1 पतरस 5:2 - नवीन हिंदी बाइबल परमेश्वर के उस झुंड की, जो तुम्हारे बीच है, रखवाली करो, किसी दबाव से नहीं बल्कि परमेश्वर की इच्छा के अनुसार, और नीच कमाई के लिए नहीं बल्कि उत्साह से; पवित्र बाइबल राह दिखाने वाले परमेश्वर का जन-समूह तुम्हारी देख-रेख में है और निरीक्षक के रूप में तुम उसकी सेवा करते हो; किसी दबाव के कारण नहीं, बल्कि परमेश्वर की इच्छानुसार ऐसा करने की स्वेच्छा के कारण तुम अपना यह काम धन के लालच में नहीं बल्कि सेवा करने के प्रति अपनी तत्परता के कारण करते हो। Hindi Holy Bible कि परमेश्वर के उस झुंड की, जो तुम्हारे बीच में हैं रखवाली करो; और यह दबाव से नहीं, परन्तु परमेश्वर की इच्छा के अनुसार आनन्द से, और नीच-कमाई के लिये नहीं, पर मन लगा कर। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप लोगों को परमेश्वर का जो झुण्ड सौंपा गया, उसका चरवाहा बनें, परमेश्वर की इच्छा के अनुसार उसकी देखभाल करें-लाचारी से नहीं, बल्कि स्वेच्छा से; घिनावने लाभ के लिए नहीं, बल्कि सेवाभाव से; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) कि परमेश्वर के उस झुंड की, जो तुम्हारे बीच में है रखवाली करो; और यह दबाव से नहीं परन्तु परमेश्वर की इच्छा के अनुसार आनन्द से, और नीच–कमाई के लिये नहीं पर मन लगा कर। सरल हिन्दी बाइबल कि वे परमेश्वर की इच्छा में परमेश्वर के झुंड की देखरेख करें—दबाव में नहीं परंतु अपनी इच्छा के अनुसार; अनुचित लाभ की दृष्टि से नहीं परंतु शुद्ध सेवाभाव में, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 कि परमेश्वर के उस झुण्ड की, जो तुम्हारे बीच में है रखवाली करो; और यह दबाव से नहीं, परन्तु परमेश्वर की इच्छा के अनुसार आनन्द से, और नीच-कमाई के लिये नहीं, पर मन लगाकर। |
मैं जानता हूँ कि मेरे जाने के बाद खूँखार भेड़िए तुम्हारे बीच में आएँगे, जो झुंड को नहीं छोड़ेंगे,
तब पौलुस ने उत्तर दिया, “तुम क्या कर रहे हो? क्यों रो रोकर मेरा दिल तोड़ते हो? मैं तो प्रभु यीशु के नाम के लिए यरूशलेम में न केवल बाँधे जाने, बल्कि मरने के लिए भी तैयार हूँ।”
अतः जहाँ तक मेरा संबंध है, मैं तो तुम्हें भी जो रोम में हो, सुसमाचार सुनाने के लिए तैयार हूँ।
कौन है जो अपने ही खर्च पर सेना में सेवा करता है? कौन है जो अंगूर का बगीचा लगाकर उसका फल नहीं खाता? या कौन है जो भेड़-बकरियों की रखवाली करके उनका दूध नहीं पीता?
इसी प्रकार सेवकों का भी सम्माननीय होना आवश्यक है; वे न दोगले, न पियक्कड़ और न ही धन के लोभी हों,
इनका मुँह बंद करना आवश्यक है, क्योंकि वे नीचता से धन कमाने के लिए गलत शिक्षा देकर घर के घर बिगाड़ रहे हैं।
परमेश्वर के भंडारी के रूप में अध्यक्ष के लिए आवश्यक है कि वह निर्दोष हो; वह न तो अहंकारी, न क्रोधी, न पियक्कड़, न मारपीट करनेवाला और न ही धन का लोभी हो,
जिसने अपने आपको हमारे लिए दे दिया ताकि हर प्रकार के अधर्म से हमें छुड़ा ले, और शुद्ध करके अपने लिए एक ऐसी निज प्रजा बना ले जो भले कार्यों को करने में उत्साही हो।
लोगों को स्मरण दिला कि वे शासकों और अधिकारियों की अधीनता में रहें, और उनकी आज्ञा मानें, तथा हर भले कार्य के लिए तैयार रहें।
परंतु तेरी सहमति के बिना मैंने कुछ करना न चाहा ताकि तेरी भलाई विवशता से नहीं बल्कि अपनी इच्छा से हो।
ध्यान रखो कि कोई भी परमेश्वर के अनुग्रह से वंचित न रह जाए, कहीं ऐसा न हो कि कोई कड़वी जड़ फूटकर कष्ट दे और उसके द्वारा बहुत से लोग अशुद्ध हो जाएँ।
वे लोभ में आकर बनावटी बातें गढ़ेंगे और तुम्हारा अनुचित लाभ उठाएँगे। दंड की आज्ञा उन पर पहले से ही हो चुकी है, जिसमें न तो अब देरी है, और न उनका विनाश सोया हुआ है।