अतः उस रात भी उन्होंने अपने पिता को दाखमधु पिलाया और छोटी बेटी जाकर उसके साथ लेट गई; पर लूत को पता नहीं चला कि वह कब लेटी और कब उठ गई।
1 पतरस 4:7 - नवीन हिंदी बाइबल सब बातों का अंत निकट आ गया है। इसलिए संयमी बनो, और प्रार्थना के लिए सचेत रहो, पवित्र बाइबल वह समय निकट है जब सब कुछ का अंत हो जाएगा। इसलिए समझदार बनो और अपने पर काबू रखो ताकि तुम्हें प्रार्थना करने में सहायता मिले। Hindi Holy Bible सब बातों का अन्त तुरन्त होने वाला है; इसलिये संयमी होकर प्रार्थना के लिये सचेत रहो। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सब का अन्त निकट आ गया है। आप लोग सन्तुलन तथा संयम रखें, जिससे आप प्रार्थना कर सकें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सब बातों का अन्त तुरन्त होनेवाला है; इसलिये संयमी होकर प्रार्थना के लिये सचेत रहो। सरल हिन्दी बाइबल संसार का अंत पास है इसलिये तुम प्रार्थना के लिए संयम और सचेत भाव धारण करो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सब बातों का अन्त तुरन्त होनेवाला है; इसलिए संयमी होकर प्रार्थना के लिये सचेत रहो। (याकू. 5:8, इफि. 6:18) |
अतः उस रात भी उन्होंने अपने पिता को दाखमधु पिलाया और छोटी बेटी जाकर उसके साथ लेट गई; पर लूत को पता नहीं चला कि वह कब लेटी और कब उठ गई।
तब परमेश्वर ने नूह से कहा, “मैंने सब प्राणियों का अंत करने का निश्चय किया है, क्योंकि उनके कारण पृथ्वी उपद्रव से भर गई है; देख, मैं उन्हें पृथ्वी समेत नष्ट करने पर हूँ।
उत्सव मनानेवाले के घर जाने की अपेक्षा शोक मनानेवाले के घर जाना उत्तम है; क्योंकि सब मनुष्यों का अंत यही है, और जो जीवित है वह मन लगाकर इस पर विचार करेगा।
“तुम अपने विषय में सावधान रहो, कहीं ऐसा न हो कि तुम्हारे मन दुराचार, मतवालेपन और जीवन की चिंताओं के भार से दब जाएँ, और वह दिन अचानक फंदे के समान तुम पर आ पड़े।
इसलिए हर समय जागते और प्रार्थना करते रहो कि तुम इन सब आने वाली बातों से बच निकलो और मनुष्य के पुत्र के सामने खड़े हो सको।”
इसके बाद जब वह सारी प्रधानता और सारे अधिकार और सामर्थ्य का अंत करके राज्य को परमेश्वर पिता के हाथों में सौंप देगा तो अंत होगा;
हे भाइयो, मैं यह कहता हूँ कि समय कम किया गया है। इसलिए अब से जिनके पास पत्नी है, वे ऐसे रहें मानो उनकी पत्नी नहीं है,
हर समय, प्रत्येक विनती और निवेदन सहित आत्मा में प्रार्थना करते रहो; और इसी लिए जागते रहकर पूरे धीरज के साथ सब पवित्र लोगों के लिए विनती किया करो,
परंतु तू सब बातों में संयमी रह, दुःख उठा, सुसमाचार प्रचार का कार्य कर और अपनी सेवा पूरी कर।
और हमें सिखाता है कि हम अभक्ति और सांसारिक अभिलाषाओं का इनकार करके इस युग में संयम, धार्मिकता और भक्ति का जीवन बिताएँ,
एक दूसरे के साथ संगति करना न छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, बल्कि एक दूसरे को प्रोत्साहित भी करते रहें; और तुम जितना उस दिन को निकट आते हुए देखो, उतना अधिक यह किया करो।
अन्यथा उसे जगत की उत्पत्ति से बार-बार दुःख उठाना पड़ता; परंतु अब वह युग के अंत में एक ही बार प्रकट हुआ कि अपने बलिदान के द्वारा पाप को मिटा दे।
इसलिए मानसिक रूप से तैयार और सचेत रहकर, उस अनुग्रह की पूरी आशा रखो जो यीशु मसीह के प्रकट होने के समय तुम्हें मिलने वाला है।
हे पतियो, तुम भी इसी प्रकार अपनी-अपनी पत्नी के साथ समझदारी से रहो, और उन्हें निर्बल पात्र जानकर और अनुग्रह के जीवन का सह-उत्तराधिकारी समझकर उनका आदर करो, जिससे तुम्हारी प्रार्थनाओं में बाधा न आए।
सचेत और जागते रहो। तुम्हारा विरोधी शैतान, गरजनेवाले सिंह के समान इस ताक में रहता है कि किसको फाड़ खाए।
(“देख, मैं चोर के समान आ रहा हूँ। धन्य है वह, जो जागता और अपने वस्त्रों की रक्षा करता है, कहीं ऐसा न हो कि वह नग्न फिरे और लोग उसका नंगापन देखें।”)