ भी नहीं है। मुझे महिमा देनेवाला मेरा पिता है, जिसे तुम अपना परमेश्वर कहते हो।
अतः परमेश्वर के दाहिनी ओर ऊँचे पर उठाए जाकर यीशु ने पवित्र आत्मा को उंडेल दिया जिसकी प्रतिज्ञा उसने पिता से पाई थी, और जिसे अब तुम देख और सुन रहे हो।
हम इन बातों के साक्षी हैं, और वैसे ही पवित्र आत्मा भी है जिसे परमेश्वर ने अपनी आज्ञा माननेवालों को दिया है।”
उस जीवन के वचन के विषय में जो आदि से था, जिसे हमने सुना, जिसे हमने अपनी आँखों से देखा, जिसे हमने ध्यान से देखा और अपने हाथों से छुआ—
यह वही है जो जल और लहू के द्वारा आया, अर्थात् यीशु मसीह : वह केवल जल के द्वारा नहीं, बल्कि जल और लहू दोनों के द्वारा आया; और जो साक्षी देता है वह आत्मा है, क्योंकि वह आत्मा सत्य है।