यहोवा के लिए एक नया गीत गाओ, क्योंकि उसने आश्चर्यकर्म किए हैं। उसके दाहिने हाथ और पवित्र भुजा ने उसके लिए विजय प्राप्त की है।
1 कुरिन्थियों 15:57 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हमें विजय प्रदान करता है। पवित्र बाइबल किन्तु परमेश्वर का धन्यवाद है जो प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हमें विजय दिलाता है। Hindi Holy Bible परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हमें जयवन्त करता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर को धन्यवाद, जो हमारे प्रभु येशु मसीह द्वारा हमें विजय प्रदान करता है! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हमें जयवन्त करता है। सरल हिन्दी बाइबल किंतु हम धन्यवाद करते हैं परमेश्वर का, जो हमें हमारे प्रभु येशु मसीह द्वारा विजय प्रदान करते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हमें जयवन्त करता है। |
यहोवा के लिए एक नया गीत गाओ, क्योंकि उसने आश्चर्यकर्म किए हैं। उसके दाहिने हाथ और पवित्र भुजा ने उसके लिए विजय प्राप्त की है।
घोड़े को युद्ध के दिन के लिए तैयार किया तो जाता है, परंतु विजय यहोवा ही से प्राप्त होती है।
मैंने ये बातें तुमसे इसलिए कही हैं कि तुम मुझमें शांति पाओ। संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परंतु साहस रखो! मैंने संसार को जीत लिया है।”
हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर का धन्यवाद हो। इसलिए अब एक ओर तो मैं अपने मन से परमेश्वर की व्यवस्था की, और दूसरी ओर शरीर से पाप की व्यवस्था की सेवा करता हूँ।
और तुम भी अपनी प्रार्थनाओं द्वारा हमारी सहायता करते रहोगे, ताकि हमारी ओर से बहुत से लोग उस अनुग्रह के लिए धन्यवाद करें जो बहुतों की प्रार्थनाओं द्वारा हमें मिला है।
परंतु परमेश्वर का धन्यवाद हो जो हमें सदैव मसीह में विजय-उत्सव में लिए चलता है और हमारे द्वारा अपने ज्ञान की सुगंध हर जगह फैलाता है;
और सब बातों के लिए हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम से परमेश्वर पिता का सदा धन्यवाद करते रहो,
अतः जैसे बच्चे लहू और मांस में सहभागी हैं, वैसे ही वह स्वयं भी उनमें सहभागी हुआ, ताकि मृत्यु के द्वारा मृत्यु पर अधिकार रखनेवाले, अर्थात् शैतान को निष्फल कर दे,
उन्होंने मेमने के लहू के द्वारा और अपनी साक्षी के वचन के द्वारा उस पर जय प्राप्त की, और अपने प्राणों को प्रिय नहीं जाना, यहाँ तक कि मृत्यु भी सह ली।
वह उनकी आँखों से सब आँसुओं को पोंछ डालेगा, और फिर न मृत्यु रहेगी और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; क्योंकि पहली बातें बीत गईं।”