मैं दिन और रात तेरे भारी हाथ के नीचे दबा रहा। मेरा बल मानो ग्रीष्मकाल के ताप से क्षीण हो गया। सेला।
1 थिस्सलुनीकियों 2:9 - नवीन हिंदी बाइबल हे भाइयो, तुम्हें हमारे परिश्रम और कष्टों का तो स्मरण होगा कि हमने रात और दिन काम करते हुए तुम्हारे बीच परमेश्वर का सुसमाचार प्रचार किया ताकि हम तुममें से किसी पर बोझ न बनें। पवित्र बाइबल हे भाइयों, तुमहमारे कठोर परिश्रम और कठिनाई को याद रखो जो हम ने दिन-रात इसलिए किया है ताकि हम परमेश्वर के सुसमाचार को सुनाते हुए तुम पर बोझ न बनें। Hindi Holy Bible क्योंकि, हे भाइयों, तुम हमारे परिश्रम और कष्ट को स्मरण रखते हो, कि हम ने इसलिये रात दिन काम धन्धा करते हुए तुम में परमेश्वर का सुसमाचार प्रचार किया, कि तुम में से किसी पर भार न हों। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) भाइयो और बहिनो! आप को हमारा कठोर परिश्रम याद होगा। आप के बीच परमेश्वर के शुभ समाचार की घोषणा करते समय हम दिन-रात काम-धन्धा करते रहे, जिससे किसी पर भार न डालें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि, हे भाइयो, तुम हमारे परिश्रम और कष्ट को स्मरण रखते हो; हम ने इसलिये रात दिन काम धन्धा करते हुए तुम में परमेश्वर का सुसमाचार प्रचार किया कि तुम में से किसी पर भार न हों। सरल हिन्दी बाइबल प्रिय भाई बहनो, जिस समय हम तुम्हारे बीच ईश्वरीय सुसमाचार का प्रचार कर रहे थे, तुम्हें उस समय का हमारा परिश्रम तथा हमारी कठिनाइयां याद होंगी कि कैसे हमने रात-दिन श्रम किया कि हम तुममें से किसी पर भी बोझ न बन जाएं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि, हे भाइयों, तुम हमारे परिश्रम और कष्ट को स्मरण रखते हो, कि हमने इसलिए रात दिन काम धन्धा करते हुए तुम में परमेश्वर का सुसमाचार प्रचार किया, कि तुम में से किसी पर भार न हों। |
मैं दिन और रात तेरे भारी हाथ के नीचे दबा रहा। मेरा बल मानो ग्रीष्मकाल के ताप से क्षीण हो गया। सेला।
वह अपने व्यापार से होने वाले लाभ को भाँप लेती है, और देर रात तक उसका दीपक जलता रहता है।
तो क्या परमेश्वर अपने चुने हुओं का न्याय न चुकाएगा जो दिन और रात उसे पुकारते रहते हैं? क्या वह उनके विषय में देर करेगा?
और अब चौरासी वर्ष की विधवा थी। वह मंदिर को नहीं छोड़ती थी बल्कि दिन-रात उपवास और प्रार्थना के साथ सेवा करती रहती थी।
और एक ही व्यवसाय होने के कारण वह उनके साथ रहने और कार्य करने लगा; वे व्यवसाय से तंबू बनानेवाले थे।
परंतु मैं अपने प्राण को अपने लिए मूल्यवान नहीं समझता, बल्कि यह कि मैं अपनी दौड़ को और उस सेवा को पूरा करूँ जो मुझे प्रभु यीशु से मिली है, अर्थात् मैं परमेश्वर के अनुग्रह के सुसमाचार की दृढ़तापूर्वक साक्षी दूँ।
इसलिए जागृत रहो, और स्मरण करो कि मैंने तीन वर्ष तक रात और दिन आँसू बहाते हुए हर एक को चेतावनी देना नहीं छोड़ा।
पौलुस की ओर से, जो मसीह यीशु का दास है और प्रेरित होने के लिए बुलाया गया, और परमेश्वर के उस सुसमाचार के लिए अलग किया गया है,
कि मैं गैरयहूदियों के लिए मसीह यीशु का सेवक बनूँ और परमेश्वर के सुसमाचार की सेवा याजक के रूप में करूँ, ताकि गैरयहूदी रूपी मेरी भेंट पवित्र आत्मा के द्वारा पवित्र होकर ग्रहणयोग्य हो।
चिह्नों और अद्भुत कार्यों के सामर्थ्य से, और परमेश्वर के आत्मा के सामर्थ्य से मेरे द्वारा किए; यहाँ तक कि मैंने यरूशलेम से लेकर चारों ओर इल्लुरिकुम तक मसीह के सुसमाचार का पूरा प्रचार किया है।
हम अपने हाथों से कठिन परिश्रम करते हैं। निंदा किए जाने पर भी हम आशिष देते हैं, सताए जाने पर हम सहते हैं,
परंतु मैंने इनमें से किसी का भी उपयोग नहीं किया है। मैंने ये बातें इसलिए नहीं लिखीं कि यह सब मेरे लिए भी हो, क्योंकि इससे तो मेरे लिए मर जाना ही अच्छा है कि कोई मेरे गर्व को व्यर्थ ठहराए।
फिर मेरा प्रतिफल क्या है? यह कि जब मैं सुसमाचार सुनाऊँ तो सुसमाचार को मुफ़्त में दूँ, यहाँ तक कि सुसमाचार संबंधित मेरा जो अधिकार है उसका पूरा उपयोग न करूँ।
मैंने परिश्रम और कष्ट में, रात-रात भर जागने में, भूख और प्यास में, बार-बार निराहार रहने में, ठंड में और उघाड़े रहने में समय बिताया है।
और जब मैं तुम्हारे साथ था तो घटी होने पर भी किसी पर बोझ नहीं बना, क्योंकि मकिदुनिया से आए भाइयों ने मेरी घटी को पूरा किया था। मैंने किसी भी प्रकार से स्वयं को तुम पर बोझ बनने न दिया, और न बनने दूँगा।
और अपने परमेश्वर और पिता के सामने तुम्हारे विश्वास के कार्य, प्रेम के परिश्रम और अपने प्रभु यीशु मसीह में आशा की दृढ़ता को निरंतर स्मरण करते हैं।
परंतु तुम तो जानते हो कि फिलिप्पी में दुःख उठाने और अपमान सहने पर भी, हमें अपने परमेश्वर में ऐसा साहस प्राप्त हुआ कि हम घोर विरोध के बीच तुम्हें परमेश्वर का सुसमाचार सुना सके।
तथा रात और दिन बहुत प्रार्थना करते रहते हैं कि तुम्हारा मुख देखें और तुम्हारे विश्वास की घटी को पूरा करें।
इसी कारण हम परिश्रम और संघर्ष करते रहते हैं, क्योंकि हमारी आशा उस जीवित परमेश्वर पर है, जो सब मनुष्यों का, विशेषकर विश्वासियों का उद्धारकर्ता है।
जो वास्तव में विधवा है और अकेली है, वह परमेश्वर पर ही आशा रखती है, तथा रात और दिन प्रार्थना और विनती में लगी रहती है;
मैं अपनी प्रार्थनाओं में रात और दिन निरंतर तुझे स्मरण करते हुए परमेश्वर का धन्यवाद करता हूँ, जिसकी सेवा मैं अपने पूर्वजों की रीति पर शुद्ध विवेक से करता हूँ।