भजन संहिता 55:4 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मेरा मन भीतर ही भीतर संकट में है, और मृत्यु का भय मुझ में समा गया है। पवित्र बाइबल मेरा मन भीतर से चूर—चूर हो रहा है, और मुझको मृत्यु से बहुत डर लग रहा है। Hindi Holy Bible मेरा मन भीतर ही भीतर संकट में है, और मृत्यु का भय मुझ में समा गया है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मेरे भीतर मेरा हृदय व्यथित है; मृत्यु का आतंक मुझ पर छा गया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मेरा मन भीतर ही भीतर संकट में है, और मृत्यु का भय मुझ में समा गया है। नवीन हिंदी बाइबल मेरा मन भीतर ही भीतर तड़पता है, और मृत्यु का भय मुझमें समा गया है। सरल हिन्दी बाइबल भीतर ही भीतर मेरा हृदय वेदना में भर रहा है; मुझमें मृत्यु का भय समा गया है. |
मृत्यु की रस्सियाँ मेरे चारों ओर थीं; मैं अधोलोक की सकेती में पड़ा था; मुझे संकट और शोक भोगना पड़ा। (भज. 18:4,5)
मेरे सतानेवाले जो मेरी निन्दा करते हैं, मानो उससे मेरी हड्डियाँ चूर-चूर होती हैं, मानो कटार से छिदी जाती हैं, क्योंकि वे दिन भर मुझसे कहते रहते हैं, तेरा परमेश्वर कहाँ है?
मेरा हृदय नामधराई के कारण फट गया, और मैं बहुत उदास हूँ। मैंने किसी तरस खानेवाले की आशा तो की, परन्तु किसी को न पाया, और शान्ति देनेवाले ढूँढ़ता तो रहा, परन्तु कोई न मिला।
“ अब मेरा जी व्याकुल हो रहा है । इसलिए अब मैं क्या कहूँ? ‘हे पिता, मुझे इस घड़ी से बचा?’ परन्तु मैं इसी कारण इस घड़ी को पहुँचा हूँ।
यीशु ने अपनी देह में रहने के दिनों में ऊँचे शब्द से पुकार पुकारकर, और आँसू बहा-बहाकर उससे जो उसको मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थनाएँ और विनती की और भक्ति के कारण उसकी सुनी गई।