क्या यह बढ़ई का पुत्र नहीं है? क्या इसकी माता का नाम मरियम नहीं, और इसके भाई याकूब, यूसुफ, शमौन और यहूदा नहीं?
1 कुरिन्थियों 9:5 - नवीन हिंदी बाइबल क्या अन्य प्रेरितों, प्रभु के भाइयों और कैफा के समान हमें भी यह अधिकार नहीं कि एक विश्वासी पत्नी को अपने साथ लेकर चलें? पवित्र बाइबल क्या मुझे यह अधिकार नहीं कि मैं अपनी विश्वासिनी पत्नी को अपने साथ ले जाऊँ? जैसा कि दूसरे प्रेरित, प्रभु के बन्धु और पतरस ने किया है। Hindi Holy Bible क्या हमें यह अधिकार नहीं, कि किसी मसीही बहिन को ब्याह कर के लिए फिरें, जैसा और प्रेरित और प्रभु के भाई और कैफा करते हैं? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्या अन्य प्रेरितों, प्रभु के भाइयों और कैफ़ा की भांति हमें अपनी मसीही पत्नी को अपने साथ ले चलने का अधिकार नहीं? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्या हमें यह अधिकार नहीं, कि किसी मसीही बहिन के साथ विवाह करके उसे लिये फिरें, जैसा अन्य प्रेरित और प्रभु के भाई और कैफा करते हैं? सरल हिन्दी बाइबल क्या अन्य प्रेरितों, प्रभु के भाइयों तथा कैफ़स के समान ही हमें भी अपने साथ अपनी विश्वासी पत्नी को ले जाने का अधिकार नहीं? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्या हमें यह अधिकार नहीं, कि किसी मसीही बहन को विवाह करके साथ लिए फिरें, जैसा अन्य प्रेरित और प्रभु के भाई और कैफा करते हैं? |
क्या यह बढ़ई का पुत्र नहीं है? क्या इसकी माता का नाम मरियम नहीं, और इसके भाई याकूब, यूसुफ, शमौन और यहूदा नहीं?
क्या यह वही बढ़ई नहीं, जो मरियम का पुत्र और याकूब, योसेस, यहूदा और शमौन का भाई है? क्या इसकी बहनें यहाँ हमारे साथ नहीं?” इस प्रकार उन्हें उससे ठोकर लगी।
वह उसे यीशु के पास लाया। यीशु ने उसे देखकर कहा,“तू यूहन्ना का पुत्र शमौन है; तू कैफा (अर्थात् ‘पतरस’)कहलाएगा।”
इसके बाद यीशु, अपनी माता, अपने भाइयों और अपने शिष्यों के साथ कफरनहूम को गया, परंतु वे वहाँ अधिक दिन नहीं रहे।
ये सब कई स्त्रियों और यीशु की माता मरियम तथा उसके भाइयों के साथ एक मन होकर प्रार्थना में लगे हुए थे।
मेरे कहने का अर्थ यह है कि तुममें से कोई कहता है, “मैं पौलुस का हूँ,” तो कोई “अपुल्लोस का,” कोई “कैफा का,” और कोई कहता है “मैं मसीह का हूँ।”
परंतु यदि अविश्वासी अलग होता है, तो उसे अलग होने दो; ऐसी स्थिति में कोई भाई या बहन बंधन में नहीं है। परमेश्वर ने हमें शांतिपूर्ण जीवन के लिए बुलाया है।
जब तक किसी स्त्री का पति जीवित है तब तक वह उसी से बँधी हुई है; परंतु यदि उसका पति मर जाए तो वह स्वतंत्र है कि जिससे चाहे विवाह कर ले, परंतु केवल प्रभु में।
मैं तो चाहता हूँ कि सब मनुष्य वैसे हों जैसा मैं हूँ; परंतु प्रत्येक को परमेश्वर से अपना-अपना वरदान मिला है, किसी को एक प्रकार का तो किसी को दूसरे प्रकार का।
परंतु मैं अविवाहितों और विधवाओं से कहता हूँ : यदि वे वैसे ही रहें जैसा मैं हूँ, तो उनके लिए अच्छा है।
इसलिए आवश्यक है कि अध्यक्ष निर्दोष, एक ही पत्नी का पति, संयमी, समझदार, सम्माननीय, अतिथि-सत्कार करनेवाला और सिखाने में निपुण हो;
वे विवाह करने से रोकेंगे, और कुछ भोजन वस्तुओं को त्यागने की आज्ञा देंगे जिन्हें परमेश्वर ने इसलिए सृजा है कि विश्वासी और सत्य को जाननेवाले धन्यवाद के साथ खाएँ।
वृद्ध स्त्रियों को माँ जानकर, और जवान स्त्रियों को पूरी पवित्रता के साथ बहन जानकर समझा।
प्रवर निर्दोष, और एक ही पत्नी का पति हो, और उसके बच्चे विश्वासी हों, दुराचार या अवज्ञाकारिता के दोषी न हों।
विवाह सब में आदर की बात समझी जाए, और विवाह-शय्या निष्कलंक रहे; क्योंकि परमेश्वर व्यभिचारियों और परस्त्रीगामियों को दंड देगा।