दुष्टों ने तलवारें खींच लीं और अपने धनुष चढ़ा लिए हैं कि दीन-दरिद्रों को गिरा दें, और धर्मियों का वध करें।
1 पतरस 2:12 - नवीन हिंदी बाइबल अन्य लोगों के बीच तुम्हारा आचरण भला रहे, ताकि वे जिस विषय में तुम्हें कुकर्मी कहकर तुम्हारी निंदा करते हैं, वे कृपादृष्टि के दिन तुम्हारे भले कार्यों को देखकर परमेश्वर की महिमा करें। पवित्र बाइबल विधर्मियों के बीच अपना व्यवहार इतना उत्तम बनाये रखो कि चाहे वे अपराधियों के रूप में तुम्हारी आलोचना करें किन्तु तुम्हारे उत्तम कर्मों के परिणाम स्वरूप परमेश्वर के आने के दिन वे परमेश्वर को महिमा प्रदान करें। Hindi Holy Bible अन्यजातियों में तुम्हारा चालचलन भला हो; इसलिये कि जिन जिन बातों में वे तुम्हें कुकर्मी जान कर बदनाम करते हैं, वे तुम्हारे भले कामों को देख कर; उन्हीं के कारण कृपा दृष्टि के दिन परमेश्वर की महिमा करें॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अन्यधर्मियों के बीच आप लोगों का आचरण निर्दोष हो। इस प्रकार जो अब आप को कुकर्मी कहकर आपकी निन्दा करते हैं, वे आपके सत्कर्मों को देख कर कृपा-दिवस पर परमेश्वर की स्तुति करेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अन्यजातियों में तुम्हारा चालचलन भला हो; ताकि जिन–जिन बातों में वे तुम्हें कुकर्मी जानकर बदनाम करते हैं, वे तुम्हारे भले कामों को देखकर उन्हीं के कारण कृपा–दृष्टि के दिन परमेश्वर की महिमा करें। सरल हिन्दी बाइबल अन्यजातियों में अपना चालचलन भला रखो, जिससे कि जिस विषय में वे तुम्हें कुकर्मी मानते हुए तुम्हारी निंदा करते हैं, तुम्हारे भले कामों को देखकर उस आगमन दिवस पर परमेश्वर की वंदना करें. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अन्यजातियों में तुम्हारा चाल-चलन भला हो; इसलिए कि जिन-जिन बातों में वे तुम्हें कुकर्मी जानकर बदनाम करते हैं, वे तुम्हारे भले कामों को देखकर उन्हीं के कारण कृपादृष्टि के दिन परमेश्वर की महिमा करें। (मत्ती 5:16, तीतु. 2:7-8) |
दुष्टों ने तलवारें खींच लीं और अपने धनुष चढ़ा लिए हैं कि दीन-दरिद्रों को गिरा दें, और धर्मियों का वध करें।
जो धन्यवाद का बलिदान चढ़ाता है वह मेरी महिमा करता है, और जो अपना मार्ग सीधा बनाए रखता है, उसे मैं परमेश्वर का किया हुआ उद्धार दिखाऊँगा।”
शिष्य का अपने गुरु के समान और दास का अपने स्वामी के समान होना ही बहुत है। जब उन्होंने घर के स्वामी को बालज़बूल कहा, तो उसके घरवालों को क्या कुछ न कहेंगे।
“धन्य हो तुम, जब लोग मेरे कारण तुम्हारी निंदा करें और सताएँ, तथा झूठ बोलकर तुम्हारे विरोध में सब प्रकार की बुरी बात कहें।
उसी प्रकार अपनी ज्योति को मनुष्यों के सामने चमकने दो ताकि वे तुम्हारे भले कार्यों को देखकर तुम्हारे पिता की जो स्वर्ग में है, महिमा करें।
यह देखकर लोगों पर भय छा गया और उन्होंने परमेश्वर की महिमा की, जिसने मनुष्यों को ऐसा अधिकार दिया।
इस्राएल का प्रभु परमेश्वर धन्य है, क्योंकि प्रभु ने अपने लोगों की सुधि ली और उनका छुटकारा किया,
तथा वे तुझे और तेरे साथ तेरी संतान को धूल में मिला देंगे, और तुझमें पत्थर पर पत्थर भी पड़ा न छोड़ेंगे, क्योंकि तूने उस अवसर को न पहचाना जब तुझ पर कृपादृष्टि हुई थी।”
धन्य हो तुम, जब मनुष्य के पुत्र के कारण लोग तुमसे घृणा करें, और तुम्हारा बहिष्कार करें तथा तुम्हारी निंदा करें, और बुरा समझकर तुम्हारा नाम मिट्टी में मिला दें।
जब वह चला गया तो यीशु ने कहा,“अब मनुष्य के पुत्र की महिमा हुई है, और उसमें परमेश्वर की महिमा हुई है।
शमौन ने बताया कि परमेश्वर ने किस प्रकार पहले गैरयहूदियों पर कृपादृष्टि की कि उनमें से अपने नाम के लिए एक प्रजा को चुन ले।
जब वह आया तो यरूशलेम से आए हुए यहूदी उसके चारों ओर खड़े हो गए, और बहुत से गंभीर आरोप लगाने लगे जिन्हें वे प्रमाणित नहीं कर सकते थे।
परंतु हम तुझसे सुनना चाहते हैं कि तेरा विचार क्या है, क्योंकि हम जानते हैं कि हर स्थान पर इस पंथ का विरोध किया जाता है।”
बुराई के बदले किसी से बुराई न करो; उन बातों पर ध्यान दो जो सब लोगों की दृष्टि में भली हैं।
जैसे दिन को शोभा देता है हम वैसी ही चाल चलें, न कि रंगरेलियों और मतवालेपन में, न अनैतिक यौनाचार और कामुकता में, और न ही झगड़े और ईर्ष्या में;
जो इस प्रकार मसीह की सेवा करता है वह परमेश्वर को भावता है और मनुष्यों को ग्रहणयोग्य होता है।
और गैरयहूदी भी उन पर हुई दया के कारण परमेश्वर की महिमा करें; जैसा लिखा है : इसलिए गैरयहूदियों के बीच मैं तेरी स्तुति करूँगा, और तेरे नाम के भजन गाऊँगा।
और उसके मन की गुप्त बातें प्रकट होंगी; और तब वह अपने मुँह के बल गिरकर परमेश्वर को दंडवत् करेगा और यह मान लेगा, “सचमुच परमेश्वर तुम्हारे बीच में है।”
यह हमारा गर्व अर्थात् हमारे विवेक की साक्षी है कि हमने इस संसार में, विशेषकर तुम्हारे प्रति, शारीरिक ज्ञान के अनुसार नहीं बल्कि परमेश्वर के अनुग्रह के अनुसार, भक्तिपूर्ण खराई और सच्चाई से आचरण किया है।
अब हम परमेश्वर से प्रार्थना करते हैं कि तुम कोई बुराई न करो; इसलिए नहीं कि हम खरे दिखाई दें बल्कि इसलिए कि तुम वही करो जो अच्छा है, भले ही हम निकम्मे क्यों न ठहरें।
क्योंकि हम उन बातों पर ध्यान देते हैं जो केवल प्रभु की दृष्टि में ही नहीं बल्कि मनुष्यों की दृष्टि में भी भली हैं।
हम सब भी पहले उन्हीं के बीच अपने शरीर की लालसाओं में जीते थे, और शरीर तथा मन की इच्छाएँ पूरी करते थे, और अन्य लोगों के समान ही स्वभाव से क्रोध के पात्र थे।
कि तुम पिछले आचरण के पुराने मनुष्यत्व को उतार डालो जो भरमानेवाली अभिलाषाओं के अनुसार भ्रष्ट होता जाता है,
तुम केवल इतना करो कि मसीह के सुसमाचार के योग्य जीवन बिताओ, फिर मैं चाहे आकर तुम्हें देखूँ या न भी आऊँ, मैं तुम्हारे विषय में यही सुनूँ कि तुम एक आत्मा में स्थिर हो, और एक मन होकर सुसमाचार के विश्वास के लिए मिलकर संघर्ष करते हो,
अंततः हे भाइयो, जो बातें सच्ची हैं, जो आदरणीय हैं, जो न्यायसंगत हैं, जो पवित्र हैं, जो सुहावनी हैं, जो सराहनीय हैं, यदि कोई सद्गुण या प्रशंसायोग्य बातें हैं, तो उन पर ध्यान लगाया करो।
तथा राजाओं और सब अधिकारियों के लिए भी, ताकि हम पूर्ण भक्ति और सम्मान के साथ अमन और शांति का जीवन व्यतीत करें।
कोई तेरी जवानी को तुच्छ न समझे, बल्कि तू वचन, आचरण, प्रेम, विश्वास और पवित्रता में विश्वासियों के लिए आदर्श बन।
वह अच्छे कार्यों के लिए जानी जाती हो, अर्थात् जिसने बच्चों का पालन-पोषण किया हो, अतिथि सेवा की हो, पवित्र लोगों के पैर धोए हों, दुखियों की सहायता की हो, और जो हर भले कार्य में लगी रही हो।
हमारे लिए प्रार्थना करते रहो, क्योंकि हमें निश्चय है कि हमारा विवेक शुद्ध है, और हम सब बातों में अच्छी चाल चलना चाहते हैं।
तुम्हारा जीवन लोभ-रहित हो और जो तुम्हारे पास है उसमें संतुष्ट रहो। उसने स्वयं कहा है : मैं तुझे कभी न छोड़ूँगा, और न कभी त्यागूँगा।
तुममें बुद्धिमान और समझदार कौन है? यदि कोई है तो वह अपने कार्यों को अच्छे आचरण के द्वारा उस नम्रता में प्रकट करे जो ज्ञान से उत्पन्न होती है।
क्योंकि परमेश्वर की इच्छा यह है कि तुम भले कार्य करने के द्वारा अज्ञानता की बातें बोलनेवाले मूर्ख मनुष्यों का मुँह बंद कर दो।
और विवेक को शुद्ध रखो, ताकि जो लोग तुम्हारे विरोध में बोलते हैं और मसीह में तुम्हारे अच्छे आचरण का अपमान करते हैं, वे लज्जित हों।
यदि कोई बोले, तो ऐसे बोले जैसे वे परमेश्वर के वचन हों; यदि कोई सेवा करे, तो उस सामर्थ्य से करे जो परमेश्वर देता है, ताकि सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर की महिमा हो, क्योंकि महिमा और पराक्रम युगानुयुग उसी का है। आमीन।
जबकि ये सब वस्तुएँ इस प्रकार नाश होनेवाली हैं, तो तुम्हें पवित्र आचरण और भक्ति में कैसे लोग होना चाहिए,